एटेनोलोल (Atenolol)
हायपरटेंशन में बीटा ब्लॉकर्स (Beta Blockers in Hypertension) में अगली मेडिसिन है एटेनोलोल (Atenolol) जो ब्रांड नेम टेनोर्मिन (Tenormin) के नाम से बाजार में उपलब्ध हैं। इसका प्रयोग हायपरटेंशन के उपचार के लिए किया जा सकता है। इसके साथ ही अन्य स्थितियों में भी इसे लेने की सलाह दी जा सकती है जैसे एनजाइना (Angina), हार्ट अटैक के बाद इलाज के लिए आदि। एटेनोलोल (Atenolol) शरीर में कुछ खास नेचुरल केमिकल के एक्शन को ब्लॉक करके काम करती है जैसे एपिनेफ्रीन (Epinephrine)। इससे अधिकतर लाभ पाने के लिए इस दवा को नियमित रूप प्रयोग करना जरूरी है। इस दवाई की 50 mg स्ट्रेंथ वाली एक स्ट्रिप, जिसमें चौदह टेबलेट्स हैं, ऑनलाइन 25 रुपये में उपलब्ध है।
इस दवा को एकदम लेना बंद नहीं करना चाहिए। अगर आप ऐसा करते हैं तो आप बदतर लक्षणों को महसूस कर सकते हैं जैसे ब्लड प्रेशर का बढ़ना, छाती में अधिक दर्द आदि। इसके अलावा इस ड्रग को लेने से कुछ साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं जैसे हाथों या पैरों का ठंडा होना, कब्ज, डायरिया, सिरदर्द, सेक्स ड्राइव का कम होना, सांस लेने में समस्या आदि।
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बीटाक्सोलोल (Betaxolol)
बीटाक्सोलोल (Betaxolol) का ब्रांड नेम ब्रांड नेम करलोन (Kerlone) है। इसका प्रयोग भी हाय ब्लड प्रेशर के उपचार के लिए किया जाता है। इस ड्रग को अकेले या अन्य ब्लड प्रेशर मेडिसिन्स के साथ कंबाइन कर के भी इस्तेमाल किया जा सकता है। अगर आप कोई अन्य दवा ले रहे हैं, एलर्जिक हैं या किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं तो इस दवा को लेने से पहले डॉक्टर को अवश्य बता दें। इसके साथ ही अगर आप गर्भवती हैं या स्तनपान करा रही हैं तो भी आपके डॉक्टर इस बारे में पता होना जरूरी है। हायपरटेंशन के साथ ही अन्य स्थितियों में भी इस दवा का प्रयोग किया जा सकता है। लेकिन, डॉक्टर की प्रिस्क्रिप्शन के बिना इस ड्रग को लेने से बचें।
प्रोप्रानोलोल (Propranolol)
हायपरटेंशन में बीटा ब्लॉकर्स (Beta Blockers in Hypertension) में यह दवा कई ब्रांड नेम्स से बाजार में उपलब्ध हैं जैसे हेमेंजियोल (Hemangeol) ,इंडरल एलए (Inderal LA), इंडरल (Inderal) आदि। यह दवाइयां हार्ट और सर्कुलेशन को प्रभावित करती हैं। इसके अलावा हार्ट रिदम डिसऑर्डर्स heart rhythm disorders, एंजाइना (Angina) और अन्य हार्ट या सर्कुलेटरी कंडिशंस के उपचार के लिए भी इसका प्रयोग किया जाता है। यही नहीं इसका उपयोग हार्ट अटैक के उपचार और उससे बचने और माइग्रेन की गंभीरता को कम किया जा सकता है। अस्थमा, स्लो हार्टबीट या गंभीर हार्ट समस्याओं जैसी स्थितियों में इसे नहीं लेना चाहिए इस दवा का सेवन उसी तरह से करें जैसे डॉक्टर ने सलाह दी हो। अपनी मर्जी से इसे लेने के परिणाम हानिकारक हो सकते हैं। प्रोप्रानोलोल (Propranolol) की 10mg स्ट्रेंथ की दस टेबल्स की एक स्ट्रिप ऑनलाइन 2700 रुपये में आप खरीद सकते हैं।

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नेबिवोलोल (Nebivolol)
इस बीटा ब्लॉकर को ब्रांड नेम बायस्टोलिक (Bystolic) से भी जाना जाता है। इसका प्रयोग कई समस्याओं के उपचार में किया जाता है खासतौर पर हाय ब्लड प्रेशर। ब्लड प्रेशर के लो होने पर स्ट्रोक, हार्ट अटैक और अन्य समस्याओं से राहत मिल सकती है। नेबिवोलोल (Nebivolol) भी ब्लड वेसल्स को रिलैक्स करके काम करती है। इससे हार्ट पर वर्कलोड कम होता है और हार्ट रेट सही रहती है। लेकिन, इन दवाइयों को तभी लें अगर डॉक्टर ने इसकी सलाह दी हो। इस दवा के कारण होने वाले दुष्प्रभावों में चक्कर आना, सांस लेने में समस्या, टांगों में सूजन, हार्टबीट का धीमा होना, थकावट, सिरदर्द आदि शामिल हैं। अगर आपको कोई भी साइड-इफेक्ट नजर आता है तो तुरंत मेडिकल हेल्प लेनी चाहिए। नेबिवोलोल (Nebivolol) की 10 mg स्ट्रेंथ वाली दस टेबलेट्स आपको 130 रुपये में पड़ेंगी।
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नेडोलोल (Nadolol)
हायपरटेंशन में बीटा ब्लॉकर्स (Beta Blockers in Hypertension) के सेवन के बारे में आप जान ही गए होंगे। नेडोलोल (Nadolol) इन्हीं बीटा ब्लॉकर्स में से एक है जिसे ब्रांड नेम कॉर्गार्ड (Corgard) से भी जाना जाता है। अन्य बीटा ब्लॉकर्स की तरह यह दवा भी हार्ट और सर्कुलेशन को प्रभावित करती है। हायपरटेंशन के उपचार के लिए भी यह दवा ली जा सकती है। हालांकि कुछ स्थितियों में इन्हें नहीं लेना चाहिए जैसे अस्थमा, कोई गंभीर हार्ट प्रॉब्लम आदि। इस दवा को लेने के बाद कुछ लोग बेहोशी या चक्कर आना जैसी समस्याओं का अनुभव भी करते हैं। इसलिए, इस ड्रग को डॉक्टर से पूछने के बाद ही लेना चाहिए।
इन दवाइयों का सेवन केवल तभी करें अगर डॉक्टर ने सलाह दी हो।अपनी मर्जी से इन्हें लेना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक और जोखिम भरा हो सकता है। कई रोगी इन्हें लेने के बाद कुछ साइड-इफेक्ट्स का अनुभव भी कर सकते हैं। आइए जानें इन दुष्प्रभावों के बारे में।