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मैक्रोन्यूट्रिएंट्स की बात करें तो कटहल में ज्यादातर कार्ब्स होते हैं। ये कार्ब्स नैचुरल शुगर के रूप में होते हैं, जो आपके ब्लड शुगर लेवल को बढ़ाते हैं। फिर भी, कटहल में मौजूद अन्य पोषक तत्व और कंपाउंड्स आपके ब्लड शुगर लेवल को अधिक सकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकते हैं। विटामिन ए, विटामिन सी, नियासिन, कैल्शियम, थायमिन, राइबोफ्लेविन, पोटेशियम, आयरन और मैग्नीशियम से भरपूर कटहल पोषक तत्वों का भंडार है। कटहल में कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स (Glycemic index) होता है जो इसे गेहूं के आटे का अच्छा सब्स्टिटूट बनाता है। डायबिटीज में कटहल (Jackfruit in diabetes) का सेवन सही होगा या नहीं? इसके बारे में डॉक्टर से सलाह लेना सही होगा।
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डायबिटीज में कटहल (jackfruit in diabetes) खाने के बारे में क्या कहती है स्टडी?

अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन (AAA) द्वारा प्रकाशित एक स्टडी के अनुसार, कटहल का आटा ग्लाइकोसिलेटेड हीमोग्लोबिन (HbA1c), फास्टिंग ब्लड ग्लूकोज (FBG), और पोस्टप्रैन्डियल ग्लूकोज (PPG) को कम करता है। रिसर्च में टाइप 2 डायबिटीज (T2DM) वाले 40 पार्टिसिपेंट्स को शामिल किया गया, जिन्हें तीन महीने के लिए कटहल से बना 30 ग्राम हरा आटा दिया गया। बाकी लोगों ने रोटी या इडली बनाने वाले रेगुलर गेहूं या चावल के आटे का इस्तेमाल किया। स्टडी के अंत में, जिसे इंडियन कॉउन्सिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) द्वारा एप्रूव्ड किया गया था, यह पाया गया कि जिन लोगों ने अपने इडली बैटर या गेहूं के आटे में जैक फ्रूट फ्लोर मिलाया, उनके प्लाज्मा ग्लूकोज के स्तर (Glucose level) में सुधार दिखा।
डायबिटीज ग्रस्त चूहों पर किए गए एक शोध के अनुसार, यह पाया गया कि कटहल के पत्ते के अर्क के उपयोग से ब्लड शुगर लेवल को कम करने में मदद मिलती है और चूहों में लॉन्ग टर्म शुगर मैनजेमेंट में भी हेल्पफुल है। ऐसा कटहल में फ्लेवोनोइड एंटीऑक्सिडेंट की उपस्थिति के कारण होता है। शोध के अनुसार कटहल फ्लेवोनोइड्स की मौजूदगी के कारण ब्लड शुगर को नियंत्रित रखने में मदद कर सकता है। यानि डायबिटीज में कटहल (Jackfruit in diabetes) फायदेमंद हो सकता है।
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