जानें मोबाइल की आदत कैसे है मानसिक तनाव का कारण
1. मोबाइल से मानसिक तनाव का कारण नींद प्रभावित कर सकती है
स्मार्ट फोन और सोशल मीडिया पर लोग इतने ज्यादा एक्टिव हो गए हैं कि वो भलें ही जितने थक गए हों, लेकिन बिस्तर पर जाते ही सब अपने स्मार्टफोन और सोशल मीडिया पर लग जाते हैं। जो समय हमें अपनी आठ घंटे की नींद को पूरा करने में देना चाहिए, वो समय हम मोबाइल के साथ बाट लेते हैं। बिस्तर से ठीक पहले अपने फोन को स्कैन करना आपकी नींद में रूकावट डाल सकता है। फोन से निकलने वाली हानिकारक तरंगे और माइक्रोफिल्म आपकी आंखों को प्रभावित कर सकती है। लेकिन, रात में मेलाटोनिन नामक प्रकाश का उत्पादन आपके दिमाग और आंखो को बाधित कर सकता है, जो आपको सोने बाधा पैदा करता है। इससे बचने के लिए आप अपनी आंखे बंद करने से कम से कम 30 मिनट पहले तक अपने फोन का उपयोग न करने की आदत डालें।
2. ध्यान केंद्रित करने से रोकता है
आज कल मोबाइल की आदत के कारण होने वाले मानसिक परेशानियों में ध्यान केंद्रित न होना भी मौजूद है। कभी ऑफिस या घर में काम करते समय बार-बार आने वाले नोटिफिकेशन के कारण आप अपने काम में एकाग्र नहीं हो पाते हैं, आपका ध्यान बार-बार मोबाइल पर ही जाता है। इस पर फ्लोरिडा स्टेट यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने पाया है कि मोबाइल काम पर ध्यान केंद्रित करने की आपकी क्षमता को कमजोर कर सकता है। सोते समय या किसी काम के दौरान आप फोन को “डोंट डिस्टर्ब ” मोड पर रखे या स्विच ऑफ करें।
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3. मोबाइल से फैलने वाले बैक्टीरिया भी है मानसिक तनाव का कारण
क्या आपको पता है कि सबसे ज्यादा कीटाणु पाए जाने वाले स्थानों में मोबाइल भी एक है। इस बारे में यूनिवर्सिटी ऑफ एरिजोना के माइक्रोबायोलॉजिस्ट चार्ल्स गेरबा कहते हैं कि ज्यादातर फोन पर कीटाणु पाए जाते हैं। गैजेट-फ्रेंडली एंटीबैक्टीरियल वाइप या माइक्रो फाइबर कपड़े से अपने फोन को रोजाना साफ करना चााहिए।
4. मानसिक तनाव का कारण : आंखों के लिए हानिकारक है !
मोबाइल फोन का इस्तेमाल कई बार आंखों के तनाव का कारण भी हो सकता है। इसके इन डिवास का इस्तेमाल थोड़ा दूर से करना चाहिए। चूंकि, टैबलेट कंप्यूटर, स्मार्टफ़ोन और अन्य हाथ से पकड़े जाने वाले डिवाइसों को नज़दीकी रेंज में पढ़ने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
दि विजन काउंसिल के अनुसार जैसे-जैसे डिजिटल डिवाइस का उपयोग बढ़ता है, वैसे-वैसे दृष्टि संबंधी समस्याएं भी होती हैं, जिसमें आंखों का खिंचाव भी शामिल है। आंखों के तनाव के लक्षणों में आंखों की लालिमा या जलन, सूखी आंखें, धुंधली दृष्टि, पीठ दर्द, गर्दन में दर्द और सिरदर्द शामिल हैं।