सोओपीडी के कारण (Causes Of COPD)
सीओपीडी रोग होने का सबसे बड़ा कारण है बढ़ता प्रदूषण (Pollution)। जिसके कारण कई लोग लंग डिजीज (Lame disease) के शिकार हो रहे हैं। रोजाना सड़क पर गाड़ियों से उत्पन्न होने वाले धुंओं का प्रभाव लोगों के फेफड़ों पर पड़ रहा है। इसके अलावा धूल, मिट्टी, डस्ट के कारण होने वाले एलर्जन (Allergan) भी सांस के साथ शरीर के अंदर जाकर फेफड़ों को प्रभावित करते हैं। इन कारणों के अलावा धूम्रपान (Smoking) भी लोगों में इस बीमारी के बढ़ने का कारण है। कई लोग जो चेन स्मोकर होते हैं, बीड़ी या हुक्का पीते हैं, उनमें भी सीओपीडी होने के सम्भावनाएं बढ़ जाती हैं। इसलिए डॉक्टर स्मोकिंग से बचने की सलाहा देते हैं।
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अस्थमा के कारण (Asthma Causes)?
लोगों में अस्थमा कि समस्या कई कारणों से हो सकती हैं, लेकिन जो मुख्य रूप से देखी जाती हैं, वो है स्मोकिंग (Smoking) यानि कि लोगों का अधिक ध्रूमपान करना। इसके बाद मोटापा भी कई लोगों में इस समस्या का बड़ा कारण माना गया है। बढ़ते वजन के कारण भी सांस की नली में दबाव पड़ने लगता है। इसके अलावा अस्थ्मा की समस्या के सबसे मुख्य कारणों में एक एलर्जी भी एक है। जिसके कारण उनमें यह समस्या ट्रिगर होने लगती है। इसके अन्य कारणों में लोगों का अधिक स्ट्रेस लेना और बढ़ता प्रदूषण भी शामिल है।
अस्थमा और सीओपीडी का ट्रीटमेंट्र (Treatment)
अस्थमा (Asthma) का उपचार
अस्थमा एक लाॅन्ग टर्म मेडिकल कंडिशन है। हम यह भी कह सकते हैं कि यह समस्या कभी भी मरीज में ट्रिगर हो सकती है। इसलिए इलाज जीवन भर के लिए होता है। मरीज का इनहेलर (Inhaler) को अपने पास रखना जरूरी होता है। इसके आलावा डॉक्टर द्वारा बताए गए अन्य मेडिकेशन को भी ध्यान में रखना आवश्यक है। इसमें कुछ चीजों से बचाव काफी जरूरी होता है। रोजाना मेडिकेशन (Medication) में डॉक्टर आपको ये मेडिकेशन बोल सकते हैं, जैसे कि:
- इसमें जल्दी आराम के लिए बीटा एगोनिस्ट (beta agonists), इप्रेट्रोपियम (एट्रोवेंट) (ipratropium) (Atrovent), and कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स (Intravenous corticosteroids) शामिल हैं।
- एलर्जी की दवाइयां जैसे कि एलर्जी शॉट्स (इम्यूनोथेरेपी) (immunotherapy) और ओमालिज़ुमैब (एक्सोलैर) (omalizumab) (Xolair) है।
- लंबे समय तक अस्थमा को नियंत्रित करने वाली दवाएं जैसे कि कॉर्टिकोस्टेरॉइड (Corticosteroids), ल्यूकोटरीन मॉडिफायर (leukotriene modifiers), लंबे समय तक काम करने वाले बीटा एगोनिस्ट (beta agonists )के साथ इनहेलर शामिल है।
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सीओपीडी COPD का उपचार
अस्थमा की तरह, सीओपीडी की समस्या भी एक लॉन्ग टर्म मेडिकल कंडिशन है। जिसका उपचार लक्षणों पर निर्भर करता है और यह भी लॉन्ग टर्म मेडिकेशन है। ताकि मरीज की हालत बिगड़ने से रोकी जा सके। मेडिकेशन में डॉक्टर आपको धूम्रपान छोड़ना की सलाह देंगे, यदि आप करते हैं। इसके अलावा सेकेंड हैंड स्मोकिंग के दौरान धुएं के संपर्क में आने से बचने की सलाह देंगे। इसके अलावा अन्य मेडिकेश में शामिल हैं, जैसे कि:
- डॉक्टर आपको मेडिकेशन में (Bronchodilators) ब्रोन्कोडायलेटर्स, (Inhaled steroids) इंहेल्ड स्टेरॉयड, कॉम्बिनेसन इनहेलर (Combination Inhalers) ,ओरल स्टेरॉयड (Oral steroids) , फॉस्फोडाइस्टरेज़ -4 इन्हिबटर (Phosphodiesterase-4 inhibitors,) थियोफिलीन (Theophylline) और एंटीबायोटिक्स ( antibiotics )जैसी दवाएं देंगे।
- इसके अलावा लंग थेरिपी में आपको ऑक्सिजन थेरिपी (Oxygen therapy),पल्मोनेरी रिहैबिलाइेशन प्रोगाम (Pulmonary Rehabilitation programs), एक्सरसाइज ट्रेनिंग और कुछ काउंसलिंग की सलाह देंगे।
इसका रखें ध्यान
- इस समस्या से बचने के लिए ध्यान रखें कि हमेशा बाहर निकलते समय मास्क का प्रयोग जरूर करें।
- शरीर में पानी की कमी न होने दें। इसके लिए अपने आप को हायड्रेटेड रखें ।
- धुएं के संपर्क में आने बचें।
- समस्या महसूस होने पर तुरंत डॉक्टर से मिलें।
- घर में साफ-सफाई के दौरान धूल बचें।
- ज्यादा भीड़ वाली जगह पर न जाएं।
- स्मोकिंग, सेकेंड हैंड स्माकिगं, तंबाकू और शराब का सेवन न करें।
- एक्सरसाइज नियमित रूप से करें।
तो आपने जाना कि अस्थमा और सीओपीडी दोनों ही सांस संबधी बीमारी हैं। लेकिन दोनाें एक दूसरे से अलग है। इनके लक्षण और उचार भी काफी भिन्न हैं। अक्सर लोग इसे एक समझने की गलती कर देते हैं। पर जरूरी है कि आप दोनों के बीच को अंतर को समझें। इसके अलावा यह समस्या महसूस होने पर तुरंत डॉक्टर से मिलें। उनके द्वारा बताए गए मेडिकेशन को भी फॉलों करें। अपने मन से कोई भी घरेलू इलाज या दवा न लें। अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से संपर्क करें।