हमेशा स्लीपिंग पिल्स लेने से पहले अपने डॉक्टर से संभावित साइड इफेक्ट्स के बारे में पूछें। प्रकार के आधार पर, नींद की गोलियों में साइड इफेक्ट्स निम्नलिखित हो सकते हैं:
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एंटीडिप्रेसेंट (anti-depressant), सिडेटिंग इफेक्ट के साथ
कभी-कभी डिप्रेशन का इलाज करने के लिए मुख्य रूप से उपयोग की जाने वाली दवाओं का सेवन अनिद्रा को कम करने में मदद करता है। हालांकि, इसका बहुत ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन अनिद्रा के लिए यह फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन द्वारा स्वीकृत नहीं हैं। यदि आप अनिद्रा और डिप्रेशन दोनों ही समस्याओं से जूझ रहे हैं, तो ऐसे में एंटीडिप्रेसेंट दोनों ही स्थितियों में मददगार साबित होती हैं।
उदाहरणों में शामिल:
- ऐमिट्रिप्टिलाइन (Amitriptyline)
- मिर्टाजपाइन (Mirtazapine)
- ट्रैजोडोन (Trazodone)
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एंटीडिप्रेसेंट के साइड इफेक्ट, सिडेटिंग इफेक्ट के साथ
सिडेटिंग इफेक्ट वाले एंटीडिप्रेसेंट के साइड इफेक्ट निम्नलिखित हो सकते हैं जैसे:
- चक्कर आना
- सिरदर्द
- लंबे समय तक उनींदापन (excess sleepiness)
- मुंह का सूखना
- जी मिचलाना
- अनियमित दिल की धड़कन
- वजन बढ़ना
- याददाश्त का कमजोर पड़ना
- कब्ज
सावधानियां बरतें:
गर्भवती महिला, स्तनपान करवाने वाली महिला और बुज़ुर्गों के लिए किसी भी प्रकार की प्रिस्क्रिप्शन स्लीपिंग पिल्स (और यहां तक कि कुछ नॉन प्रस्क्रिप्शन स्लीपिंग पिल्स) के साथ-साथ कुछ एंटीडिप्रेसेंट का सेवन बिलकुल भी सुरक्षित नहीं होता हैं। नींद की गोली के उपयोग से रात में गिरने और बुज़ुर्गों में चोट लगने का खतरा बढ़ सकता है। यदि आप एक बुज़ुर्ग हैं, तो आपका डॉक्टर आपकी समस्याओं के अनुसार कम खुराक वाली ही दवा आपके लिए लिखता है, जिससे आपको किसी प्रकार का नुकसान न हो।
स्लीपिंग पिल्स के दिनभर नींद आना

नींद की गोली का सबसे प्रमुख साइड इफेक्ट है अगले दिन सिर चकराना या नींद का अहसास होते रहना। अगर आप आधी रात को नींद की गोली लेते हैं, तो ऐसा होने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है। इसके अलावा इसकी वजह से आप बेहोशी की हालत में भी उठ सकते हैं, जो खतरनाक हो सकता है।
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स्लीपिंग पिल्स और कुछ स्वास्थ्य परिस्थितियां (Sleeping Pills & Some health conditions)
कई बीमारियों के दौरान आप प्रिस्क्रिप्शन स्लीपिंग पिल्स का इस्तेमाल बिलकुल भी नहीं कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, गुर्दे की बीमारी, निम्न रक्तचाप (Low blood pressure), हृदय की समस्याएं (heart problems)। इसके अलावा, यदि आप पहले से ही कोई दवा ले रहे हैं, तो उनके साथ बिना डॉक्टरी सलाह के कोई भी प्रिस्क्रिप्शन स्लीपिंग पिल्स का इस्तेमाल न करें। अपने डॉक्टर की सलाह को ही मानें।
ऐसे चुनी जाती है नींद की गोली
नींद की गोली का चयन मुख्य रूप से नींद न आने के कारण पर निर्भर करता है। जिन वजहों से व्यक्ति को नींद की समस्या होती है या उसके सोने का पैटर्न जिस तरह का है उसी के आधार पर सही दवाई चयनित की जा सकती है।
नींद की गोली लेने से पहले ध्यान रखें
कुछ मेडिकल कंडीशन वाले व्यक्तियों के अलावा सभी प्रिस्क्रिप्शन स्लीपिंग पिल्स में रिस्क (जोखिम) होता है। अनिद्रा के लिए किसी भी नए उपचार की कोशिश करने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर से परामर्श करें। इसके साथ ही नींद न आने की समस्या को कम करने के लिए अपनी दिनचर्या पर विशेष ध्यान दें।
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