2.कोलेस्ट्रॉल एब्जार्पशन इंहिबिटर्स (Cholesterol absorption inhibitors)
कोलेस्ट्रॉल के लिए स्टेटिन्स और अन्य दवाएं जो प्रिस्क्राइब की जाती हैं उनमें ये कोलेस्ट्रॉल एब्जार्पशन इंहिबिटर्स भी शामिल हैं। ये ड्रग कोलेस्ट्रॉल का इंटेस्टाइन में एब्जॉर्पशन रोकने में मदद करते हैं। ये भी एलडीएल (LDL) और ट्रायग्लिसराइड को कम करने और एचडीएल (HDL) को बढ़ाने में मदद करते हैं। जो लोग स्टेटिन्स का उपयोग नहीं कर सकते या जिन लोगों का कोलेस्ट्रॉल सिर्फ स्टेटिन्स के उपयोग से कम नहीं होता उनके लिए इन दवाओं को प्रिस्क्राइब किया जाता है।
एजेटीमाइब (Ezetimibe) का उपयोग कोलेस्ट्रॉल एब्जार्पशन इनहिबिटर के रूप में किया जाता है। यह कई ब्रांड नेम के साथ उपलब्ध है।
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3.बाइल एसिड सीक्वेसट्रेंट्स (Bile Acid Sequestrants)
कोलेस्ट्रॉल के लिए स्टेटिन्स और अन्य दवाएं जो असरदार साबित होती हैं उनमें बाइल एसिड सीक्वेसट्रेंट्स भी हैं। इन्हें बाइल एसिड बाइंडिंग एजेंट्स भी कहा जाता है। यह शरीर से बाइल एसिड्स (Bile acids) को निकालते हैं। लिवर कोलेस्ट्रॉल का उपयोग करके अधिक बाइल एसिड का उत्पादन करता है, परिणामस्वरूप, शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम हो जाता है। ये गुड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने के साथ ही बेड कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करते हैं। इसके साथ ही ये इंटेस्टाइन से अधिक कोलेस्ट्रॉल से छुटकारा दिलाने में मदद करते हैं।
ये कोलेस्ट्रामाइन (Cholestyramine) के रूप में उपलब्ध हैं। इनके उपयोग से कब्ज, ब्लोटिंग, गैस, सीने में जलन और उबकाई की समस्या हो सकती है।
इंडिया में बाइल एसिड सीक्वेसट्रेंट्स के रूप में चोलट्रेन (Choltran), कोलस्ट्रेन (Clostran) उपलब्ध हैं। इनमें एक्टिव इंग्रीडिएंट के रूप में कोलेस्ट्रायरामाइन (Cholestyramine) पाया जाता है।

4.PCSK9 इनहिबिटर्स (PCSK9 Inhibitors)
PCSK9 इनहिबिटर्स एलडीएल-कम करने वाली पावरफुल दवाएं हैं। ये एलडीएल (खराब) कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए लिवर में पाई जाने वाले कोशिकाओं पर एक प्रोटीन को बांधते हैं और निष्क्रिय करते हैं। ये दवाएं उन लोगों को दी जाती हैं जिन्हें किसी जेनेटिक कंडिशन की वजह से हाय कोलेस्ट्रॉल की शिकायत होती है। साथ ही जो कोलेस्ट्रॉल के लिए स्टेटिन्स और अन्य दवाएं (Statins and Other Medications for Cholesterol) सहन नहीं कर सकते। ये निम्न नाम के साथ उपलब्ध हैं।
- एलिरोक्यूमेब (Alirocumab) इंडिया में इस ब्रांड नेम प्रालुएंट (Praluent) के साथ उपलब्ध है।
- एवोलोक्यूमेब (Evolocumab) इंडिया में यह रेपाथा (Repatha) ब्रांड नेम के साथ उपलब्ध है।
इनके उपयोग से खुजली, सूजन और इंजेक्शन की जगह पर दर्द हो सकता है।
5.एसीएल इनबिहिटर्स (ACL) inhibitors
कोलेस्ट्रॉल के प्रोडक्शन को रोकने करने के लिए एसीएल इनबिहिटर्स लिवर में काम करते हैं। फेमिलियल हाइपरकोलेस्ट्रोलेमिया (Familial hypercholesterolemia) वाले वयस्कों और हृदय रोग वाले मरीजों में एलडीएल कोलेस्ट्रॉल को और कम करने के लिए उनका उपयोग जीवनशैली में बदलाव और स्टेटिन के साथ किया जाता है, जिन्हें अपने एलडीएल को और कम करने की आवश्यकता होती है। ये निम्न नामों के साथ उपलब्ध हैं।
- बेम्पेडोइक एसिड (Bempedoic Acid) यह इंडिया में नेक्सलेटाॅल (Nexletol) नाम से उपलब्ध है।
- बेम्पेडोइक एसिड और इजेटिमाइब (Bempedoic Acid And ezetimibe) यह दवा नेक्सलीजेट (NEXLIZET) नाम से उपलब्ध है।
इनके उपयोग से मसल्स स्पाज्म, जॉइंट पेन जैसी परेशानियां हो सकती हैं।
ये सभी दवाएं कोलेस्ट्रॉल के मैनेजमेंट में उपयोग की जाती है। कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल में रखने के लिए दवाओं के साथ ही लो फैट डायट और एरोबिक एक्सरसाइज फायदेमंद हो सकती है।
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नोट: इस आर्टिकल में कोलेस्ट्रॉल के लिए स्टेटिन्स अन्य दवाओं के बारे में जानकारी दी गई। यहां दवाओं के जेनेरिक नाम दिए गए हैं। हमारा उद्देश्य इन दवाओं का प्रचार करना नहीं है। पाठकों तक जानकारी पहुंचाना है।
आपके द्वारा कोलेस्ट्रॉल के लिए स्टेटिन्स और अन्य दवाएं (Statins and Other Medications for Cholesterol) जो ली जा रही हैं, तो उन सभी के बारे में अपने डॉक्टर से चर्चा करना और उनके फायदे और साइड्स इफेक्ट्स के बारे में जानकारी लेना महत्वपूर्ण है। इन दवाओं को डॉक्टर की सलाह के बिना ना लें और ना ही परामर्श किए बिना कभी भी दवा लेना बंद करें या ना ही अपनी खुराक (या आवृत्ति) में बदलाव करें। कुछ कोलेस्ट्रॉल कम करने वाली दवाएं अंगूर, अंगूर के रस, अनार और अनार के रस के साथ परस्पर क्रिया कर सकती हैं। कृपया किसी भी संभावित जोखिमों के बारे में अपने डॉक्टर से बात करें।
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