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गर्भावस्था में हो सकती है भूलने की बीमारी, जानिए क्या है इसके कारण?

के द्वारा एक्स्पर्टली रिव्यूड डॉ. अभिषेक कानडे · आयुर्वेदा · Hello Swasthya


Nikhil Kumar द्वारा लिखित · अपडेटेड 05/08/2020

    गर्भावस्था में हो सकती है भूलने की बीमारी, जानिए क्या है इसके कारण?

    प्रेग्नेंसी में हार्मोनल बदलावों के कारण महिलाओं की न सिर्फ शारीरिक बल्कि मस्तिष्क की कार्यक्षमता पर भी असर पड़ता है। एक रिसर्च के मुताबिक 50 से 80 प्रतिशत महिलाएं प्रेग्नेंसी या डिलिवरी के बाद मेमोरी पॉवर में कमी या भूलने की बीमारी से परेशान रहती हैं। मेडिकल टर्म में भूलने की इस समस्या को ‘ऐम्नेसिया’ कहा जाता है। वहीं गर्भावस्था के दौरान या नई मां की भूलने की बीमारी को ‘मॉमनेसिया’ या ‘प्रेग्नेंट ब्रेन’ कहा जाता है। प्रेग्नेंसी में भूलने की बीमारी कुछ महिलाओं को होती है और यह पूरी तरह से सामान्य है। प्रेग्नेंसी में भूलने की बीमारी की बात सुनकर आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है।

    एक्सपर्ट के अनुसार गर्भावस्था में हाॅर्मोन्स में बदलाव और मस्तिष्‍क की क्रियाओं पर असर पड़ने का प्रभाव अस्‍थायी होता है। 50 प्रतिशत से भी अधिक महिलाओं को इस दौरान याद्दाश्‍त में कमी आने की शिकायत रहती है। गर्भावस्‍था में दिमाग में कोई संरचनात्‍मक बदलाव नहीं होता है सिर्फ कार्यात्मक परिवर्तन आते हैं। ये कार्यात्मक परिवर्तन ही भूलने की बीमारी का कारण बनते हैं। जो शिशु के जन्म के बाद ठीक हो जाती है। कुछ महिलाओं में भूलने की बीमारी डिलिवरी के बाद ठीक हो जाती है।

     रिसर्च में पाया गया है कि हॉर्मोनल चेंजेस महिलाओं के न्यूरल नेटवर्क को भी प्रभावित करते हैं। न्यूरल नेटवर्क से गर्भावस्था में मां और शिशु के बीच इमोशनल कनेक्शन बना रहता है। गर्भावस्था के दौरान या प्रसव के बाद कुछ दिनों तक भूलने की बीमारी या प्रेग्नेंट ब्रेन के अन्य कारणों में सही डायट न लेना, अधिक मेहनत वाले काम करना, नींद का पूरा न होना आदि भी शामिल हैं।

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    गर्भावस्था के दौरान भूलने की बीमारी:

    मुझे किन लक्षणों से समझना चाहिए कि मैं प्रेग्नेंट ब्रेन से जूझ रही हूं?

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    यदि गर्भावस्था के दौरान आप कोई सामान रखकर स्थान भूल जाती हैं, किसी बात को याद करने में सक्षम नहीं होती हैं तो आपको प्रेग्नेंट ब्रेन या भूलने की बीमारी की शिकायत हो सकती है। इसके सामान्यत: निम्नलिखित कारण हो सकते हैं:

    अगर नींद पूरी न हो या आप प्रेग्नेंसी के दौरान तनाव अथवा अवसाद से जूझ रही हों तो इसे आपकी मस्तिष्क की कार्यक्षमता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। गर्भावस्था के दौरान होने वाली इस समस्या के लक्षण अमूमन दूसरी तिमाही के लगभग पांचवें महीने में दिखाई देना शुरू होते हैं। चूंकि यह गर्भावस्था से संबंधित परेशानी है इसलिए मुख्यत: यह मां को ही अधिक प्रभावित करती है। गर्भ में पल रहे शिशु पर इसका खास प्रभाव नहीं पड़ता। गर्भावस्था के दौरान कुछ भूलना बहुत सामान्य बात है, लेकिन इसे आप बहुत असाधारण रूप से महसूस करती हों तो आपको डॉक्टर से परामर्श जरूर करनी चाहिए। आप किसी मनोचिकित्सक से भी सलाह ले सकती हैं। कभी-कभार गर्भावस्था में भूलने की बीमारी आगे भी रह सकती है ऐसे मामले में अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

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    प्रेग्नेंसी में भूलने की बीमारी:  क्या कहते हैं अध्ययन गर्भावस्था के दौरान भूलने की बीमारी पर?

