- एंजियोटेंसिन II (Angiotensin II) को ब्लॉक कर के रेनिन इन्हिबिटर्स आर्टरीज और वेन्स को डायलेट (Dilates) करती है। जिससे आर्टेरिअल प्रेशर (Arterial Pressure), हार्ट का प्रीलोड और आफ्टरलोड कम हो जाता है।
- एंजियोटेंसिन II (Angiotensin II) को ब्लॉक कर यह ड्रग सिम्पैथेटिक एड्रीनर्जिक एक्टिविटी (Adrenergic Activity) को कम करने में सहायक है।
- एंजियोटेंसिन II (Angiotensin II) को ब्लॉक कर के रेनिन इन्हिबिटर्स किडनी में सोडियम और वॉटर एक्सक्रेशन (Water Excretion) को बढ़ाती है। इससे भी ब्लड वॉल्यूम (Blood Volume) और आर्टेरिअल प्रेशर (Arterial Pressure) को कम होने में मदद मिलती है।
आइए अब जानते हैं हायपरटेंशन में रेनिन इन्हिबिटर्स (Renin inhibitors in Hypertension) के उदाहरणों के बारे में।
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हायपरटेंशन में रेनिन इन्हिबिटर्स (Renin inhibitors in Hypertension)
हायपरटेंशन में रेनिन इन्हिबिटर्स (Renin inhibitors in Hypertension) को बेहद लाभदायक माना गया है। इसे अन्य एंटी-हायपरटेंसिव मेडिसिन(Anti-hypertensive medicine) के साथ कंबाइन कर के भी रोगी को दिया जा सकता है। लेकिन, डॉक्टर की सलाह के बाद ही इन्हें लेना चाहिए। यही नहीं, इसे लेने से पहले इस दवा के फायदों के बारे में जानना भी जरूरी है। हायपरटेंशन में रेनिन इन्हिबिटर्स के उदाहरण इस प्रकार हैं:
एलीस्कायरिन (Aliskiren)
हायपरटेंशन में रेनिन इन्हिबिटर्स (Renin inhibitors in Hypertension) में एलीस्कायरिन (Aliskiren) का प्रयोग किया जाता है। एलीस्कायरिन (Aliskiren) को ब्रांड नेम टेकतुर्ना (Tekturna) के नाम से भी जाना जाता है। इस दवा का प्रयोग हाय ब्लड प्रेशर यानी हायपरटेंशन के उपचार के लिए किया जाता है। हाय ब्लड प्रेशर के लो होने से स्ट्रोक, हार्ट अटैक और किडनी संबंधी समस्याओं से भी बचा जा सकता है। एलीस्कायरिन (Aliskiren) ब्लड वेसल्स को रिलैक्स करने का काम करती है ताकि ब्लड आसानी से फ्लो कर सके। इस दवा की सलाह दो साल से कम उम्र के बच्चों को नहीं दी जाती क्योंकि इससे उनमें साइड-इफेक्ट्स का जोखिम बढ़ सकता है।
अगर आपको इस दवा या किसी अन्य दवा से एलर्जी (Allergy) है, तो आप पहले ही डॉक्टर से इस बारे में बात करें। इसके साथ ही डॉक्टर को रोगी की मेडिकल हिस्ट्री के बारे में भी पता होना चाहिए। खासतौर पर अगर मरीज डायबिटीज, किडनी डिजीज या अन्य गंभीर समस्याओं से पीड़ित हो। इस मेडिसिन को नियमित रूप से लेने की सलाह दी जाती है ताकि मरीज को अधिक से अधिक फायदा हो। अगर आप बेहतर महसूस कर रहे हैं, तब भी इस दवा को लेना जारी रखें। इस ड्रग के बारे में कुछ चीजों की जानकारी होना बेहद जरूरी है। जानिए इस बारे में।
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इन बातों का रखें ध्यान