लिंपार्जा कैंसर मेडिसिन है जो शरीर में कैंसर सेल्स की ग्रोथ को रोकने का काम करती है और साथ ही सेल्स को शरीर में फैलने से रोकती है। लिंपार्जा का प्रयोग एडवांस ओवेरियन कैंसर के लिए किया जाता है। लिंपार्जा का प्रयोग ओवेरियन कैंसर, फैलोपियन ट्यूब कैंसर या पेरीटोनियल कैंसर की कीमोथेरिपी के दौरान बॉडी के रिस्पॉन्स को मेंटेन करने के लिए भी किया जाता है। लिंपार्जा का प्रयोग HER2 निगेटिव ब्रेस्ट कैंसर के ट्रीटमेंट (Breast cancer treatment) के लिए भी किया जाता है।
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लिंपार्जा ले रहे हैं तो ध्यान रखे बातें
लिंपार्जा इम्युन सिस्टम को प्रभावित करता है। साथ ही व्यक्ति को संक्रमण (Infection) अधिक आसानी से हो सकता है। लिपार्जा लेने से घातक संक्रमण की भी अशंका रहती है। अगर आपको बुखार, कमजोरी, थकान, सांस लेने में तकलीफ, सांस फूलना या ब्लीडिंग (मल व मूत्र), वजन कम (Weight loss) होने की समस्या महसूस हो रही है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। अगर मेडिसिन के साइडइफेक्ट दिख रहे हैं तो कैंसर के ट्रीटमेंट (Cancer treatment) में देरी भी हो सकती है। लिंपार्जा लेने से फेफड़ों में भी गंभीर समस्या हो सकती है। सीने में दर्द, घरघराहट की आवाज, सांस लेने में परेशानी, खांसी आदि भी परेशन कर सकती है। अगर आप मेडिसिन ले रहे हैं तो डॉक्टर से अपनी परेशानी जरूर शेयर करें।
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अग्नाशय कैंसर
अग्नाशय कैंसर की शुरुआत पेंक्रियाज टिशू से होती है।पेट के निचले हिस्से के पीछे की ओर अग्नाशय होता है। अग्नाशय एंजाइमों को रिलीज करता है जो पाचन में सहायता करते हैं। साथ ही अग्नाशय हार्मोन का उत्पादन करता है जो रक्त शर्करा का प्रबंधन करने में मदद करता है। पेंक्रियाज में कई प्रकार की ग्रोथ हो सकती है जो कैंसर और नॉन कैंसर ट्यूमर का विकास कर सकती है।
अग्नाशय कैंसर (Pancreatic Cancer) होने पर दिख सकते हैं ये लक्षण
अग्नाशय कैंसर के लक्षण आमतौर पर दिखाई नहीं देते हैं। कैंसर के बढ़ने के साथ ही अग्नाशय कैंसर के कुछ लक्षण दिख सकते हैं। इसके लक्षण कुछ खास दिखाई नहीं देते और छिपे हुए रहते हैं। अग्नाशय कैंसर के लक्षण निम्न हो सकते हैं,