के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya
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आपको बता दें कि 140-159/90-99 और इससे ज्यादा प्रेशर, हाय ब्लड प्रेशर (High Blood Pressure) और मैलिग्नेंट हायपरटेंशन (Malignant Hypertension) माना जाता है। सामान्य ब्लड प्रेशर की सीमा 120/80 तक होती है। ब्लड प्रेशर में 120 सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर (Systolic blood pressure) है, तो वहीं 80 डायस्टोलिक ब्लड प्रेशर (Diastolic blood pressure) को बताता है। यदि किसी का ब्लड प्रेशर 180/120 एमएम एचची से ऊपर है, तो उस स्थिति को मैलिग्नेंट हायपरटेंशन या हायपरटेंसिव क्राइसिस कहते हैं। हाय ब्लड प्रेशर की समस्या को संभाला और कंट्रोल किया जा सकता है, यदि आप समय रहते डाॅक्टर की सलाह लें:
यदि किसी का बीपी 180/120 मिमी एचजी है या उससे अधिक है, तो उसका बुरा प्रभाव कई बार आंखे, हार्ट या ब्रेन पर पड़ सकता है। यानि कि हायपरटेंशन के दौरान लागों में हार्ट अटैक (heart attack) और स्ट्रोक (Stroke) का कारण बन सकता है। यदि आपको इनमें कोई दिक्कत हो रही है यानि कोई लक्षण नजर आ रहे हैं, तो ऐसी स्थिति में इमरजेंसी मेडिकेशन की जरूरत होती है। हाय डायबिटीज (High diabetes) के साथ इसके होने का खतरा और भी बढ़ सकता है। यदि आप समय रहते इलाज नहीं ले रहे हैं, तो आपमें गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं पैदा हो सकती हैं, जैसे:
कई स्थितियों में उच्च रक्तचाप से ग्रस्त व्यक्ति की जान भी जा सकती है। इसलिए ऐसे में समय रहते मेडिकेशन बहुत जरूरी है।
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उच्च रक्तचाप (high blood pressure) यानि कि हाय ब्लड प्रेशर को आमतौर पर “साइलेंट किलर” (Silent Killer) भी कहा जाता है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि इसमें जरूरी नहीं है कि हमेशा कोई लक्षण नजर आए। लेकिन कई लोगों में इसके कुछ लक्षण नजर आ सकते हैं। उन लक्षणों में शामिल हो सकते हैं:
हाय ब्लड प्रेशर (High Blood Pressure) से शिकार लोगों की यह स्थिति उनमें इन्सेफैलोपैथी नामक कंडिशन (Condition called encephalopathy) का कारण में भी हो सकती है, इस विकार के लक्षणों में शामिल हैं:
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मैलिग्नेंट हायपरटेंशन का सबसे बड़ा कारण आपका हाय ब्ल्ड प्रेशर की हिस्ट्री (Patient History) होना। यह दिक्कत आजकल युवाओं में भी ज्यादा देखी जा रही है। इसके अलावा कुछ हेल्थ कंडिशन (Health Condition) भी इसके होने का कारण हो सकती हैं, जिनमें शामिल हैं:
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अगर आपको हाय ब्लड प्रेशर की प्रॉब्लम से बचना है, तो डॉक्टर द्वारा बताए गए मेडिकेशन के अलावा अपने लाइफस्टाइल में भी बदलाव लाएं। इसी के साथ कि आपको क्या करना चाहिए और क्या नहीं, जैसे कि:
यह सभी आपके हाय ब्लड प्रेशर की समस्या को कम करने में मदद कर सकते हैं। इसे कोई उपचार न मानें। बस आप इस तरह अपने लाइफस्टाइल में बदलाव कर कर के इस समस्सा में राहत पा सकते हैं। लेकिन यह मैलिग्नेंट हायपरटेंशन का काई स्थायी ट्रीटमेंट नहीं है। डॉक्टर द्वारा इसका समय पर मेडिकेशन बहुत जरूरी है, नहीं तो हाय ब्लड प्रेशर आपमें भी कई बड़ी और गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है। सबसे लक्षणों के देखते हुए अलग-अलग प्रकार के मेडिकेशन की जरूरत हो सकती है। बस इसके रिस्क के कारको को कम करने की कोशिश करें। इसी के साथ ही यह टिप्स अपना कर के इस समस्या में थोड़ी राहत भी पा सकते हैं। इमरजेंसी केस पर घर पर उपचार की कोशिश न करें, तुरंत डॉक्टर से मिलें।
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