कुछ लोगों का ब्लड प्रेशर घर पर नॉर्मल रहता है, लेकिन जब वे डॉक्टर के पास विजिट करते हैं तो वह थोड़ा बढ़ जाता है। यह स्थिति वाइट कोट हायपरटेंशन (WCH) है जिसमें किसी व्यक्ति के ब्लड प्रेशर की मेडिकल सेटिंग में उतार-चढ़ाव होता है। यदि किसी व्यक्ति को WCH है, तो हो सकता है कि एक डॉक्टर द्वारा लिए जाने वाले ब्लड प्रेशर की रीडिंग उस व्यक्ति के रियल ब्लड प्रेशर से मैच न करें।
मास्क्ड हायपरटेंशन (Masked hypertension)
WCH के विपरीत मास्क्ड हायपरटेंशन एक ऐसी स्थिति है जिसमें किसी व्यक्ति की ब्लड प्रेशर रीडिंग डॉक्टर के यहां नॉर्मल होती है, लेकिन अन्य समय में अधिक हो सकती है। इसमें व्यक्ति के ब्लड प्रेशर की रीडिंग एक्चुअल एवरेज प्रेशर (Reading Actual Average Pressure)से कम हो सकता है।
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पैरॉक्सिस्मल हायपरटेंशन (Paroxysmal hypertension)
लेबाइल हायपरटेंशन की तरह ही पैरॉक्सिस्मल हायपरटेंशन (Paroxysmal hypertension) है। इसमें किसी व्यक्ति के ब्लड प्रेशर की रीडिंग में नॉर्मल और हाय के बीच बहुत ज्यादा फ्लक्चुएट हो सकती है। पैरॉक्सिस्मल हायपरटेंशन एपिसोडिक और वोलेटाइल हाय ब्लड प्रेशर है, जो किसी भी प्रकार के स्ट्रेस के कारण हो सकता है। पैरॉक्सिस्मल हायपरटेंशन वाले लोगों के लगभग 2% मामलों में, इसका कारण एक ट्यूमर से संबंधित होता है जिसे फियोक्रोमोसाइटोमा कहा जाता है।
लेबाइल हायपरटेंशन का निदान (Diagnosis of labile hypertension)
लेबाइल हायपरटेंशन के निदान के लिए कोई निर्धारित मानदंड नहीं हैं। लोग सामान्य रूप से ब्लड प्रेशर में उतार-चढ़ाव का अनुभव करते हैं और कोई इसके लिए कोई सेट लिमिट भी नहीं है। यदि कोई व्यक्ति लेबाइल हायपरटेंशन के अलावा वाइटकोट हायपरटेंशन (Whitecoat Hypertension) का भी अनुभव करता है, तब भी डॉक्टर सोच सकता है कि उसे कांस्टेंट हाय हायपरटेंशन है, न कि लेबाइल हायपरटेंशन। यदि डॉक्टर को लगता है कि किसी व्यक्ति को हाय ब्लड प्रेशर हो सकता है, तो वे नियमित रूप से रीडिंग लेने के लिए घर पर ब्लड प्रेशर मॉनिटर का उपयोग करने का सुझाव दे सकते हैं। डॉक्टर व्यक्ति को 24 घंटे ब्लड प्रेशर मॉनिटरिंग की सलाह भी दे सकते हैं ताकि यह जांचा जा सके कि क्या वे लेबाइल ब्लड प्रेशर का अनुभव कर रहे हैं या नहीं। इसमें डॉक्टर एक छोटी डिवाइस व्यक्ति को पहनाते हैं जो शरीर की कई तरह की इन्फॉर्मेशन को रिकॉर्ड करता है। जैसे सोने में कितना समय लगा, खाने का समय, और एक्सरसाइज की अवधि। इससे डॉक्टर को पिक्चर क्लियर होती है कि एक व्यक्ति का ब्लड प्रेशर पूरे दिन में कैसे फ्लक्चुएट करता है।
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लेबाइल हायपरटेंशन का ट्रीटमेंट (Treatment of labile hypertension)
लेबाइल हायपरटेंशन के लिए कोई इलाज नहीं है। इसके बजाय डॉक्टर चिंता और तनाव को कम करने के लिए कह सकते हैं। इसके लिए वे आपको कुछ एंटी-एंजायटी मेडिकेशन पर रख सकते हैं। ये दवाएं केवल एंजायटी के लक्षणों का अनुभव करने पर ही उपयोग करनी होती हैं। ये दवाएं आमतौर पर एक घंटे के भीतर एंंजायटी के लक्षणों को कम करने में मदद करती हैं, लेकिन ये लॉन्ग-टर्म के लिए प्रिस्क्राइब नहीं की जाती हैं।
वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन (डब्ल्यूएचओ) ने चेतावनी दी है कि यदि कोई व्यक्ति 4 सप्ताह से अधिक समय तक इन दवाओं का उपयोग करता है तो वह एडिक्टिव हो सकता है।
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