वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) के अनुसार साल 2016 में 18 वर्ष से अधिक उम्र के लगभग 39% वयस्क 13% ओबेसिटी के शिकार थें। वजन संतुलित रहने के लिए कई विकल्प भी अपनाये जाते हैं। अपना पसंदीदा खाना छोड़कर जिम में घंटों पसीना बहाते हैं। लेकिन इसके बाद भी वजन है कि कम होने का नाम नहीं लेता है। कभी इसके पीछे का कारण आपने जानने की कोशिश की है? हो सकता है कि आप अनजाने में गलतियां कर रहे हों, जैसे गलत वर्कआउट या गलत न्यूट्रिशन लेना। ये न्यूट्रिशन मिस्टेक आपके फिटनेस प्लान को खराब कर सकती हैं। आइए जानते हैं यहां ऐसी ही कुछ न्यूट्रिशन मिस्टेक के बारे में।
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क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स?
आयरन कोर फिट के न्यूट्रिशनिस्ट मनीष कालरा कहते हैं कि “जो लोग वजन घटाने की कोशिश करते हैं वे ज्यादातर कोल्ड ड्रिंक्स और अन्य मीठे पेय पदार्थों को पीना बंद कर देते हैं। लेकिन वे अक्सर पैक किए गए फ्रूट जूस के बारे में भूल जाते हैं। यहां तक कि 100% फलों का रस भी हाई शुगर के साथ पैक किए जाते हैं। जैसे अनस्वीटेंड फ्रूट जूस के 354 मिली में लगभग 36 ग्राम शुगर हो सकती है। यह 354 मिली सोडा से भी अधिक है।”
ओलम्पिक हेल्थ क्लब के डायटीशियन शुभम कहते हैं कि “कुछ लोग वजन कम करने के लिए सिर्फ डायट पर ध्यान देते हैं, लेकिन एक्सरसाइज नहीं करते हैं। इससे मसल्स मास और मेटाबॉलिज्म कम हो सकता है। दूसरी ओर कुछ लोग बहुत ज्यादा व्यायाम करते हैं, जो कि न ही इफेक्टिव है और न ही हेल्दी। उचित व्यायाम करने से लीन मास और मेटाबॉलिज्म को कम होने से रोकने में मदद मिलती है। लीन मास जितना ज्यादा होगा वजन कम करना आपके लिए उतना ही आसान होगा।”
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न्यूट्रिशन मिस्टेक 1
वजन घटाने के लिए कम कैलोरी की जरूरत होती है। इसका मतलब है कि जितनी कैलोरी लेते हैं, उससे ज्यादा कैलोरी बर्न करने की जरूरत है। कई सालों से यही माना जाता रहा है कि प्रति सप्ताह 3,500 कैलोरी कम करने से फैट लॉस (45 किलोग्राम) होगा। हालांकि नई रिसर्च से पता चलता है कि कैलोरी डेफेसिट हर व्यक्ति के लिए अलग-अलग होती है।