जन्म के बाद नवजात बच्चे लगभग 20 से 22 घंटे सोते हैं। नवजात बच्चे अक्सर भूख लगने पर ही जागते हैं और रोते हैं। जैसे-जैसे बच्चा बड़ा होता है उसके सोने का समय कम होने लगता है। हालांकि, नवजात शिशुओं और दो-तीन साल तक के बच्चों को सुलाना काफी मुश्किल काम होता है। ज्यादातर महिलाओं का कहना होता है कि उनका बच्चा दिन के मुकाबले रात में ज्यादा जागता और रोता है। यहां तक की जब भी वो दिनभर के काम से थोड़ा फ्री होती है, उसी समय उनका बेबी नींद से जाग जाता है। जिसके कारण उन्हें आराम करने का मौका ही नहीं मिलता है। जिससे निपटने के लिए वे अक्सर बच्चों की नींद के घरेलू नुस्खे आजमाती रहती हैं।
हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की कोई भी मेडिकल सलाह नहीं दे रहा है। अगर बच्चों की नींद के घरेलू नुस्खे या इससे जुड़ा आपका कोई सवाल है, तो अधिक जानकारी के लिए आप अपने डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।