backup og meta

क्या आप राइट टाइम सोते हैं? अगर नहीं, तो सोने का सही समय आ गया है

के द्वारा एक्स्पर्टली रिव्यूड डॉ. अभिषेक कानडे · आयुर्वेदा · Hello Swasthya


Shayali Rekha द्वारा लिखित · अपडेटेड 04/08/2020

    क्या आप राइट टाइम सोते हैं? अगर नहीं, तो सोने का सही समय आ गया है

    सांस लेना और खाना जितना जरूरी है, उतनी ही जरूरी है आपके लिए नींद। अगर आप अच्छी नींद नहीं लेते हैं तो आपको कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। पूरी नींद न लेने का सीधा रिश्ता हाइपरटेंशन, तनाव और डिप्रेशन से हैं। ऐसे में आप अपना काम भी सही से नहीं कर पाते हैं। सही से न सोने की वजह से शारीरिक और मानसिक दोनों तरह की समस्या हो सकती हैं। तो अगर आपको भी नींद न आने की समस्या है तो इसे गंभीरता से लीजिए। अगर अभी तक आप पूरी नींद नहीं लेते हैं या नींद न आना जैसी समस्या से परेशान हैं तो अब वक्त पूरा सोने का आ गया है। मैं कंसल्टेंट फीजिशियन एंड इंटरनल मेडिसीन स्पेश्लिस्ट डॉ. पारितोश बघेल (मुंबई के माहिम के फोर्टिस एशोसिएशन के एसएल रहेजा हॉस्पिटल) आपको बताऊंगा कि आपके सोने का सही समय क्या है? किस तरह से आप अपनी जिंदगी को और बेहतर बना सकते हैं।

    आइए जानते हैं किस तरह आप बेहतर नींद ले सकते हैं और बेहतर जिंदगी जी सकते हैं। जानिए नींद न आना जैसी परेशानी से कैसे बचा जाए।

    और पढ़ें : नींद और सपने से जुड़ी मजेदार बातें

    जानें प्राकृतिक तालमेल और बॉडी क्लॉक के बीच का रिश्ता

    इंसान के शरीर में एक घड़ी सेट है। जिससे उसे सोने और जागने के बारे में पता चलता है। इसलिए हमारे शरीर में एक तरह का हॉर्मोन है जो हमें दिन में जागने और रात में सोने के लिए प्रेरित करता है। इस हॉर्मोन का नाम मेलाटोनिन है। जो शरीर में सूर्य की रोशनी में कम और रात में ज्यादा स्रावित होता है। जिससे हमें रात में नींद आती है। इसीलिए सही समय पर सोने और सही समय पर जागने के लिए जरूरी है इस हॉर्मोन का संतुलन ठीक से रहे, ताकि आपको सही समय पर नींद आए और सही समय पर आ सो पाएं।

    सोने का सही समय क्या है?

    मेरे पास आने वाले ज्यादातर मरीजों का कहना है कि वे रात में लगभग 12 बजे के बाद ही सोते हैं। ये सरासर गलत है। सोने का सही समय रात के 10 बजे से सुबह के 6 बजे तक है। वहीं, रात में 2 बजे से सुबह के 4 बजे इंसान को सबसे गहरी नींद आती है। इसलिए इस वक्त पर जरूर सोना चाहिए। अगर आप आठ घंटे की पूरी नींद नहीं ले पा रहे हैं तो आपको दोपहर में 1 बजे से 3 बजे तक सोना चाहिए। अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो आपके काम पर प्रभाव पड़ेगा और आपकी सेहत पर भी बुरा असर पड़ने लगेगा। तो अगर आप सही समय पर नहीं सोते हैं, तो अपनी आदतें बदलें और सही समय पर सोने की आदत डाल लें।

    नींद न आना जैसी परेशानी से शरीर पर क्या असर पड़ता है?

    जैसा कि हमने आपको ऊपर भी बताया कि नींद पूरी न होने की वजह से न सिर्फ शारीरिक, बल्कि मानसिक रूप से भी नुकसान पहुंचता है। अगर आप रात में ठीक से नींद नहीं लेंगे, तो आपको अगले दिन काफी सारी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। नींद पूरी न होने के कारण आपको अगले दिन सिर दर्द, आंखें भारी होना और  पूरा दिन थकान महसूस होने जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इनके अलावा भी नींद पूरी न होने की वजह से कई समस्याएं हो सकती हैं, जिसके बारे में हम नीचे बताने जा रहे हैं, जैसे :

    मेमोरी (Memory)

