लेकिन अगर आपके दौरे आपके दिमाग के एक हिस्से में जनरेट होते हैं, जिसे हटाया नहीं जा सकता है, तो आपका डॉक्टर एक अलग प्रकार की सर्जरी की रिकमेंड कर सकता है, जिसमें सर्जन आपके दिमाग में कई कट्स करते हैं। ये कट्स आपके दिमाग के दूसरे हिस्सों में फैलने से रोकने के लिए डिजाइन किए जाते हैं।
हालांकि कई लोगों को सफल सर्जरी के बाद दौरे को रोकने में मदद करने के लिए कुछ दवा की जरूरत होती है। आप कम दवाएं लेने और अपनी खाना कम करने में कैपेबल हो सकते हैं।
कुछ मामलों में, एपिलेप्सी के लिए सर्जरी आपकी सोच (Cognitive) एबिलिटी को परमानेंट रूप से बदलने जैसी कॉम्प्लिकेशन का कारण बन सकती है।
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लाइफस्टाइल में बदलाव और घरेलू उपचार
कुछ लाइफस्टाइल में बदलाव या घरेलू उपचार क्या हैं जो मुझे एपिलेप्सी (Epilepsy) से निपटने में मदद कर सकते हैं?
एपिलेप्सी डिफरेंट अनुभव वाले लोगों को कई तरीकों से इफेक्ट कर सकता है, लेकिन कुछ सुझाव हैं, जो मदद कर सकते हैं:
- अपने ट्रिगर्स को पहचानें: जितना ज्यादा आप उन चीजों के बारे में जानते हैं, जो आपके दौरे को ट्रिगर करते हैं और उनसे कैसे बचें, आप अपने बिहेवियर को बेहतर बना सकते हैं।
- अपनी दवा लें: एंटी-एपिलेप्सी मेडिसिंस लगभग 70 प्रतिशत लोगों में दौरे को कंट्रोल करती है। आपको अपने डॉक्टर के खास प्रेस्क्रिप्शन का पालन करने की सलाह दी जाती है, क्योंकि यह एपिलेप्सी के साथ अच्छी तरह से जीने का सबसे इफेक्टविव तरीका है।
- रेग्युलर ट्रीटमेंट की जांच करें: आपके एपिलेप्सी और ट्रीटमेंट की रेग्युलर जांच होगी। इन रिव्यूज को कम से कम हर साल किया जाना चाहिए, हालांकि अगर आपके एपिलेप्सी को अच्छी तरह से कंट्रोल नहीं किया गया है, तो आपको ज्यादा लगातार जांच की जरूरत हो सकती है।
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एपिलेप्सी (Epilepsy) के दौरान डायट पर दें ध्यान
एपिलेप्सी (मिर्गी) की समस्या के दौरान जीवनशैली में बदलाव के साथ ही डायट चेंज भी बहुत मायने रखता है। आप खाने में कीटोजेनिक डायट को शामिल करें। कीटो डायट में लो कार्ब के साथ ही लो प्रोटीन होता है। स्टडी में ये बात सामने आई है है कि एपिलेप्सी (मिर्गी) की समस्या के दौरान लो कार्ब डायट लेने से शरीर में सकारात्मक असर पड़ता है। आप खाने में कार्बोहाइड्रेड, प्रोटीन, फैट को एक सीमित मात्रा में लें। खाने के साथ ही तरल पदार्थों का सेवन भी बढ़ा दें। ऐसा करने से शरीर को लाभ पहुंचेगा। आग मिर्गी के ट्रीटमेंट के दौरान डॉक्टर से जरूर पूछें कि आपको किस तरह की डायट लेनी चाहिए। खाने में ऑयली फूड की जगह ग्रिल फूड को महत्व दें। साथ ही रोजाना एक्सरसाइज और बॉडी फिटनेस पर भी ध्यान दें।
इस आर्टिकल में हमने आपको एपिलेप्सी से संबंधित जरूरी बातों को बताने की कोशिश की है। उम्मीद है आपको हैलो हेल्थ की दी हुई जानकारियां पसंद आई होंगी। अगर आपको इस बीमारी से जुड़े किसी अन्य सवाल का जवाब जानना है, तो हमसे जरूर पूछें। हम आपके सवालों के जवाब मेडिकल एक्सर्ट्स द्वारा दिलाने की कोशिश करेंगे। अपना ध्यान रखिए और स्वस्थ रहिए।