वैसे तो बायपास सर्जरी (Bypass surgery) की तुलना में बंद धमनियों को खोलने के लिए एंजियोप्लास्टी अधिक आसान तरीका है, लेकिन फिर भी इस प्रक्रिया के कुछ रिस्क हैं। जैसे-
आर्टरी (Artery) का फिर से संकुचित होना
जब एंजियोप्लास्टी को ड्रग-एल्यूटिंग स्टेंट प्लेसमेंट के साथ कंबाइन किया जाता है, तो एक छोटा रिस्क होता है कि ट्रीटमेंट के बाद आर्टरी फिर से बंद हो सकती है। हालांकि, इसकी पॉसिबिलिटी 5% से भी कम होती है। वहीं, जब बेयर मेटल स्टेंट का उपयोग किया जाता है तो आर्टरी के फिर से नैरो होने का रिस्क लगभग 10% से 20% होता है।
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ब्लड क्लॉट्स (Blood Clots)
प्रक्रिया के बाद भी स्टेंट के भीतर रक्त के थक्के बन सकते हैं। ये क्लॉट्स आर्टरी को बंद कर सकते हैं, जिससे हार्ट अटैक पड़ सकता है। इसके लिए कुछ मेडिसिन भी डॉक्टर द्वारा प्रेस्क्राइब की जाती है जो आपके स्टेंट में क्लॉटिंग की संभावना को कम करने में मदद करती हैं।
ब्लीडिंग (Bleeding)
आपके पैर या आर्म्स में ब्लीडिंग हो सकती है जहां कैथेटर डाला जाता है। हालांकि, यह काफी हल्का होता है लेकिन कभी-कभी ज्यादा ब्लीडिंग भी होती है और इसके लिए ब्लड ट्रांसफ्यूजन (Blood transfusion) या सर्जिकल प्रॉसेस की आवश्यकता हो सकती है।
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