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Kidney Stone : किन कारणों से वापस हो सकती है पथरी की बीमारी?

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Dr. Shruthi Shridhar


Ankita mishra द्वारा लिखित · अपडेटेड 21/05/2021

    Kidney Stone : किन कारणों से वापस हो सकती है पथरी की बीमारी?

    स्टोन, यानी पथरी की बीमारी आजकल काफी आम हो गई है। हालांकि, इसका इलाज संभव है लेकिन, इसकी संभावना भी बहुत अधिक रहती है कि यह ठीक होने के बाद मरीज को दोबार भी हो सकती है। पथरी की बीमारी की कई वजह हो सकती हैं। इससे बचे रहने के लिए आपको सबसे पहले स्टोन होता क्या है? पथरी की बीमारी शरीर के किन-किन अंगों को प्रभावित कर सकता है? पथरी की बीमारी कितनी खतरनाक है? इसके बारे में पूरी जानकारी लेनी जरूरी है।

    पथरी की बीमारी क्या है?

    पथरी की बीमारी आमतौर पर काफी सामान्य मानी जाती है। इसका सबसे मुख्य कारण गलत खान-पान हो सकता है। पथरी की बीमारी होने पर असहनीय दर्द, पेशाब में संक्रमण और किडनी को नुकसान हो सकता है। पेशाब में कैल्शियम ऑक्जलेट या अन्य कणों के एक-दूसरे से मिल जाने से कुछ समय बाद धीरे-धीरे मूत्रमार्ग में कठोर पदार्थ का निर्माण होने लगता है, जिसे ही पथरी कहा जाता है जो शरीर के अलग-अलग अंगों में भी बन सकता है।

    कितनी बड़ी हो सकती है पथरी?

    पथरी आकार में अलग-अलग हो सकती है। यह रेत के कण जितनी छोटी से लेकर गेंद की तरह बड़ी भी हो सकती है। पथरी के कण चिकने या खुरदरे भी हो सकते हैं। आमतौर पर चिकने कण में पथरी का दर्द भी कम होता है और वह प्राकृतिक रूप से पेशाब के माध्यम से शरीर से बाहर भी निकल जाती है। हाालंकि, खुरदरे पथरी के कण दर्दनाक होते हैं जो आमतौर पर उपचार के बाद भी ठीक होते हैं।

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    डॉक्टर्स के मुताबिक पथरी की बीमारी शरीर के चार अंगों में हो सकती है

    1. किडनी यानी गुर्दा
    2. यूरेटर यानी पेशाब की नली
    3. युरिनरी ब्लैडर यानी पेशाब की थैली
    4. गॉल ब्लैडर यानी पित्त की थैली

    1. किडनी यानी गुर्दे की पत्थरी

    किडनी स्टोन की संख्या तेजी से बढ़ रही है। अधिकतर मामलों में पथरी की बीमारी का खतरा किडनी में ही देखी जाती है।

    2. यूरेटर यानी पेशाब की नली में स्टोन

    पेशाब की नली बहुत ही संकरी होती है, जिसकी वजह से यहां पर स्टोन जमा होने की संभावनाएं भी अधिक रहती है।

    3. युरिनरी ब्लैडर यानी पेशाब की थैली में स्टोन

    यहां भी पथरी की बीमारी होना काफी कॉमन माना जाता है।

    4. गॉल ब्लैडर यानी पित्त की थैली में स्टोन

    पित्त की थैली में स्टोन होने की संभावना सबसे अधिक रहती है। पित्त की थैली में अगर स्टोन होते हैं, तो यहां बहुत तेज दर्द होता है। दर्द के पीछे की वजह रहती है कि स्टोन एक जगह से दूसरे जगह खिसक रही होते हैं। गॉल ब्लैडर स्टोन में खाने के दौरान भी दर्द होता है।

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    स्टोन होने की वजह

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    स्टोन के प्रकार

    स्टोन चार प्रकार के हो सकते हैं :

    1. सिस्टीन स्टोन

    आनुवंशिक विकार सिस्टीनुरिया वाले लोगों में इसकी संभावना ज्यादा होती है। सिस्टीन स्टोन का अनसीन रूप होता है, जिनको आनुवंशिक बीमारी है, जैसे सिस्टीन्यूरिया पैदा करने वाली एक बीमारी।

    2. स्ट्रूवाइट स्टोन

    यह यूरिनरी ट्रैक इंफेक्शन (UTI) से पीड़ित लोगों में होती है, जिसकी वजह किडनी में इंफेक्शन हो सकती है।

