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अब जानिए किन लोगों को यह वैक्सीन नहीं लगानी चाहिए?
येलो फीवर वैक्सीन किन लोगों को नहीं लेनी चाहिए?
जैसा की पहले बताया गया है कि येलो फीवर एक गंभीर बीमारी है, जिसमें रोगी की मृत्यु भी हो सकती है। लेकिन, फिर भी कुछ लोगों को यह वैक्सीन नहीं लेने की सलाह दी जाती है। इसका कारण येलो फीवर वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स (Yellow fever vaccine side effects) नहीं हैं। जानिए, किन स्थितियों में यह वैक्सीन नहीं लेनी चाहिए?
- अगर बच्चे नौ महीने से कम उम्र का हो।
- 59 से अधिक उम्र के लोगों को यह वैक्सीन नहीं लेनी चाहिए।
- कमजोर इम्युनिटी वाले लोग जैसे जो लोग कीमोथेरेपी ले रहे हों या HIV से पीड़ित हो।
- जिन लोगों को अंडे, ग्लूटेन या अन्य वैक्सीन के इंग्रीडिएंट से एलर्जी हो। उन्हें भी इस वैक्सीन को नहीं लेना चाहिए।
- अगर किसी को इस वैक्सीन की पिछली डोज के बाद गंभीर एलर्जिक रिएक्शन (Allergic reactions) हों, उन्हें भी यह वैक्सीन न लेने की सलाह दी जाती है।
- जिन लोगों ने अपने थाइमस (Thymus) को हटा दिया है या जिन्हें थाइमस डिसऑर्डर (Thymus disorder) है। उन्हें भी यह वैक्सीन नहीं लेनी चाहिए।
- अगर आपको बुखार है तो आपको यह वैक्सीन तब तक नहीं लेनी चाहिए, जब तक बुखार ठीक न हो जाए।
- जो महिलाएं गर्भवती (Pregnant) हैं या स्तनपान (Breastfeeding) करा रही हैं। उन्हें भी तभी वैक्सीनेशन करानी चाहिए, अगर उनका मच्छरों के काटने से बचाव संभव न हो।
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उम्मीद है कि आपको येलो फीवर वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स (Yellow fever vaccine side effects) के बारे में यह जानकारी पसंद आई होगी। इस समस्या से बचने के लिए वैक्सीनेशन बेहद आवश्यक है। ऐसे स्थानों पर जहां यह बीमारी सामान्य है,वहां के लोगों के लिए इस रोग के लिए वैक्सीनेशन कराना अनिवार्य है, ताकि इसकी जटिलताओं से बचा जा सके। अगर आपको यह जानकारी नहीं है कि आप यह वैक्सीन लगानी चाहिए या नहीं, तो अपने डॉक्टर से बात करें। आपके डॉक्टर आपको इस वैक्सीन के फायदे और नुकसानों के बारे में विस्तार से समझा सकते हैं।
हालांकि, इस बात का भी ध्यान रखें कि यह वैक्सीन संपूर्ण सुरक्षा नहीं है। ऐसे में अगर आप ऐसी जगहों पर ट्रेवल कर रहे हैं। जहां येलो फीवर वायरस (yellow fever virus) की संभावना है, तो इस वैक्सीन के अलावा मच्छरों से बचाव के लिए अन्य तरीकों जैसे नेट, इन्सेक्ट रिपेलेंट्स (Insect repellents) और सही कपड़ों का भी प्रयोग करें। जिस समय पर मच्छर अधिक होते हैं, उस समय घर पर ही रहें। ताकि मच्छरों के कारण होने वाली बीमारियों के जोखिम से बचा जा सके।अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।