    2016 में एक अध्ययन से पता चला कि गर्भावस्था महिलाओं के मस्तिष्क संरचना में महत्वपूर्ण और लंबे समय तक के बदलाव का कारण बन सकती है। शोधकर्ताओं ने 25 महिलाओं के मस्तिष्क का एमआरआई स्कैन किया। इसमें उन्होंने पाया कि वे महिलाएं गर्भावस्था के दौरान कुछ चीजें भूल चुकी थी।

    एक अन्य न्यूरोसाइकोलॉजिकल रिसर्च में 412 गर्भवती महिलाओं, 272 मां और 386 गैर गर्भवती महिलाओं पर अध्ययन किया गया। उन सभी के याद्दाश्त क्षमता का जांच की गई। इसमें यह बात सामने आई कि गर्भवती महिलाओं को सबसे अधिक समस्या चुनौतियों वाली चीजों को याद करने के दौरान हुई। हालांकि, प्रेग्नेंसी के दौरान मस्तिष्क में होने वाले बदलाव संबंधी चिकित्सकीय सबूतों के अभाव के चलते न्यूरोलॉजिकल साइंस से जुड़े लोग दो भाग में बंट गए। प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाली इन न्यूरोलॉजिकल बदलावों को लेकर दोनों के ही अलग-अलग विचार हैं।

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    यदि मैं गर्भावस्था में भूलने की बीमारी से जूझ रही हूं तो मुझे इसकी बेहतरी के लिए क्या करना चाहिए?

     डेली कैलेंडर बनाएं

     फोन पर मौजूद कैलेंडर ऐप का उपयोग करें या अपने साथ एक छोटा कैलेंडर हमेशा रखें। 

    अलार्म और नोटिफिकेशन की मदद लें:

    अपने फोन या कंप्यूटर पर महत्वपूर्ण बैठकों या कार्यों के लिए अलार्म और रिमाइंडर तैयार करके रख लें।

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    प्रेग्नेंसी में भूलने की बीमारी:   डिवाइस का इस्तेमाल करें

    महत्वपूर्ण नोट्स पर नजर बनाए रखें और लिखकर, फोटो खींचकर, वेब पेज को क्लिप करके एक रिमाइंडर सेट करें। अच्छे विकल्पों में सिंपलोटन, गूगल कीप, एवरनोट और वननोट आदि इन डिवाइस में शामिल हैं।

    लोगों को फूल आदि से जोड़ें

    किसी नए व्यक्ति से मिलने पर उनका नाम याद रखने के लिए उनके नाम को फूल के साथ जोड़कर याद करें। फूलों की पहचान करना मेमोरी में अच्छी तरह शामिल होता है।

    प्रेग्नेंसी में भूलने की बीमारी:  नोटबुक में लिखें

    एक छोटी नोटबुक में सब कुछ लिखें। बस एक जगह पर दिन भर की महत्वपूर्ण घटनाएं और जरूरी चीजों का एक जगह लिखित साक्ष्य में रखना आपकी भूलने की बीमारी को खत्म करने में मदद करता है।

    प्रेग्नेंसी में भूलने की बीमारी:  पूरी नींद लें

    शिशु को विकसित करने के लिए आपको न केवल ऊर्जा, बल्कि पर्याप्त नींद की भी आवश्यकता होती है । आपकी याददाश्त को बनाए रखने और और भूलने की बीमारी से भी राहत देने में अच्छी नींद होना बहुत सहायक होती है।

    प्रेग्नेंसी में भूलने की बीमारी:  व्यायाम करें

    नियमित रूप से हल्का-फुलका व्यायाम करना न केवल आपको गर्भावस्था के दौरान स्वस्थ रखता है, बल्कि यह प्रेग्नेंसी में आपकी भूलने की बीमारी को भी दूर करता है। यह आपको रात में बेहतर नींद लाने में मदद कर सकता है, जिससे दिन के दौरान आपकी सतर्कता बढ़ जाती है।

    प्रेग्नेंसी में होने वाली कुछ परेशानियां सहन की जा सकती है तो कुछ को दवाओं से ठीक किया जा सकता है। जबकि कुछ सामान्‍य होती हैं जैस‍े कि गर्भावस्था में भूलने की बीमारी यानी ‘मोमनेसिआ’। आपको इस दौर को भी आराम से गुजर जाने देना है। क्‍योंकि बच्‍चे की डिलिवरी होते ही ये ठीक हो जाएगी। अपनी सेहत का खास ख्‍याल रखने के लिए जरूरी चीजों को लिखकर रखें। गर्भावस्था के दौरान थोड़ा भूलने की बीमारी सामान्य है। हालाँकि, अगर आपको सोचने या ध्यान केंद्रित करने में बहुत परेशानी हो रही है और आप महसूस कर रहे हैं या आप उन चीजों में रुचि नहीं रख रहे जो आपको पसंद थी। आपको अपना पसंदीदा काम करने में खुशी महसूस नहीं हो रही हैं तो आपकी परेशानी कुछ और हो सकती है। ऐसी सूरत में डॉक्टर से सलाह लें।

    डिस्क्लेमर

    हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।

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