और पढ़ें: टोटल एनोमलस पल्मोनरी वेनस कनेक्शन: जानिए जन्मजात होने वाले इस हार्ट डिफेक्ट के बारे में
प्रीडायबिटीज और हार्ट डिजीज (Prediabetes and Heart Disease): हार्ट अटैक (Heart Attack)
हार्ट अटैक हृदय रोग का कोई प्रकार नहीं है बल्कि ये एरिथमिया के अंतर्गत ही आता है। इसमें दिल में दबाव के साथ रक्त संचार कम हो जाता है, इसके लक्षण इस प्रकार हैं:
- सीने में दर्द (Chest Pain)
- जी मिचलाना (Nausea)
- चक्कर आना (Dizziness)
- सांस लेने में तकलीफ होना (Breathing Problem)
- बेचैनी (Restlessness)
और पढ़ें: Tricuspid Regurgitation: हार्ट वॉल्व के ठीक से काम न करने के कारण पैदा होती है ये कंडिशन!
प्रीडायबिटीज और हार्ट डिजीज (Prediabetes and Heart Disease) से बचाव
प्रीडायबिटीज और हार्ट डिजीज (Prediabetes and Heart Disease) में बहुत गहरा संबंध है। प्रीडायबिटीज पेशेंट को अलग हार्ट प्रॉब्लम से बचना है और यह स्थिति कहीं गंभीर न हो जाए। इसलिए पहले से कुछ खास बातों का ध्यान रखना आवश्यक है, जैसे कि:
अपनी कुछ आदतों में सुधार लाएं (Healthy Habits)
आपका इस गंभीर स्थिति से बचना चाहते हैं, तो आपको हृदय रोग जोखिम कारकों को नियंत्रण में रखना होगा। जिसके लिए अपनी कुछ आदतों में सुधार लाएं:
- यदि आप धूम्रपान करते हैं, तो उसे छोड़ने की कोशिश करें।
- अपने रक्तचाप को 120/80 मिमी एचजी से कम रखें यानि कि ब्लड प्रेशर को कंट्रोल रखें।
- आपमें एलडीएल कोलेस्ट्रॉल के स्तर को 100 मिलीग्राम / डीएल से कम हो।
और पढ़ें: डायबिटीज के लिए एक्यूपंक्चर थेरिपी, कंट्रोल हो सकती है आपकी बढ़ी हुई शुगर
प्रीडायबिटीज और हार्ट डिजीज (Prediabetes and Heart Disease) : अधिक फल, सब्जियां और अनाज खाएं (Diet)
डाॅक्टर प्रीडायबिटीज की समस्या से बचने के लिए ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले खाद्य पदार्थ खाने की सलाह देते हैं, क्योंकि कार्बोहाइड्रेट वाले खाद्य पदार्थ जल्दी रक्त शर्करा बढ़ा देते हैं। इसलिए डायट में खानपान का विशेष ध्यान दें और अपने भोजन में हेल्दी फूड शामिल करें। आप डायट में हरी सब्जियां, विशेषतौर पर पालक, टमाटर, लौकी, तोरी, पनीर, कम मीठे फल आदि खाएं। ऑयली फूड के सेवन से बचें। अनाज में खाली गेहूं कि जगह बेसन, जौ और बाजरे की मिक्स रोटी खाएं।
प्रीडायबिटीज और हार्ट डिजीज (Prediabetes and Heart Disease): व्यायाम रोज करें (Exercise)
हृदय रोग के जोखिम को कम करने के लिए व्यायाम भी बहुत जरूरी है। यदि आपका वजन सामान्य भी है, तो भी रोज 30 मिनट का वॉक रोज जरूरी है। यदि आपको वजन कम करने की आवश्यकता है, तो आप रोज एक घंटे की वॉक जरूर करें। डायबिटीज में योगा सबसे ज्यादा प्रभावकारी होता है।
प्रीडायबिटीज के लक्षण अक्सर दिखायी नहीं देते हैं। लेकिन यह साइलंट किलर की तरह होता है। इससे आपको बचने के लिए आपको अपने लाइफस्टाइल, डायट और वर्कआउट की नियमित जरूरत है।
तो इस तरह से आपने प्रीडायबिटीज और हार्ट डिजीज (Prediabetes and Heart Disease) में संबंध जाना। प्रीडायबिटीज, आपमें डायबिटीज का रूप न ले लें और आप हार्ट डिजीज के शिकार न हो जाएं, इससे बचाव के लिए अपने लाइफस्टाइल से लेकर खानपान तक का ध्यान रखें। जिन्हें मरीजों काे प्रीडायबिटीज का पता चल गया है, उन्हें खास सावधानी रखने की जरूरी होती है, क्योंकि उनकी छोटी सी गलती भी उन पर भारी पड़ सकती है। इसके लिए ऊपर दिए गए लक्षणों पर अपनी निगरानी भी रखें। प्रीडायबिटीज में अपने मन से कोई भी डायट न लें। अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से संपर्क करें।