डायबिटीज :
माहोवाल्ड के अनुसार, स्लीप लॉस के कारण इंसुलिन के स्तर में भी असंतुलन आता है, जिससे डायबिटीज का कारण बनता है। नियमित समय पर सोना आपको डायबिटीज के खतरे से भी बचा सकता है। डायबिटीज आजकल एक ऐसी परेशानी है जिससे अधिक से अधिक लोग पीड़ित है ऐसे में लाइफस्टाइल में बदलाव करके आप इसके खतरे को कम कर सकते हैं।
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लंबे वक्त से नींद की कमी और नींद की गड़बड़ी डिप्रेशन के लक्षणों में योगदान कर सकती है। साल 2005 में अमेरिका में हुई एक रिसर्च में जिन लोगों को डिप्रेशन या चिंता जैसे परेशानी देखी गई, वह लोग छह घंटे से कम सोते थे। नियमित समय पर सोना आपको डिप्रेशन से भी बचा सकता है। डिप्रेशन का एक बहुत बड़ा कारण है नींद न आना। आपका डॉक्टर इसलिए भी आपको सलाह देता है कि नियमित समय पर सोना चाहिए।
कम सोने की वजह से याद रखने में कठिनाई होती है और धीरे-धीरे याद्दाश्त कमजोर हो जाती है। नियमित समय पर सोना आपके अंदर भूलने की परेशानी को खत्म कर सकता है। ऐसा माना जाता है कि जो लोग कम सोते है उनके अंदर भूलने की परेशानी होती है। नियमित समय पर सोना आपको इस तरह की परेशानी से बचा सकता है।
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वजन बढ़ना :
नींद की कमी होने पर भूख ज्यादा लगती है, जिससे वजन बढ़ने की संभावना बढ़ सकती है। नियमत सनय पर सोने से आप मोटापा भी कम कर सकते हैं। जी हां, जिन लोगों को सोने में परेशानी होती है उन्हें भूख ज्यादा लगती है। भूख ज्यादा लगने का मतलब है वजन बढ़ना। इसलिए नियमित समय पर सोना आपका मोटापा कम कर सकता है।
त्वचा की परेशानी :
ज्यादातर देखा गया है कि नींद की कमी से आंखों के नीचे काले घेरे, त्वचा बेजान, रूखी त्वचा जैसी समस्या हो सकती है। नियमित समय पर सोना आपकी त्वचा निखार सकता है। डॉक्टर कहते हैं कि नियमित समय पर सोना आपके त्वचा की परेशानियों को बाय-बाय कह सकता है। इसलिए चेहरे पर झुर्रिया और पिंपल से बचना है तो नियमित समय पर सोना शुरू करें।