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एलर्जी-इंड्यूस्ड अस्थमा (Allergy-induced asthma) कब हो सकता है खतरनाक?
एलर्जी-इंड्यूस्ड अस्थमा के कारण सीरियस कॉम्प्लीकेशंस का सामना करना पड़ सकता है। एनाफिलेक्सिस (anaphylaxis) के कारण व्यक्ति को गंभीर लक्षणों का सामना करना पड़ता है। ऐसा अक्सर तब होता है, जब बीमारी का इलाज नहीं कराया जाता है। सेवर एलर्जिक रिएक्शन के कारण खाना निगलने में समस्या (difficulty swallowing), चिंता (anxiety), कंफ्यूजन की स्थिति (confusion), डायरिया (diarrhea), खांसी, बेहोशी आदि लक्षण भी दिखाई देते हैं। ये लक्षण आमतौर पर गंभीर रूप भी ले सकते हैं। अगर इसका समय पर ट्रीटमेंट न कराया जाए, तो व्यक्ति की मृत्यु भी हो सकती है। ऐसा हार्ट रेट के अनियमित होने, कमजोरी छाने, लो ब्लड प्रेशर के कारण, कार्डियक अरेस्ट के कारण हो सकता है। अगर आपको लगे कि आपको सीजन के चेंज होने पर सांस लेने में समस्या के साथ ही एलर्जी के लक्षण दिख रहे हैं, तो बिना देरी किए आपको ट्रीटमेंट कराना चाहिए।
इस बीमारी के लक्षणों को कैसे करें कंट्रोल?
एलर्जी-इंड्यूस्ड अस्थमा के लक्षणों को कंट्रोल करने के लिए आपको एलर्जन की पहचान होना बहुत जरूरी है। अगर आप एलर्जन को पहचान जाएंगे, तो उनसे दूरी बनाकर आप बीमारी के लक्षणों को नियंत्रित कर सकते हैं। सीजन बदलने के साथ ही लक्षण बदल जाते हैं यानी एलर्जी और अस्थमा के लक्षणों में बदलाव हो सकता है। आपको अचानक से होने वाली परेशानी से निजात के लिए हमेशा अपने पास इनहेलर रखना चाहिए। साथ ही एंटीहिस्टामाइन (Antihistamine) का सेवन एलर्जी के लक्षणों से बचाने में आपकी मदद करेगा।
हैलो हेल्थ किसी भी प्रकार की चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार उपलब्ध नहीं कराता। इस आर्टिकल में हमने आपको एलर्जिक अस्थमा (Allergic Asthma) के संबंध में जानकारी दी है। आप जानकारी और सलाह लेने के बाद ही दवाओं का सेवन करें। उम्मीद है आपको हैलो हेल्थ की दी हुई जानकारियां पसंद आई होंगी। अगर आपको इस संबंध में अधिक जानकारी चाहिए, तो हमसे जरूर पूछें। हम आपके सवालों के जवाब मेडिकल एक्सर्ट्स द्वारा दिलाने की कोशिश करेंगे।