ट्रगस पियर्सिंग यानी कि तुंगिका पर कान छिदवाना। ट्रगस या तुंगिका कान का एक मांसल और कार्टिलेज का बना हिस्सा है। इसे आसान भाषा में आप समझ सकते हैं कि कान का छेद, जिससे आवाज कान में जाती है, उसके आगे तरफ लगभग एक सेंटीमीटर की कार्टिलेज की बनी एक छोटी सी ग्रोथ होती है। उसे ही ट्रगस कहते हैं। लोगों का मानना है कि ट्रगस पियर्सिंग कराने से हमारे सेहत पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इस आर्टिकल से हम जानेंगे कि ट्रगस पियर्सिंग का स्वास्थ्य लाभ क्या है, ट्रगस पियर्सिंग कराने के बाद देखभाल कैसे करें आदि।