इन फलों का जीआई स्कोर 70-100 के बीच है। साथ ही इनमें शुगर का लेवल भी हाय है। इन फलों का सेवन डायबिटीज के मरीज कर सकते हैं, लेकिन कम मात्रा में।
हाय कार्बोहाइड्रेट्स फ्रूट्स (High carbohydrates)
डायबिटीज यूके के अनुसार, एक व्यक्ति जितना कार्ब्स खाता है, उसका ब्लड शुगर लेवल पर सबसे अधिक प्रभाव पड़ता है। यदि कोई व्यक्ति कम कार्ब वाली डायट को फॉलो कर रहा है, तो उन्हें यह पहचानना चाहिए कि वे कौन से कार्ब्स खा रहे हैं जो पोषक तत्वों में कम हैं या अन्य तरीकों से अनहेल्दी हैं और फिर उन्हें सबसे पहले अपनी डायट से हटा दें। ताजे फलों से कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं, इसलिए यह सूची में पहले स्थान पर नहीं हो सकता है। उदाहरण के लिए एक छोटे सेब में 15-20 ग्राम कार्ब्स पाए जाते हैं। वहीं एक चॉकलेट मफिन में 55 ग्राम।
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फलों का जूस (Fruit juice)
सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) के अनुसार बता दें कि भोजन के दौरान या अकेले फलों का जूस पीने से व्यक्ति का ब्लड शुगर लेवल तेजी से बढ़ता है।हालांकि, जब कोई व्यक्ति पूरा फल खाता है तो, फलों में मौजूद फायबर और साधारण शर्करा का संयोजन रक्त में शर्करा के अवशोषण को धीमा कर देता है। 2013 के एक रिसर्च पेपर के अनुसार फलों का सेवन इस संभावना को प्रभावित करता है कि एक व्यक्ति टाइप 2 मधुमेह विकसित करेगा।
परिणामों से पता चला कि जिन लोगों ने अधिक फल का सेवन किया, उनमें इस स्थिति के विकसित होने की संभावना कम थी। जो लोग अधिक मात्रा में फलों का रस पीते थे, उनमें इस स्थिति के विकसित होने की संभावना अधिक थी। डायबिटीज में पपीता (Papaya in diabetes) खाएं, लेकिन फलों के जूस का सेवन डॉक्टर की सलाह के बिना ना करें।
डायबिटीज में पपीता (Papaya in diabetes) के अलावा इन फलों का भी कर सकते हैं सेवन
जैसे कि आप समझ ही चुके हैं कि पपीता में मीडियम जीआई पाया जाता है। ऐसे में अगर आप लोअर जीआई रेंज का फ्रूट्स का सेवन करना चाहते हैं, तो निम्न फलों को खा सकते हैं।
- सेब
- एप्रिकोट
- ब्लूबेरीज
- क्रेनबेरीज
- ग्रेप फ्रूट
- पल्मस
- नाशपाती
- स्ट्राबेरीज