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मिर्गी के दौरे आने पर फर्स्ट एड कैसे करें?

मिर्गी के दौरे कई प्रकार के होते हैं, ज्यादातर दौरे कुछ मिनट में खत्म हो जाते हैं। कुछ आसान से तरीकों को अपना कर आप दौरे का फर्स्ट एड कर सकते हैं :
- मिर्गी के दौरे पड़ने पर आपको पीड़ित व्यक्ति के साथ तब तक रहना चाहिए, जब तक वह पूरी तरह से होश में न आ जाए। अंत में उस व्यक्ति को आप सुरक्षित स्थान पर बैठाएं और उससे बात करने की कोशिश करें। उससे पूछे कि उसे हुआ क्या था? मिर्गी से पीड़ित व्यक्ति को दौरे पड़ने के बाद शांत होने के लिए कहें और उससे शांति से बात करें।
- मिर्गी का दौरा पड़ने के दौरान आप पीड़ित व्यक्ति के हाथ में चेक करें कि क्या उसने कोई मेडिकल ब्रेसलेट या इमरजेंसी इंफॉर्मेशन डिवाइस पहना है क्या?
- किसी टैक्सी या व्यक्ति की मदद से पीड़ित व्यक्ति को घर पहुंचाएं।
मिर्गी के दौरे के दौरान क्या ना करें?
जब किसी व्यक्ति को मिर्गी का दौरा पड़े तो आप निम्न चीजें तो कत्तई न करें :
- मिर्गी का दौरा पड़ने के दौरान व्यक्ति की गतिविधियों को रोके नहीं, ना ही उसे दबाने की कोशिश करें।
- जब किसी को दौरा पड़े तो उस दौरान आप उसके मुंह में कुछ भी डालने का प्रयास न करें। इससे व्यक्ति के दांतों और जबड़ों को चोट लग सकती है। क्योंकि मिर्गी का दौरा जब पड़ता है तो व्यक्ति किसी भी चीज को निगलने में असमर्थ होता है।
- मिर्गी का दौरा पड़ने के दौरान आप सीपीआर यानी कि मुंह से मुंह में सांस देने का प्रयास न करें। दौरे के बाद व्यक्ति खुद ही सांस लेने लगेगा।
क्या मिर्गी से ग्रसित व्यक्ति की मौत जल्दी हो जाती है?
अभी तक बात हुई कि मिर्गी के दौरे पड़ने से व्यक्ति की मौत हो सकती है। अब बात करते हैं कि क्या एपिलेप्सी से ग्रसित व्यक्ति की उम्र सामान्य व्यक्ति से कम होती है, यानी कि उसकी मौत जल्दी हो सकती है। इस बात का जबाव यही है कि हां, जिन्हें मिर्गी होती है उनकी मौत होने का रिस्क बढ़ जाता है। जिन्हें मिर्गी आती है उनकी मृत्यु होने का रिस्क डेढ़ से तीन गुना ज्यादा होता है, उनकी तुलना में जिन्हें मिर्गी नहीं आती है। बच्चों में मिर्गी के कारण मौत होने की संभावना थोड़ी ज्यादा होती है। ऐसा जरूरी नहीं है कि हर मिर्गी के मरीज की मौत जल्द ही हो जाए। कुछ बातों का ध्यान रखकर मिर्गी के साथ भी अच्छा जीवन जी सकते हैं।
हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की मेडिकल सलाह नहीं दे रहा है। अगर आपको किसी भी तरह की समस्या हो तो आप अपने डॉक्टर से जरूर पूछ लें।
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