- ब्रेकफास्ट : वेगन डायट में आप ब्रेकफास्ट में इडली, ढोकला, दलिया पोहा और फल आदि को शामिल कर सकते हैं।
- लंच : लंच म आप सब्जियों के साथ दही रोटी और चावल और सलाद खाएं।
- डिनर : डिनर में आप रोटी, सब्जी, खिचड़ी और सूप का सेवन कर सकते हैं।
रॉ फूड डायट (Raw Food Diet)
आजकल यह डायट बहुत लोकप्रिय है। ऐसा माना जाता है की इससे वजन जल्दी कम होता है। इसमें खाद्य पदार्थों को कच्चा खाना होता है। जैसे फल, सब्जियां, स्प्राउट्स आदि। इस डायट के फायदे हैं लेकिन कुछ नुकसान भी हो सकते हैं।
- ब्रेकफास्ट: ब्रेकफास्ट में स्प्राउट, फल, सूखे मेवे. ओट्स दूध आदि ले सकते हैं।
- लंच: लंच में कच्ची सब्जियों या फलों का सलाद, मेवे आदि खा सकते हैं। नींबू पानी, नारियल पानी आदि भी ले सकते हैं।
- डिनर: डिनर में भी सलाद या स्प्राउट्स लेने की सलाह दी जाती है।
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केटोजेनिक डायट (Ketogenic Diet)
केटोजेनिक डायट को वजन कम करने के लिए बहुत लाभदायक माना जाता है। इसमें फैट की मात्रा अधिक और कार्बोहाइड्रेट्स की मात्रा कम रखी जाती है। इस डायट प्लान को कीटोजेनिक डायट, लो कार्ब डायट, फैट डायट आदि नामों से भी जाना जाता है।
- ब्रेकफास्ट: ब्रेकफास्ट में पनीर भुर्जी को सब्जियों के साथ या बटर में बना आमलेट लिया जा सकता है।
- लंच: लंच में आप पालक के सूप को बटर मशरुम के साथ लें।
- डिनर: डिनर में हरी सब्जियों के सलाद को बटर के साथ या बटर चिकेन को सब्जियों के साथ लिया जा सकता है।
क्या स्वास्थ्य समस्याओं में स्पेशल डायट (Special Diet) ली जा सकती है?
स्पेशल डायट्स के कई फायदे हैं, यही कारण है कि यह आजकल इतनी लोकप्रिय हैं। खासतौर पर वजन कम करने के लिए तो स्पेशल डायट (Special Diet) का प्रयोग किया ही जाता है। कई स्वास्थ्य समस्याओं में भी इन विशेष आहार को फॉलो करने की सलाह दी जाती है जैसे डायबिटीज, हार्ट प्रॉब्लम, गठिया आदि। जानिए, कौन सी स्वास्थ्य समस्या में किस तरह की स्पेशल डायट (Special Diet) ली जा सकती है?
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साल्ट-रिस्ट्रिक्टेड डायट (Salt Restricted Diet)
ऐसी डायट जिसमें सोडियम की मात्रा को बिलकुल कम कर दिया जाता है, इसे साल्ट-रिस्ट्रिक्टेड (लौ सोडियम) डायट कहा जाता है। स्पेशल डायट (Special Diet) की सलाह हाइपरटेंशन के मरीजों को दी जाती है। इसमें नमक की मात्रा बहुत कम या न के बराबर रखी जाती है। इसमें बटर, लस्सी , सूप, पैक सब्जियां या फलों आदि को नहीं लेने की सलाह दी जाती है।
वसा रहित डायट (Fat Restricted Diet)
यह डायट उन मरीजों को लेने की सलाह दी जाती है जिनका वजन बहुत अधिक होता है या जिन्हें जठरांत्र विकार (Gastrointestinal disorder) होता है। इसमें कई चीजों जैसे तेल, घी आदि को नहीं लेने की सलाह दी जाती है। इन डायट के अंतर्गत साबुत अनाज, स्किम मिल्क, लौ फैट चीज, अंडे, सब्जियां आदि आते हैं।
कोलेस्ट्रॉल रिस्ट्रिक्टेड डायट (Cholesterol Restricted Diet)
अगर हमारा कोलेस्ट्रॉल कम होगा तो हमें हार्ट से संबंधित रोग भी कम होंगे। कोलेस्ट्रॉल रिस्ट्रिक्टेड डायट में कुछ ओट्स, बींस, फल आदि को शामिल किया जाता है। लेकिन जानवरों से प्राप्त होने वाले खाद्य पदार्थों जैसे मीट, अंडे, डेयरी उत्पाद को इसमें लेने की सलाह नहीं दी जाती।

वेगन डायट (Vegan Diet)
इस स्पेशल डायट (Special Diet) में सैचुरेटेड फैट और फाइबर अधिक मात्रा में होते हैं। इसलिए, यह दिल संबधी बीमारियों के लिए लाभदायक है और कैंसर के जोखिम को कम करती है। इसमें सब्जियां, फल, मवे, सीड्स आदि शामिल हैं।
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कंसिस्टेंट कार्बोहायड्रेट (Diabetic Diet)
यह डायट हर मरीज के लिए अलग हो सकती है। इस स्पेशल डायट (Special Diet) में आहार डायबिटीज के मरीजों का सामान्य ही होता है, लेकिन कार्बोहाइड्रेट को इसमें नियंत्रित किया जाता है। कार्बोहाइड्रेट स्टार्च, स्टार्च वाली सब्जियां, जूस, फल, दूध और शक्कर हैं। इस डायट को लेने से पहले डॉक्टर की सलाह अनिवार्य है
रीनल डायट Renal Diet
इस स्पेशल डायट (Special Diet) को न्यूट्रिएंट्स को ध्यान में रख कर ही बनाया गया है और यह किडनी के मरीजों के लिए लाभदायक है। यदि मरीज ने डायलिसिस उपचार नहीं लिया है, तो इसमें डॉक्टर प्रोटीन युक्त चीजों जैसे आलू, टमाटर, संतरे, और केले को प्रतिबंधित कर सकते हैं। इसके साथ ही दूध और डेयरी उत्पादों, ब्रेड, चाय, सोडा, कॉफी, मटर आदि के सेवन को भी सीमित किया जा सकता है।
क्या इन स्पेशल डायट के हो सकते हैं साइड इफ़ेक्ट?
जब हम बात करते हैं स्पेशल डायट की, तो हमें समझना चाहिए कि हर व्यक्ति की जरूरत अलग-अलग होती है। ज़ाहिर है, हर तरह की डायट हर व्यक्ति को सूट नहीं होती। इसलिए अपनी जरूरत के मुताबिक़ आपको डायट का चुनाव करना चाहिए, जिससे शरीर पर किसी विशेष तरह की डायट का ग़लत असर ना पड़े। हमेशा न्यूट्रिशनिस्ट की सलाह लेकर ही अपने लिए डायट का चुनाव करना चाहिये। जिससे आपको सही मात्रा में पोषण भी मिले और आप किसी प्रकार के साइड इफ़ेक्ट से बच सकें।
इसमें कोई संदेह नहीं कि स्पेशल डायट (Special Diet) आपके स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद साबित हो सकती हैं। लेकिन, जरूरी है आपको इनके बारे में पूरी जानकारी है। अलग स्वास्थ्य समस्याओं के लिए अलग डायट लेने की सलाह दी जाती है। इसलिए आप किसी भी डायट का पालन करने से पहले अपने डॉक्टर से पूछ लें। इसके साथ ही आहार विशेषज्ञ की सलाह के अनुसार ही इसे लें।