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बच्चों में हार्टबर्न का उपचार (Treatment of Heartburn in Children)
बच्चों में हार्टबर्न (Heartburn in Children) का उपचार उसकी उम्र और हार्टबर्न के कारणों पर निर्भर करता है। हालांकि, समय के साथ यह समस्या खुद ठीक हो जाती है। लेकिन, नवजात शिशुओं में इसका उपचार बेहद मुश्किल हो सकता है। इसके लिए कुछ दवाईयों की सलाह भी दी जा सकती हैं, जो इस प्रकार हैं:
मेडिसिंस (Medicines)
दवाईयों को उस तरह के हार्टबर्न की समस्या के लिए एक प्रभावी ट्रीटमेंट माना जाता है, जो खुद से ठीक नहीं होती है। लेकिन, इन दवाईयों का प्रयोग शुरुआती उपचार के रूप में नहीं करना चाहिए।हार्टबर्न के लिए दी जाने वाली यह दवाईयां इस प्रकार हैं:
- H2 ब्लॉकर्स (H2 blockers) जैसे पेप्सीड (Pepcid), टैगामेट (Tagamet) आदि
- प्रोटोन पंप इनहिबिटर्स (Proton pump inhibitors) जैसे डेक्सिलेंट (Dexilant) नेक्सियम (Nexium) आदि
यह दोनों तरह की दवाईयां पेट के एसिड के बनने की मात्रा को कम करती हैं। ताकि, अन्नप्रणाली में एसिड की मात्रा कम हो सके।
सर्जरी (Surgery)
बहुत ही दुर्लभ मामलों में बच्चों में हार्टबर्न (Heartburn in Children) की समस्या होने पर सर्जरी की जरूरत पड़ सकती है। इसकी जरूरत उन बच्चों को पड़ती है, जिन पर अन्य उपचारों का खास असर नहीं होता। ऐसे बच्चे जिन्हें ब्रीदिंग प्रॉब्लम, निमोनिया या अन्य समस्याएं हों, उन्हें भी सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है। इस प्रक्रिया को फंडॉप्लिकेशन (Fundoplication) कहा जाता है। लेकिन, इस सर्जरी के साथ कुछ रिस्क्स भी जुड़े हुए हैं। ऐसे में, इस सर्जरी से पहले डॉक्टर की सलाह जरूरी है। ताकि, वो यह निर्धारित कर पाएं कि यह आपके बच्चे के लिए बेहतरीन उपचार है या नहीं।