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अपने लाइफस्टाइल में लाएं बदलाव
यह तो थी अस्थमा के लिए होम्योपैथी दवाइयां(homeopathy medicine for asthma) और उपचार। यदि अस्थमा के लिए होम्योपैथिक उपचार(homeopathy treatment for asthma) के साथ-साथ आप अपने लाइफस्टाइल में भी परिवर्तन लाएंगे। तो आप न केवल इस बीमारी के लक्षणों को कम कर सकते हैं, बल्कि एक स्वस्थ जीवन जीने में भी आपको मदद मिलेगी। यह तरीके कुछ इस प्रकार है:
पौष्टिक आहार
ऐसे आहार को लेने से बचे, जो आपके अस्थमा को बढ़ाते हों। इसलिए, रोजाना ताजे फल, सब्जियां और सलाद खाएं। अपने आहार में विटामिन डी, मैग्नीशियम, बीटा-कैरोटीन और ओमेगा 3 फैटी एसिड से भरपूर खाद्य पदार्थों को शामिल करें। प्रेजरवेटिव और प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों को खाने से बचें। पर्याप्त पानी पिएं। हर दिन कम से कम 8-10 गिलास पानी पीना जरूरी है।
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चीजों को पहचानें
ऐसी चीजों को पहचाने जिनसे आपके अस्थमा के लक्षणों को बढ़ावा मिलता है और उनसे बचने की कोशिश करें। जैसे ठंडी हवा, ठंडे ड्रिंक, धूल-मिट्टी, गंदगी, पराग आदि।
व्यायाम करें
रोजाना व्यायाम करें और फिट रहें। अस्थमा के लक्षणों को ठीक करने के लिए एक एक्टिव लाइफस्टाइल होना आवश्यक है। ऐसे में रोजाना व्यायाम करने से आपकी ब्रीदिंग मसल्स को मजबूती मिलेंगे। इससे आपका वजन संतुलित रहेगा क्योंकि मोटापा भी अस्थमा के लक्षणों को बढ़ा सकता है। यही नहीं ब्रीदिंग एक्सरसाइज करने से आपके फेफड़ों का स्वास्थ्य भी सुधरेगा।

धूम्रपान से बचें
धूम्रपान छोड़ने से अस्थमा की गंभीरता और आवृत्ति कम हो सकती है। इसलिए धूम्रपान न करें। सेकेंडहैंड स्मोकिंग से भी दूर रहें।
इंफेक्शन से बचे
इंफेक्शन जैसे फ्लू, सर्दी- जुकाम, साइनसाइटिस से बचे। क्योंकि, इनसे भी अस्थमा का खतरा बढ़ता है। इसके साथ ही साफ-सफाई का खास ध्यान रखें। अपने हाथों को सही से धोएं।
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अस्थमा एक गंभीर मेडिकल स्थिति है। यदि आप अस्थमा के लिए होम्योपैथिक उपचार (homeopathy treatment for asthma) पर विचार कर रहे हैं, तो अपने डॉक्टर से इस बारे में अवश्य बात करें। निर्णय लेने से पहले सभी उपचार के सभी विकल्पों और जोखिमों की समीक्षा भी करें। गंभीर अस्थमा का अटैक, जो घरेलू उपचार के साथ नहीं सुधरता है, वो जीवन के लिए खतरा बन सकता है। ऐसे में अस्थमा के लक्षणों पर नजर रखें और जरूरत पड़ने पर अपने डॉक्टर की सलाह और मदद अवश्य लें।
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