हमारे शरीर में जब किसी हॉर्मोन लेवल में गड़बड़ी हो जाती है, जो शरीर की अन्य क्रियाओं पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है। शरीर की क्रियाओं को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए एक नहीं बल्कि बहुत से हॉर्मोन की जरूरत पड़ती है। उन्हीं में से एक जरूरी हॉर्मोन है थायरॉइड हॉर्मोन। थायरॉइड हॉर्मोन की मात्रा में कमी या फिर अधिकता के कारण शरीर की अन्य क्रियाएं भी प्रभावित होती है। गले में स्थित थायरॉइड ग्लैंड बटरफ्लाई शेप की होती है, जिससे थायरॉइड हॉर्मोन का सिकरीशन होता है। ये हॉर्मोन मेटाबॉलिज्म को कंट्रोल करने में अहम भूमिका निभाता है। मेटाबॉलिज्म प्रोसेस की मदद से शरीर फूड और ऑक्सीजन को एनर्जी के रूप में कंवर्ट करता है। थायरॉइड हॉर्मोन हार्ट, ब्रेन और शरीर के अन्य ऑर्गन के सुचारू रूप से कार्य करने के लिए भी जरूरी होता है। आज इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको थायरॉइड की समस्या और कोलेस्ट्रॉल (Thyroid issues and cholesterol) के बारे में अहम जानकारी देंगे और बताएंगे कि क्या थायरॉइड की समस्या कोलेस्ट्रॉल लेवल में परिवर्तन कर सकती है या किसी समस्या का कारण बन सकती है।