वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन की एक रिपोर्ट के अनुसार भारत में लगभग 5.6 करोड़ लोग डिप्रेशन और 3.8 करोड़ लोग एंग्जाइटी डिसऑर्डर से जूझ रहे हैं। डिप्रेशन या अवसाद एक ऐसा मानसिक विकार है, जिसका अगर समय रहते पता न चले तो यह स्थिति बहुत गंभीर हो सकती है। कई रिपोर्ट्स के अनुसार, हर 5 में से एक व्यस्क डिप्रेशन का शिकार होता है। यह गंभीर बीमारी सिर्फ बड़ों को ही नहीं बल्कि बच्चों को भी होने लगी है। डिप्रेशन के इलाज के लिए थेरिपी (साइकोथेरिपी, लाइटथेरिपी आदि) और मेडिकल ट्रीटमेंट का सहारा लिया जाता है। लेकिन, जीवनशैली में बदलाव (जैसे-डिप्रेशन डायट) अवसाद के लक्षणों को जल्दी ठीक करने में मदद कर सकते हैं। आइए जानते हैं डिप्रेशन में क्या खाना चाहिए और इसे लेकर क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स…