रिसर्च करें
जैसा कि आप जानते ही होंगे कि हर ब्रैंड के लिए बेबी क्लोदिंग साइज अलग होता है। ऐसे में, जिस भी ब्रैंड के कपड़े आप अपने बच्चे के लिए ले रहे हैं, सबसे पहले उसकी साइट पर जा कर अच्छे से स्पेसिफिक साइज चार्ट को जांचें। इसके साथ ही आप शिशु के कपड़ों को लेकर अच्छे से रिसर्च भो कर लें।
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लेबल्स के मतलब को समझें
बहुत से पेरेंट्स यह मानते हैं कि कपड़े के लेबल पर दिया साइज अक्सर मैक्सिमम साइज होता है। जैसे साइज 3 मंथ का अर्थ है कि यह कपड़े तीन महीने के शिशुओं को अच्छे से फिट होंगे। लेकिन, अधिकतर छह महीने के शिशु 9 से 12 मंथ साइज के कपड़े पहनते हैं। यानी, हो सकता है कि लेबल्स पर जो उम्र लिखी है, वो उस उम्र के बच्चे के लिए टाइट या लूज हो। आपको इस बारे में भी जानकारी होनी चाहिए।
बेबी क्लॉथ साइज (Baby cloth size): फेब्रिक टाइप के बारे में भी जानें
आप अपने शिशु के दिन में कई बार कपड़े चेंज करती हैं। शिशु की त्वचा बेहद संवेदनशील होती है। ऐसे में शिशु के साइज के साथ ही आपको फैब्रिक के बारे में भी जानना चाहिए। जैसे कॉटन सबसे कम्फर्टेबल फेब्रिक है, लेकिन यह बहुत जल्दी शरिंक भी हो सकता है। ऐसे में जब भी आप अपने बच्चे के लिए कॉटन के कपड़े लें, तो एक साइज बड़ा ही लेना समझदारी है।
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ब्रैंड का अलग साइज
जैसे कि पहले ही बताया गया है कि हर ब्रैंड के बेबी क्लॉथ साइज (Baby cloth size) अलग हो सकते हैं। ऐसे में आप अलग-अलग ब्रैंड्स के कपड़ों को ट्राय करें। हो सकता है कि आपके शिशु को अगर एक ब्रैंड के कपड़े सही से न आ रहे हों। लेकिन, किसी दूसरे ब्रैंड के कपड़े उसे जरूरी फिट होंगे।