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योनि में खुजली (Vaginal itching) क्यों होती है? ऐसे करें इसका उपचार

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. हेमाक्षी जत्तानी · डेंटिस्ट्री · Consultant Orthodontist


Ankita mishra द्वारा लिखित · अपडेटेड 16/11/2023

    योनि में खुजली (Vaginal itching) क्यों होती है? ऐसे करें इसका उपचार

    महिलाओं को कई बार प्राइवेट पार्ट की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। उन्हीं में से एक है योनि में खुजली (Vaginal itching) होने की समस्या। योनि में खुजली होना एक आम समस्या है, जिसके पीछे कई कारण हो सकते हैं। इनमें कुछ साधारण तो कुछ बेहद गंभीर कारण भी हो सकते हैं। हालांकि, दोनों ही स्थिति में इसके कारणों का पता करना और उसका इलाज करवाना जरूरी होता है। आइए पहले जानते हैं कि योनि में खुजली या प्राइवेट पार्ट में खुजली किन कारणों से होती है।

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    योनि में खुजली (Vaginal itching) होने के क्या कारण हैं?

    योनि में खुजली या योनि में इंफेक्शन अक्सर जलन वाले पदार्थों के प्रभाव में आने, संक्रमण की चपेट में आने या मेनोपॉज के कारण हो सकती है। इन स्थितियों के होने पर योनि में बहुत ज्यादा खुजली और सूजन के लक्षणों का सामना करना पड़ सकता है। वजायना में खुजली के कारकों के पीछे योनी संक्रमण हो सकता है, जिसके लिए यीस्ट इंफेक्शन (योनि में यीस्ट संक्रमण), बैक्टीरियल इंफेक्शन या यौन संचारित बीमारियां (STD) जिम्मेदार हो सकती हैं। यहां पर योनि और उसकी त्वचा के आसपास में खुजली के कुछ संभावित कारण बता रहें हैंः

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    योनि में खुजली

    केमिकल के प्रभाव

    यह एक ऐसी स्थिति है, जहां योनि जलन पैदा करने वाले रसायनों के प्रभाव में आए, तो वो योनि में खुजली के कारण बन सकते हैं। इनसे योनि में किसी तरह की एलर्जी हो सकती है,जो योनि के साथ-साथ शरीर के अन्य हिस्सों में भी फैल सकती है। अगर आप ऐसे किसी भी पदार्थ का इस्तेमाल करते हैं तो योनि में इंफेक्शन की समस्या हो सकती है। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैंः

    • साबुन से योनि साफ करने पर इसके खतरे बढ़ सकते हैं
    • योनि पर स्प्रे करने से भी यह समस्या होते हैं
    • सेक्स टॉय का इस्तेमाल करने से भी ये समस्या हो सकती है
    • गर्भनिरोधक दवाओं का सेवन करने से भी ऐसी समस्या हो सकती है
    • योनि पर क्रीम लगाने से भी योनि में इंफेक्शन (वजायनल इंफेक्शन) का खतरा बढ़ सकता है
    • टोरीकॉट या पसीना न सोखने वाले कपड़े पहनने से भी ऐसी समस्या हो सकती है
    • गंदे टॉयलेट पेपर का इस्तेमाल करने से भी ऐसी समस्या हो सकती है
    • डायबिटीज होने से भी से भी ऐसी समस्या हो सकती है

    योनि में खुजली (Vaginal itching) का उपचार क्या है?

    योनि प्राकृतिक तौर पर खुद की सफाई कर लेती है। इसलिए, योनि को हमेशा हल्के गुनगुने साफ पानी से ही साफ करें। इसके लिए किसी भी तरह के साबुन या क्रीम का इस्तेमाल न करें। फिलहाल, नीचे जानिए कारणों के हिसाब से योनि में खुजली के उपचार।

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    हॉर्मोन स्तर में बदलाव होना

    बढ़ती उम्र के साथ ही स्वास्थ्य और शरीर में हॉर्मोन के स्तरों में भी बदलाव होता है, जिसके कारण एस्ट्रोजन स्तर घट सकता है। ब्रेस्टफीडिंग कराने से भी एस्ट्रोजन के लेवल में कमी आ सकती है, जिसके कारण योनि की परत पतली हो सकती है और योनि में खुजली का कारण भी बन सकती है।

    उपचार

    ब्रेस्टफीडिंग बंद करने के बाद हार्मोन के लेवल में अपने आप सुधार आ सकता है। हालांकि, इसके बाद भी अगर समस्या बनी रहती है, तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

    यौन संचारित रोग (STD)

    यौन संचारित रोग असुरक्षित सेक्स के कारण होते हैं, जो योनि में खुजली के कारण बन सकते है। इसके कई प्रकार हो सकते हैं :

    • क्लैमाइडिया
    • प्राइवेट पार्ट में मस्सा या दाने निकलना
    • गोनोरिया
    • जननांग में दाद
    • ट्राइकोमोनिएसिस