    मैंने कुछ अध्ययनों में पाया है कि जो लोग रात में पूरी नींद लेते हैं, उनकी याद्दाश्त उन लोगों की तुलना में अच्छी होती है जो कम सोते हैं। परीक्षा में वो लोग ज्यादा अच्छा परफॉर्म करते हैं जो लोग पूरी नींद ले कर परीक्षा देने जाते हैं। इसलिए अगर अगले दिन आपको कुछ खास काम के लिए जाना है, तो नींद पूरी लें।

    और पढ़ें : देर रात खाना सेहत के लिए पड़ सकता है भारी, हो सकती हैं ये समस्याएं

    [mc4wp_form id=’183492″]

    नींद न आना जैसी परेशानी से बढ़ता है वजन (Weight Gain)

    देर से सोने वाले या नींद कम आने वाले लोगों का वजन बढ़ जाता है। ये हमारे मेटाबॉलिज्म और हॉर्मोंस को सुचारू रुप से काम नहीं करने देता है। जिसका सीधा असर हमारे भूख पर पड़ती है और हमारा वजन बढ़ जाता है।

    सही से काम न कर पाना (Drop in Productivity)

    जब हम रात में सही से नहीं सोते हैं या पूरी नींद नहीं लेते हैं या नींद न आना जैसी समस्या से परेशान रहते हैं, तो हमें दिन में नींद और आलस आता रहता है। जिससे हमारा काम सही से नहीं हो पाता है। हम कहीं भी सोने लगते हैं, जिससे एक्सीडेंट आदि होने का खतरा बढ़ जाता है।

    और पढ़ें : क्या नींद में कमी कर सकती है आपकी इम्यूनिटी को कमजोर?

    नींद न आना जैसी परेशानी से पड़ता है मानसिक स्थिति पर प्रभाव (Mental Impact)

    पूरी नींद न लेने पर या नींद न आना जैसी समस्या से मानसिक स्वास्थ्य पर असर पड़ता है। जिससे बेहोशी या चक्कर आने जैसी समस्या हो सकती है। यही नहीं, किसी-किसी के साथ तो नींद पूरी न होने के कारण चीजें न समझ आने की भी दिक्कत होती है।

    नींद न आना जैसी परेशानी से पड़ता है शारीरिक स्वास्थ्य पर असर (Physical Impact)

    पूरी नींद न लेने पर या नींद न आना जैसी समस्या होने पर हमारे  इम्यून सिस्टम पर इसका बुरा असर पड़ता है। जिससे हम जल्दी-जल्दी बीमार पड़ने लगते हैं। नींद की कमी हमारे सेक्स लाइफ को भी प्रभावित करती है।

    और पढ़ें : किन वजहों से हमें रातों को नींद नहीं आती है?

    नींद न आना जैसी परेशानी दूर करने के लिए टिप्स

    अगर आप नींद न आना जैसी समस्या से परेशान हैं और अच्छी नींद लेना चाहते हैं, तो इन टिप्स को फॉलो करें :

    • सुबह किया गया वर्कआउट आपको एनर्जेटिक महसूस कराएगा और दिन भर तरोताजा रखने में मदद करेगा।
    • अपने सोने के समय को फिक्स करें। कम से कम आठ घंटे की नींद लें। जैसे कि आप कोशिश करें कि रात में 10 बजे तक बिस्तर पर सोने चले जाएं। वहीं, सुबह 6 बजे उठ जाएं।
    • अपने रात के भोजन और सोने में लगभग डेढ़ से दो घंटे का अंतराल रखें। साथ ही रात में हैवी डिनर करने से बचें।
    • बिस्तर पर जाने के बाद टीवी या मोबाइल का इस्तेमाल न करें।
    • बड़ों को लगभग सात से आठ घंटे सोने का प्रयास करना चाहिए।
    • दोपहर में दो घंटे से ज्यादा की नींद न लें।
    • रात में अगर आप देर से भी सो रहे हैं तो भी 12 बजे तक सोने का प्रयास करें। क्योंकि ये आगे चल कर डिप्रेशन का कारण बनता है।

    सही तरीके और पूरी नींद न लेने से या नींद न आना जैसी समस्या हमारे जीवन पर इसका सीधा असर पड़ता है। इसलिए स्वस्थ्य जीवन के लिए सही समय पर बिस्तर पर जाएं और सुबह ताजगी के साथ उठें। आपका पूरा दिन अच्छा जाएगा।

    डिस्क्लेमर

    हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।

    के द्वारा एक्स्पर्टली रिव्यूड

    डॉ. अभिषेक कानडे

    आयुर्वेदा · Hello Swasthya


    Shayali Rekha द्वारा लिखित · अपडेटेड 04/08/2020

    advertisement iconadvertisement

    Was this article helpful?

    advertisement iconadvertisement
    advertisement iconadvertisement