के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya
एट्रोफिक गैस्ट्रेटिस (Atrophic Gastritis) एक ऐसा विकार है, जो पेट में सूजन के कारण होता है। यह आपके सभी लक्षणों और असुविधाजनक संवेदनाओं का कारण बनता है। इसका कारण आमतौर पर यह पाइलोरी जीवाणु के कारण एक जीवाणु संक्रमण का परिणाम है। यह बैक्टीरिया (Bacterial) बलगम के अवरोध को बाधित करते हैं जो आपके पेट के अस्तर को अम्लीय रसों से बचाता है जो आपकी पाचन (Diagestion) क्रिया में मदद करते हैं। यदि यह इलाज नहीं किया जाता है, तो संक्रमण धीरे-धीरे आपके पेट के अस्तर की कोशिकाओं को नष्ट कर देगा। कभी-कभी कुछ मामलों में एट्रोफिक गैस्ट्रेटिस (Atrophic Gastritis) तब होता है, जब प्रतिरक्षा प्रणाली गलती से आपके पेट के अस्तर में स्वस्थ कोशिकाओं पर हमला करती है। इसमें हम आपको बताएंगे कि इसके मुख्य लक्षणों के साथ-साथ, जांच, इलाज करने के लिए हम क्या कर सकते हैं।
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एट्रोफिक गैस्ट्रेटिस के कुछ मामलों में कोई लक्षण नहीं मिलते हैं,लेकिन एच पाइलोरी संक्रमण (Pulmonary Infection) के कुछ लक्षण हैं जो इस प्रकार से हो सकते हैं।
B-12 की कमी से तंत्रिका क्षति भी हो सकती है, जिसके कारण से आपको ये हो सकते हैं।
ऑटोइम्यून एट्रोफिक गैस्ट्रेटिस (Autoimmune Atrophic Gastric) में विटामिन बी -12 (Vitamin B 12) की कमी हो सकती है, जिससे एनीमिया (Anemia) के लक्षण हो सकते हैं, जो इस प्रकार हो सकते हैं।
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सबसे अधिक मामले में देखा गया है कि एट्रोफिक गैस्ट्रेटिस एच पाइलोरी जीवाणु के कारण होता है। यह बैक्टीरियल संक्रमण (Bacterial Infection) अक्सर आपको बचपन में ही हो जाता है, लेकिन उस समय उसके लक्षण विकसित नहीं हुए रहते हैं। लेकिन यदि इसका इलाज समय पर न किया गया हो तो यह समय के साथ अधिक बिगड़ने लगते हैं जो आपके लिए समस्या बनने लगता है।
-यदि किसी व्यक्ति को एट्रोफिक गैस्ट्रेटिस संक्रमण है और आप उस व्यक्ति के मल, उल्टी या लार के साथ सीधा संपर्क में आते है तो यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकता है। एट्रोफिक गैस्ट्रेटिस संक्रमण खाने या पीने से भी हो सकता है जो बैक्टीरिया से दूषित होता है।
-आपको बताएं कि एंटीबॉडी को आंतरिक कारक के रूप में जाना जा सकता है। आंतरिक कारक पेट की कोशिकाओं द्वारा जारी किए गए प्रोटीन है जो विटामिन बी -12 को अवशोषित करने में मदद करता है। आंतरिक कारक की कमी से आपको बीमारी हो सकती है, जिसे पेपेरोनिसिया एनीमिया (Anemia) कहा जाता है। इस बीमारी के कारण आपके शरीर के लिए पर्याप्त स्वस्थ लाल रक्त कोशिकाओं को बनाने में विटामिन बी -12 (Vitamin B 12) की कमी असंभव हो जाती है।
-ऑटोइम्यून एट्रोफिक गैस्ट्रेटिस तब विकसित होता है, जब आपका शरीर एंटीबॉडी (Antibody) का उत्पादन करता है, जो गलती से आपके स्वस्थ पेट की कोशिकाओं पर हमला करता है। एंटीबॉडीज प्रोटीन होते हैं, जो आपके शरीर को संक्रमण (Infection) को पहचानने और उससे लड़ने में मदद करते हैं। वे आम तौर पर बैक्टीरिया (Bacteria) और वायरस (Virus) जैसे हानिकारक पदार्थों पर हमला करते हैं। लेकिन एट्रोफिक गैस्ट्रेटिस (एजी) वाले लोगों में एंटीबॉडी गलती से पेट के कोशिकाओं को निशाना बना लेता हैं जो अम्लीय रस के उत्पादन के लिए जिम्मेदार होते हैं साथ ही जो पाचन में मदद करते हैं।
