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एंजाइना का निदान कैसे संभव है? (Diagnosis of Angina)
हृदय रोग के खतरे के एंजाइना साइन्स (Angina sign of underlying Heart Disease) को पहचानने के बाद तुरंत डॉक्टर की सलाह लेना आवश्यक है। इसके निदान के लिए डॉक्टर सबसे पहले आपकी शारीरिक जांच करेंगे। यही नहीं, रोगी से इसके लक्षणों के बारे में भी जाना जाएगा। इसके साथ ही डॉक्टर कई अन्य टेस्ट्स के लिए भी कह सकते हैं ताकि एंजाइना का निदान हो सके, जैसे:
हृदय रोग के खतरे के एंजाइना साइन्स (Angina sign of underlying Heart Disease) की पहचान और इस समस्या के निदान के बाद इसका उपचार इस तरह से किया जाता है।

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एंजाइना का उपचार कैसे किया जाता है? (Treatment of Angina)
आपके डॉक्टर हार्ट कंडीशन का इलाज करेंगे, जिससे एंजाइना की समस्या से राहत पाने में मदद मिलेगी। इसके लिए कोरोनरी एंजियोप्लास्टी और स्टेंटिंग (Coronary angioplasty and stenting) और कोरोनरी आर्टरी बायपास ग्राफ्टिंग (Coronary artery bypass grafting) सर्जरी की जरूरत हो सकती है। ताकि, हार्ट में ब्लड फ्लो सुधर सके। हालांकि, कुछ मरीजों को इनकी जरूरत नहीं पड़ती है और उनके इलाज के लिए दवाईयां ही काफी होती हैं। इस समस्या का फाइनल ट्रीटमेंट इसके लक्षणों पर निर्भर करता है। हालांकि, ट्रीटमेंट के साथ भी कुछ लोगों को एंजाइना की जरूरत हो सकती है। आपके डॉक्टर आपको ऐसी दवा की सलाह दे सकते हैं, जिससे जब आपको दर्द हो, जल्दी ब्लड वेसल्स ओपन हो सकें। नाइट्रोग्लिसरीन (Nitroglycerin) एक सामान्य एंजाइना की मेडिसिन है। इस समस्या के उपचार के लिए अन्य दवाईयां इस प्रकार हैं:
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इन ट्रीटमेंट्स से आप दर्द कम होने और डिस्कंफर्ट को कम होने में मदद मिलेगी। इसके साथ ही हार्ट अटैक (Heart Attack) और अन्य घातक जोखिम को भी कम किया जा सकता है। लेकिन, ऐसा जरूरी नहीं है कि छाती में होने वाली दर्द एंजाइना ही हो। कुछ अन्य कारणों या कंडिशंस के कारण भी छाती में दर्द हो सकता है, जैसे:
- पल्मोनरी एम्बोलिस्म (Pulmonary embolism) जिसे लंग आर्टरी में ब्लॉकेज के रूप में जाना जाता है।
- लंग इंफेक्शन (Lung infection)
- एओर्टिक डिसेक्शन (Aortic dissection)
- एओर्टिक स्टेनोसिस (Aortic stenosis)
- हायपरट्रॉफिक कार्डियोमायोपैथी (Hypertrophic cardiomyopathy)
- पेरिकार्डिटिस (Pericarditis)
- पैनिक अटैक (Panic attack)
इसलिए एंजाइना को अन्य समस्या समझने की गलती न करें और इसके सही लक्षणों को समझें। यह तो थी हृदय रोग के खतरे के एंजाइना साइन्स (Angina sign of underlying Heart Disease) और इससे संबंधित अन्य जानकारियां। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि एंजाइना से बचाव भी संभव है? इससे बच कर आप हार्ट डिजीज और कई अन्य समस्याओं से भी बच सकते हैं। आइए जानते हैं इसके बारे में।
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हृदय रोग के खतरे के एंजाइना साइन्स और एंजाइना से बचाव (Prevention of Angina)
नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन (National Center for Biotechnology Information) के अनुसार एंजाइना के उपचार के साथ ही इसके लक्षणों को मैनेज करना बेहद जरूरी है। इसको मैनेज करने के लिए मेडिकल थेरेपी (Medical Therapy) के साथ-साथ लाइफस्टाइल में बदलाव भी आवश्यक है। आइए जानें कैसे बचा जा सकता है हृदय रोग के खतरे के एंजाइना साइन्स (Angina sign of underlying Heart Disease) से:
हृदय रोग के खतरे के एंजाइना साइन्स और सही आहार
इस समस्या से बचाव और संपूर्ण रूप से हेल्दी रहने के लिए जरूरी है, सही आहार का सेवन करना। इसके लिए अपने आहार में फल, सब्जियों, साबुत अनाज, लो-फैट और प्रोटीन के लीन सोर्सेज को शामिल अवश्य करें। आपको क्या खाना चाहिए और किन चीजों को नजरअंदाज करना चाहिए, इस बारे में अपने डॉक्टर या डायटीशियन से सलाह अवश्य लें।
नियमित व्यायाम (Regular exercise)
नियमित रूप से व्यायाम करें। इसके लिए दिन में कम से कम तीस मिनट शारीरिक गतिविधियों के लिए निकालें। योगा या मैडिटेशन करने से भी आपको लाभ होगा।
अपने वजन को मैनेज करें (Maintain your weight)
अगर आपका वजन अधिक है तो अपने वजन को कम करने की कोशिश करें। इसके लिए आप नियमित व्यायाम करें और अपने खाने-पीने का ध्यान रखें। इसके साथ ही अपने डॉक्टर भी इसमें आपकी मदद कर सकते हैं।
तनाव से बचें (Stay away from Stress)
तनाव आपको कई समस्याओं से बचा सकता है जिसमें हार्ट डिजीज (Heart Disease) भी शामिल हैं। इसके लिए हमेशा सकारात्मक रहें, योग और मैडिटेशन करें। अधिक समस्या होने पर मेडिकल हेल्प लेना जरूरी है।
स्मोकिंग न करें (Avoid Smoking)
अगर आप स्मोकिंग करते हैं, तो उसे करना बंद कर दें। स्मोकिंग को हार्ट डिजीज का मुख्य रिस्क फैक्टर माना जाता है। इसके साथ ही अपने कोलेस्ट्रॉल लेवल (Cholesterol level) को भी नियमित रूप से चेक कराएं। यही नहीं, पर्याप्त आराम करना और नींद लेना भी जरूरी है।
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यह तो थी हृदय रोग के खतरे के एंजाइना साइन्स (Angina sign of underlying Heart Disease) के बारे में जानकारी। इन लक्षणों को पहचानना बेहद जरूरी है। अगर आपको कोई भी हार्ट डिजीज (Heart Disease) है, तो नियमित जांच भी आवश्यक है। इसके साथ ही इस समस्या को मैनेज करने के लिए डॉक्टर की सलाह का पूरी तरह से पालन करें। इसका उपचार और इससे बचाव दोनों संभव हैं। इसके साथ ही अगर आपके मन में हृदय रोग के खतरे के एंजाइना साइन्स (Angina sign of underlying Heart Disease) से संबंधित कोई भी सवाल है, तो अपने डॉक्टर से बात करना न भूलें।
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