किडनी फेलियर के लक्षण
डायबिटिक किडनी फेलियर में शुरुआती दिनों में कोई खास लक्षण दिखाई नहीं देते। परन्तु जैसे-जैसे किडनी की तकलीफ बढ़ती है, लक्षण दिखाई देने लगते हैं। इनमें से कुछ लक्षण निम्न प्रकार के हैं –
- हाथ, पैर, चेहरे पर सूजन आना
- सोने में तकलीफ या ध्यान केंद्रित करने में तकलीफ होना
- भूख ना लगना
- मितली आना
- कमजोरी का अनुभव करना
- खुजली होना (किडनी की समस्या का ये आखिरी चरण होता है, जब त्वचा पूरी तरह शुष्क पड़ जाती है)
- चक्कर आना
- ह्रदय की गति का अनियमित होना
- शरीर की चमड़ी का झूल जाना
डायबिटीज के दौरान ऐसे किसी भी लक्षण को देखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
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किडनी फेलियर को कैसे रोकें
डॉक्टर इन सारी बातों का ध्यान रखते हुए आपके लिए मील प्लान (meal plan) बना सकते हैं। इसके लिए आप किसी डायटीशियन (dietician) को भी संपर्क कर सकते हैं। इसके अलावा आप किसी अच्छे नेफ्रोलॉजिस्ट (nephrologist) यानि किडनी के डॉक्टर से भी संपर्क कर सकते हैं। एक अनुशासित रहन-सहन के साथ आप डायबिटीज को नियंत्रित कर किडनी फेलियर को रोक सकते हैं।
अपने ब्लड शुगर का ध्यान रखें
किडनी को किसी भी प्रकार की क्षति से बचाने के लिए सबसे बढ़िया रास्ता है ब्लड शुगर को नियंत्रण में रखना। ब्लड शुगर को नियंत्रण में रखने के लिए समय-समय पर ब्लड शुगर की जांच करते रहें। इसके अलावा एक अनुशासित जीवनशैली को अपनाएं। नियमित रूप से व्यायाम करें और नुक्सान पहुंचाने वाले भोजन का सेवन न करें।
ब्लड प्रेशर को नियंत्रण में रखें
डॉक्टर से इस बारे में सलाह करें कि ब्लड प्रेशर का लेवल कितना होना चाहिए। साथ ही नियमित रूप से ब्लड प्रेशर की जांच करवाते रहें। डॉक्टर आपकी स्थिति के अनुसार ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने के लिए एंजियोटेनसिन-कंवर्टिंग एंजाइम (Angiotensin-converting enzyme (ACE) सम्बंधित दवाएं दे सकते हैं। ये दवाएं ब्लड प्रेशर को कम कर के किडनी को सुरक्षा देती हैं।
प्रोटीन सेवन की मात्रा निश्चित करें
रिसर्च के अनुसार, डायबिटीज से ग्रसित लोगों को प्रोटीन अच्छी मात्रा में लेना चाहिए। लेकिन साथ ही ज्यादा प्रोटीन का सेवन भी किडनी को नुकसान पहुंचा सकता हैं। इसलिए जरुरी हैं कि प्रोटीन लेने की सही मात्रा तय की जाए। इसके लिए आप अपने डॉक्टर से सलाह ले सकते हैं। डायटीशियन भी इसमें आपकी मदद कर सकती हैं। सुनिश्चित करें कि जो भोजन आप ले रहे हैं, वो आपके शरीर को पोषण प्रदान करे, क्षति नहीं।