फिजिकली एक्टिव रहने से आप गंभीर बीमारी के जोखिम को कम कर सकते हैं जिसमें हार्ट डिजीज (Heart Disease), डायबिटीज (Diabetes), लंग कैंसर (Lung Cancer) आदि शामिल हैं। इसके साथ ही हड्डियों को मजबूत करने, फ्लेक्सिबिलिटी को बढ़ाएं, वजन और नींद को सही रखने में भी यह आवश्यक है। हमारे मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी यह महत्वपूर्ण है। रोजाना व्यायाम करने से एंग्जायटी और डिप्रेशन की समस्या कम होती है, मेमोरी और अटेंशन में सुधार होता है और कई अन्य समस्याओं से भो बचाव संभव है। हार्ट और लंग्स के पेशेंट्स के लिए व्यायाम करना कितना जरूरी है, यह तो आप जान ही गए होंगे। अब जानते हैं हार्ट और लंग्स के पेशेंट्स के लिए व्यायाम (Exercise for heart and lungs)के उदाहरणों के बारे में।
और पढ़ें: ओबेसिटी और लंग्स हेल्थ : ओबेसिटी प्रभावित कर सकती है हमारे लंग्स को भी!
हार्ट और लंग्स के पेशेंट्स के लिए व्यायाम के उदाहरण (Exercise for heart and lungs)
ऐसा माना जाता है कि सभी वयस्कों को हफ्ते में पांच दिन तीस मिनटों तक मॉडरेट फिजिकल एक्टिविटीज करनी चाहिए। जिसमें ब्रिस्क वॉकिंग, साइकिलिंग, गार्डनिंग आदि शामिल है। हार्ट और लंग्स के पेशेंट्स ही सही हेल्थ के लिए इन एक्सरसाइजेज को अपनी रूटीन में शामिल किया जा सकता है:
वॉकिंग (Walking)
वॉकिंग यानी सैर करना। यह सुनने में बहुत आसान लगता है। लेकिन, वॉकिंग खासतौर पर स्पीड वॉकिंग (Speed walking) हार्ट को मजबूत करने का बेहतरीन तरीका है। तेजी से वॉक करने से हार्ट रेट बढ़ती है और पूरे शरीर का व्यायाम होता है। हम कभी भी किसी भी समय वॉक कर सकते हैं। इसके लिए आपको किसी खास चीज की भी जरूरत नहीं होती। बस एक जोड़ी आरामदायक जूते और आप तैयार हैं वॉक करने के लिए। हार्ट और लंग्स के पेशेंट्स के लिए व्यायाम (Exercise for heart and lungs) में वॉक को करना फायदेमंद साबित हो सकती है। रोजाना आधे घंटे तक वॉक कर के आपको हेल्दी रहने में मदद मिल सकती है।
वेट ट्रेनिंग (Weight training)
वेट ट्रेनिंग को अक्सर मसल्स के लिए बेहतरीन माना जाता है। लेकिन, हार्ट के लिए भी यह एक अच्छा व्यायाम है। वेट ट्रेनिंग (Weight training) से मसल्स मास को बिल्ड होने और फैट बर्न होने में मदद मिलती है। हालांकि, इसके लिए आप जिम भी जा सकते हैं। लेकिन, अपने बॉडी वेट का इस्तेमाल कर भी इन्हें करना संभव है जैसे पुश-अप्स (Push-ups), स्क्वाट्स (squats), पुल-अप्स (Pull-ups) आदि। लेकिन, अगर आपको लंग या हार्ट प्रॉब्लम है तो वेट ट्रेनिंग (Weight training) से पहले डॉक्टर की राय अवश्य लें।
और पढ़ें: इस तरह बिगिनर्स खुद को रख सकते हैं फिट, जानिए वेट ट्रेनिंग के नियम
स्विमिंग (Swimming)