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यदि आपके अंदर एट्रोफिक गैस्ट्रेटिस (Atrophic Gastritis) के लक्षण दिखाई देते हैं, और इससे जुड़ी अन्य समस्या देखने को मिलती है, तो आपको अपने डॉक्टर के पास निदान के लिए जाने की आवश्यकता है। एट्रोफिक गैस्ट्रेटिस निदान में आमतौर पर नैदानिक अवलोकन और परीक्षण किया जाता है। इसमें एक शारीरिक परीक्षा के दौरान, डॉक्टर आपके पेट के कुछ हिस्से पर दबाव डालकर जांच करता है। डॉक्टर विटामिन बी -12 की कमी के संकेतों को भी देखेंगे, जैसे कि पैलिसिटी, रैपिड पल्स, और न्यूरोलॉजिकल घाटे। आपका डॉक्टर जांच के लिए रक्त परीक्षण लेने कि सलाह दे सकता है।
एट्रोफिक गैस्ट्रिटिस का इलाज करने के लिए डॉक्टर आपके एक अंतर्निहित के कारण पर ध्यान देकर यह निर्णय लेगा कि उपचार कैसे करना है। एक डॉक्टर आमतौर पर उन मामलों के इलाज के लिए एंटीबायोटिक्स लिखता है, जहां बैक्टीरिया एट्रॉफिक गैस्ट्रेटिस पैदा कर रहा है। कुछ मामलों में, वे पेट के एसिड के उत्पादन को कम करने के लिए दवा लिख सकते हैं जबकि पेट ठीक हो जाता है। ऑटोइम्यून एट्रोफिक गैस्ट्रेटिस के मामलों में डॉक्टर विटामिन बी -12 इंजेक्शन लिख सकता है। ये इंजेक्शन विटामिन बी -12 की कमी की जटिलताओं को रोकेंगे या समाप्त करेंगे। इसके अलावा, ऑटोइम्यून एट्रोफिक गैस्ट्रिटिस के इलाज के लिए यह ध्यान देना चाहिए कि कोई व्यक्ति आयरन की कमी तो नहीं है।
एट्रोफिक गैस्ट्रेटिस का इलाज करने के लिए घर पर रहकर आप कुछ उपाय कर सकते हैं। ऑटोइम्यून एट्रोफिक गैस्ट्रिटिस वाले लोगों के लिए, विटामिन बी -12 से समृद्ध आहार कमी के कारण आगे की जटिलताओं को रोकने में मदद कर सकता है। बी -12 के अच्छे स्रोतों में ये शामिल हैं-
एच पाइलोरी से बचने के लिए आपको स्वच्छता का ध्यान सबसे अधिक देना चाहिए। यदि आप किसी ऐसी जगह पर जाते हैं जहां दूषित पानी हो तो ये एक चिंता का विषय है। इन जीवाणुओं के संपर्क को रोकने के लिए कुछ ऐसे कदम उठा सकते है।
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यदि आप किसी एच. पाइलोरी व्यक्ति से सीधे तौर पर संपर्क में आते हैं, तो ऐसे में आपको एट्रोफिक गैस्ट्र्रिटिस होने का खतरा होता है। यह बीमारी उस जगह पर होना सबसे आम है, जहां अत्यधिक गरीबी है या अत्यधिक भीड़ है। ऑटोइम्यून एट्रोफिक गैस्ट्रिटिस बहुत रेयर है। यह अफ्रीकी-अमेरिकी, एशियाई, हिस्पैनिक या उत्तरी यूरोपीय मूल के लोगों में होने की अधिक संभावना होती है।अन्य चिकित्सा स्थितियों वाले लोगों को ऑटोइम्यून एट्रोफिक गैस्ट्रेटिस का खतरा अधिक होता है। इस प्रकार हो सकते हैं।
नोट: इसके अलावा, एट्रोफिक गैस्ट्रिटिस वाले लोग पेट के कैंसर (Stomach Cancer) के विकास के एक उच्च जोखिम में हैं।
उपर दी गई जानकारी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। इसलिए किसी भी दवा या सप्लिमेंट का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से परामर्श जरूर करें। हैलो स्वास्थ्य किसी भी प्रकार की चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार प्रदान नहीं करता है।
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