    त्वचा की देखभाल के लिए वीडियो देख जानें एक्सपर्ट की राय 

    उपचार

    यौन संचरित रोगों के इलाज के लिए एंटीबायोटिक दवाओं, एंटीवायरल और एंटीपैरासिटिक्स की मदद ली जा सकती है। इसके इस्तेमाल के दौरान सेक्स से परहेज करना होता है।

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    बैक्टीरियल वेजिनोसिस

    बैक्टीरियल वेजिनोसिस महिलाओं में होने वाला सबसे आम योनि इंफेक्शन है, जिसके कारण योनि में खुजली हो सकती है। यह उस उम्र की महिलाओं में ज्यादा होता है, जिसमें मां बनने की संभावना होती है। यह समस्या उन महिलाओं में भी ज्यादा होती है, जो नये पार्टनर के साथ सेक्स करती हैं। इसी तरह उन महिलाओं में इसके होने की आशंका बहुत कम होती है, जिन्होंने कभी सेक्स नहीं किया। बैक्टीरियल वेजिनोसिस से यौन संचारित रोगों के होने का खतरा भी बढ़ जाता है। इसके लक्षणों में सफेद-पतला डिस्चार्ज, यूरिन पास करते हुए जलन, वजायना के आसपास गंभीर खुजली शामिल हैं।

    उपचार

    इसका उपचार करने के लिए डॉक्टर आपको एंटीबायोटिक दवाइयों के सेवन की सलाह दे सकते हैं, जो खाने वाली दवाओं, जेल और क्रीम के रूप में हो सकती है।

    यीस्ट इंफेक्शन

    वजायना में हुए फंगल इंफेक्शन को यीस्ट इंफेक्शन कहा जाता है। जिसके कारण योनि में गंभीर खुजली, इरिटेशन, डिस्चार्ज आदि हो सकता है। अधिकर महिलाओं को इसका सामना करना पड़ता है। यह कोई यौन संचारित रोग नहीं है, लेकिन फिर भी पहली बार सेक्स करने पर आमतौर पर यह समस्या देखने को मिलती है। इसके अलावा, यह ओरल सेक्स में वजायना और माउथ के संपर्क के बाद भी देखने को मिला है। अगर यीस्ट इंफेक्शन का खतरा बढ़ाने वाले कारणों की बात करें, तो उसमें एंटीबायोटिक का इस्तेमाल, एस्ट्रोजन का हाई लेवल, अनियंत्रित डायबिटीज, कमजोर इम्यून सिस्टम आदि हो सकते हैं।

    उपचार

    योनि में यीस्ट इंफेक्शन के उपचार के लिए एंटीफंगल दवाइओं का इस्तेमाल करना चाहिए। ये क्रीम और गोलियों के रूप में आते हैं।

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    इन चीजों को ध्यान रखें

    • सेंटेंड साबुन, लोशन का इस्तेमाल न करें और न ही बबल बाथ लें।
    • वजायनल स्प्रे और डूश का इस्तेमाल न करें।
    • स्विमिंग और एक्सरसाइज के तुरंत बाद अपने गीले कपड़ों को बदल लें।
    • हमेशा कॉटन के अंडरवियर पहनें और रोजाना इन्हें बदलें।
    • यीस्ट इंफेक्शन से बचने के लिए योगर्ट का इस्तेमाल करें।

    इन उपचारों के अलावा, कुछ तरह के घरेलू उपाय भी अपना सकती हैं जैसे, नीम के पत्तों को पानी में उबालें। फिर उस पानी से योनि की सफाई करें। या नारियल के तेल में कपूर मिलाएं और उस तेल को योनि के चारों तरफ लगाएं। लेकिन, ध्यान रखें कि किसी भी तरह की गंभीर समस्या होने पर अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

    स्किन कंडीशन की वजह से समस्या

    सामान्य स्किन कंडीशन के कारण वॉल्वा के आसपास खुजली हो सकती है, उनमें

    वॉल्वा के आसपास होने वाली खुजली लिचेन प्लेनस की ओर इशारा करते हैं। यदि किसी को अपने स्किन कंडीशन को लेकर मन में सवाल उठते हैं, तो वो हेल्थकेयर प्रोफेशनल से सलाह ले सकता है।

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    अन्य कारणों से भी हो सकती है समस्या 

    प्राइवेट पार्ट में खुजली की समस्या को हेल्थकेयर प्रोफेशनल न्यूरोपैथी और वल्वर कैंसर से जोड़कर देख सकते हैं। न्यूरोपैथी और नर्व डैमेज के कारण खुजली की समस्या होती है। वल्वर कैंसर के लक्षणों में प्राइवेट पार्ट में खुजली, बर्निंग व ब्लीडिंग जैसे लक्षण भी शामिल हैं। इस प्रकार के कैंसर काफी रेयर होते हैं। द अमेरिकन कैंसर सोसाइटी के अनुसार वजाइनल इचिंग वजाइनल कैंसर के लक्षणों में नहीं आता है।