    3. यूरिक ऐसिड स्टोन

    यूरिक एसिड स्टोन तब होते हैं, जब हम पानी कम पीते हैं या शरीर से पानी बहुत ज्यादा मात्रा में खर्च हुई हो या गाउट की बीमारी है। इसके अलावा, अगर उच्च मात्रा में प्रोटीन युक्त डायट खा रहे हों।

    4. कैल्शियम स्टोन

    यह कैल्शियम ऑक्सलेट, फॉस्फेट या मेलिएट से बनता है। चयापचय की स्थिति जैसे गुर्दे की ट्यूबलर एसिडोसिस, आहार संबंधी कारक, आंतों की बाईपास सर्जरी आदि कैल्शियम पथरी का कारण बन सकते हैं।

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    पहचान कैसे करें?

    • पेट में अचानक तेज दर्द होना
    • पेशाब करने में तकलीफ होना
    • लंबे समय से पेशाब का रंग बहुत पीला आना
    • पेशाब से बहुत ज्यादा बदबू आना
    • सामान्यतः पथरी की बीमारी 30 से 40 साल की उम्र में अधिक होती है
    • पथरी की बीमारी महिलाओं की तुलना में पुरुषों में तीन से चार गुना अधिक होती है
    • पीठ और पेट में लगातार दर्द होते रहना
    • बहुत ज्यादा उल्टी या उबकाई आना
    • पेशाब के दौरान खून आना
    • मूत्रमार्ग में में बार-बार संक्रमण होना
    • अचानक पेशाब बंद हो जाना
    • पेशाब का रंग बदलना।

    आमतौर पर, इसके लक्षण बहुत-से लोगों में नहीं दिखाई देते हैं। हालांकि, कुछ लोगों में इसके लक्षण दिखाई देते हैं जैसे- खाना खाने के बाद पेट में दर्द, तैलीय पदार्थ खाने के बाद पेट में दर्द और खट्टी डकार या खाना पचाने में समस्या। 

    इन कारणों से वापस हो सकती है स्टोन की समस्या

    अगर आप स्टोन के मरीज रह चुके हैं, तो इसकी संभावना भी अधिक रहती है कि यह आपको दोबारा या उससे भी अधिक बार हो सकती है। इसलिए एक बार स्टोन की बीमारी से निजात पाने के लिए अपने डॉक्टर के संपर्क में रहें। अपने खाने-पीने की आदतों पर ध्यान दें।

    • चाय या कॉफी की अधिक मात्रा।
    • पानी की बहुत कम मात्रा पीना।
    • लंबे समय तक पेशाब रोके रखना।
    • लंबे समय से किसी दवा का सेवन।
    • फैट और कार्बोहाइड्रेट युक्‍त आहार अधिक खाना।
    • पोटेशियम, प्रोटीन, कैल्शियम जैसे नट्स, पालक, रेड मीट आदि पदार्थों का उच्च मात्रा में सेवन करना।

    तो इन कारणों से किडनी स्टोन की समस्या दोबारा हो सकती है। इसलिए, आप कोशिश करें कि ऐसा कुछ न खाएं, जिससे यह समस्या दोबारा हो। ज्यादा जानकारी के लिए आप अपने डॉक्टर से भी संपर्क कर सकते हैं।

    यह भी पढ़ेंः पथरी की समस्या से राहत पाने के घरेलू उपाय

    पथरी की बीमारी की रोकथाम के लिए क्या करें?

    पथरी की बीमारी की रोकथाम करने के लिए आप निम्न घरेलू उपचारों को अपना सकते हैंः

    • खाने में नमक की मात्रा करें। नमकीन, पापड़, अचार जैसे नमक युक्त खाघ पदार्थ न खाएं।
    • दिनभर में कम से कम दो लीटर पानी पीएं।
    • जैसे ही पेशाब का रंग गहरा दिखाई दे, पानी पीने की मात्रा बढ़ाएं।
    • पानी के साथ-साथ नींबू पानी, नारियल पानी, संतरे का रस, अनानास का रस, गाजर, करेला, बिना बीज के टमाटर, केला, जौ, जई, बादाम जैसे खाद्य पदार्थों का सेवन करें।
    • पथरी की बीमारी होने पर डेयरी प्रोडक्ट का इस्तेमाल न करें। क्योंकि ये उच्च कैल्शियम युक्त खाघ पदार्थ होते हैं।
    • विटामिन सी की मात्रा कम करें।

    उम्मीद करते हैं कि आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा और पथरी की बीमारी से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।

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