अस्थमा पेशेंट्स शवासन योग का भी सहारा ले सकते हैं। इस आसन को करने के ओर भी कई फायदे हैं। यह शरीर में अत्यधिक शुगर की मात्रा को भी कंट्रोल करता है।
शवासन योग करने का सही तरीका
इस आसन को करने के लिए सबसे पहले ऐसी जगह का चयन करना होगा जहां अच्छे से हवा आती हो। इसके साथ ही आप अच्छे से इस आसन को जहां कर सकें। सबसे पहले पीठ के बल लेट जाएं, और अपने दोनों घुटनों के बल फासला रखें। फिर दोनों पैरों के पंजे बाहर और एड़ियां अंदर की ओर रखें। फिर दोनों हाथों को शरीर से लगभग कुछ दूरी पर रखें, और अपने दोनों हाथों की उंगलियां मुड़ी हुई, गर्दन सीधी रखें।
इस अवस्था में आगे बढ़ते हुए अपनी आंखें बंद कर लें और अपने पैर के अंगूठे से लेकर सिर तक का भाग बिल्कुल ढीला छोड़ दें। फिर अपना ध्यान श्वास के ऊपर लगाएं और यह महसूस करें, कि दोनों नाक के छिद्रों से सांस अंदर जा रही है और बाहर आ रही है।
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अनुलोम-विलोम आसान – नाड़ी शोधन प्राणायाम
इस आसान की मदद से श्र्वसन नली पूरी तरह से खुल जाती है। इस विधि को सांस लेने की प्रकिया में दोहराया जाता है। अनुलोम-विलोम एक ऐसा आसान है जो योग में सबसे अधिक लोकप्रिय माना जाता है। आप इस आसान को घर पर या किसी पार्क में कही पर भी कर सकते हैं। इसके लिए आपको किसी विशेष उपकरण की भी आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
अनुलोम-विलोम योग करने का सही तरीका