    यदि आपको भी यही समस्या है तो लें एक्सपर्ट की सलाह

    ज्यादा समय से यदि आप इस समस्या से परेशान हैं, तो आपको एक्सपर्ट की सलाह लेनी चाहिए। यदि नजरअंदाज किया जाए, तो बीमारी बढ़ सकती है। जिसके आपको घातक परिणाम उठाने पड़ सकते हैं। बेहतर यही होगा कि समय रहते इलाज करवाएं।

    वल्वर और वजायनल इचिंग की समस्या काफी सामान्य है, वहीं यह कई कारणों से हो सकती है। महिलाओं को प्राइवेट पार्ट में होने वाली खुजली का कारण कपड़े, मासिक धर्म के दौरान इस्तेमाल किए जाने वाले प्रोडक्ट, फ्रेग्नेंसेस हो सकते हैं। खुजली के इन कारकों से परहेज कर आप खुजली की समस्या से बच सकते हैं। अन्य मामलों में फंगल और बैक्टीरियल इंफेक्शन के कारण भी यह समस्या हो सकती है। ऐसा खासतौर पर तब होता है, जब खुजली वजायना के अंदर होती है। कुछ स्किन कंडीशन के कारण भी खुजली की समस्या हो सकती है। उसमें जेनाइटल्स, सोरायसिस, फॉलिकुलिटिस और सेबोरिहिक डर्मेटाइटिस की वजह से समस्या हो सकती है। ऐसे में हेल्थकेयर प्रोफेशनल आपकी बीमारी का पता लगाने के बाद उसके सही इलाज की सलाह दे सकते हैं। ज्यादातर मामलों में इस बीमारी का इलाज संभव है।

    वजायना के हाइजीन टिप्स

    वजायनल प्लास्टिक सर्जरी-Vaginal Plastic Surgery

    योनि में खुजली साफ-सफाई का ध्यान न रखने के कारण भी हो सकती है और यह स्थिति आगे चलकर इंफेक्शन का कारण भी बन सकती है। जो कि काफी कष्टदायक होती है। लेकिन, शुरुआती समय में इसका ध्यान रखकर ही आने वाले खतरे से बचा जा सकता है। इसके लिए आप कुछ जरूरी वजायनल हाइजीन टिप्स की मदद ले सकते हैं। आइए, इनके बारे में जानते हैं ताकि योनि में खुजली की समस्या से बचा जा सके।

    • जब भी आप वजायना की साफ-सफाई करें, तो गुनगुने पानी का इस्तेमाल करें। इसके बाद आप सूखे कपड़े से हल्के हाथ से पानी साफ कर लें।
    • वजायना प्राकृतिक रूप से भी खुद की सफाई करती है और वजायनल डिस्चार्ज होता है। ऐसे में बिना डॉक्टर की सलाह के किसी भी प्रॉडक्ट को इस्तेमाल वजायना के लिए न करें। क्योंकि इससे ऑर्गेनिज्म का नैचुरल बैलेंस बिगड़ सकता है।
    • टाइट फिटिंग के कपड़े पहनने से बचें।
    • अंडरवियर का चुनाव करते हुए ध्यान रखें कि वह कॉटन से बना हो। क्योंकि नाइलोन या अन्य मटेरियल से बने अंडरवियर का इस्तेमाल करने से खुजली की आशंका बढ़ जाती है।
    • अंडरवियर को धोने के बाद अच्छी तरह सुखा लें और उसे धोने में डिटर्जेंट का ज्यादा इस्तेमाल न करें। इसके बजाय सामान्य साबुन का इस्तेमाल करें।
    • नये अंडरवियर को पहनने से पहले एक बार धो लें।
    • सॉफ्ट टॉयलेट टिश्यू पेपर का इस्तेमाल करें।
    • पीरियड्स के दौरान डिओडरेंट टैंपून का इस्तेमाल न करें और न ही टैंपून को ज्यादा देर तक इस्तेमाल करें।
    • वजायना को या उसके आसपास नाखून न खुजाएं।

    ध्यान दें

    उम्मीद है आपको हमारे इस आर्टिकल में योनि में खुजली की समस्या से जुड़े जरूरी सवालों के जवाब मिल गए होंगे। इस आर्टिकल में हमने आपको इस समस्या के कारण से लेकर इसके उपचार तक के बारे में विस्तार से बताने की कोशिश की है। आशा करते हैं कि आपको हमारा ये आर्टिकल पसंद आया होगा और आप इस आर्टिकल में दी गई जानकारी का फायदा उठा पाएंगे और समस्या होने पर इसका इलाज करने की समझ आपके अंदर आ जाएगी। आपको हमारा ये आर्टिकल कैसा लगा, हमें हमारे फेसबुक पेज पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए जरूर बताएं।

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