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कंसन्ट्रेशन मेडिटेशन (Concentration Meditation)
इस प्रकार के ध्यान में, किसी एक विशिष्ट चीज पर ध्यान केंद्रित किया जाता है। किसी विशेष वस्तु पर ध्यान केंद्रित करने से दिमाग शांत होता है और नींद आने में मदद मिलती है।
गाइडेड मेडिटेशन (Guided Meditation)
गाइडेड मेडिटेशन में, एक अन्य व्यक्ति आपको ध्यान के लिए प्रोत्साहित करता है। ट्रेनर आपको अपने पैर की अंगुलियों, पैरों और इसी तरह धीरे-धीरे शरीर को आराम देने पर ध्यान केंद्रित करने के लिए कहता है। गाइड आपको इमेजरी तरीके का उपयोग करके भी मेडिटेशन करवा सकता है। सोने से पहले कम से कम 15 या 20 मिनट तक ध्यान करें। इससे नींद की क्वालिटी में सुधार आता है।
इंसोम्निया (Insomnia) के ट्रीटमेंट क्या हैं?
इंसोम्निया के उपचार अगर सही समय पर न किया जाए, तो यह समस्या बढ़ सकती है और आपको मानसिक रूप से बीमार के साथ साथ कई तरह की शारीरिक परेशानियां दे सकती है। नीचे हम अनिद्रा की समस्या से निपटने के लिए कुछ उपचार बताने जा रहे हैं, जो इस समस्या में आपके काम आ सकते हैं :
संज्ञानात्मक व्यवहार थेरिपी (Cognitive behavioral therapy)
इंसोम्निया के उपचार के लिए संज्ञानात्मक व्यवहार थेरिपी (Cognitive behavioral therapy) दी जाती है। इससे नकारात्मक विचारों और कार्यों को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। आमतौर पर अनिद्रा वाले लोगों को पहले ट्रीटमेंट के रूप में सीबीटी की सलाह ही दी जाती है। इससे अच्छी नींद की आदतों को विकसित करने में सहायता मिलती है।
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स्टिम्युलस कंट्रोल थेरिपी (Stimulus Control Therapy)
इंसोम्निया के उपचार में ये थेरिपी भी काम आ सकती है। इस विधि से उन कारकों को दूर करने में मदद मिलती है जो नींद आने को बाधित करते हैं। उदाहरण के लिए दिन में सोने से बचें, सोने और जागने का एक ही समय तय करें आदि।
विश्राम तकनीक (Relaxation Techniques)
प्रोग्रेसिव मसल्स रिलैक्सेशन (Progressive muscle relaxation), बायोफीडबैक (biofeedback) और श्वसन सम्बन्धी व्यायाम (breathing exercises), सोने के समय होने वाली चिंता को कम करने के तरीके हैं। इन तकनीकों का अभ्यास करने से मांसपेशियों में तनाव और मूड को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है, ताकि अच्छी नींद आ सकें।