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अनाज में कीड़े की दवा को कहें ‘बाय’ नैचुरल तरीकों को कहें ‘हाय’
आपने जान लिया है कि अनाज में कीड़े की दवा डालने से हमारी सेहत को नुकसान पहुंचता है। तो अब जानते हैं कि कौन से प्राकृतिक तरीके हैं, जिसकी मदद से हम अनाज और सेहत दोनों को सुरक्षित रख सकते है :
लहसुन

लहसुन की तीक्ष्ण महक कीड़ों को अनाज में फैलने से रोकती है। एक क्विंटल अनाज में 10 से 15 लहसुन की कलियों को खोल कर पूरे अनाज में मिला दें। इसके बाद अनाज को स्टोर करें। इससे लहसुन अनाज की नमी को भी सोखता है, जिसके कारण अनाज में कीड़े नहीं लगते हैं।
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लौंग

लौंग में महक और अवशोषण शक्ति दोनों होती है। लौंग की महक से जहां एक तरफ अनाज में घुन नहीं लगता, वहीं दूसरी तरफ लौंग अनाज की नमी को भी अवशोषित कर लेती है। इसलिए आप एक क्विंटल अनाज में लगभग 250 ग्राम लौंग को मिला लें और फिर अनाज को स्टोर करें।
नीम की पत्तियां

नीम की पत्तियां हमारे सेहत के लिए एंटीसेप्टिक का काम करती हैं। ठीक उसी तरह से नीम की पत्तियां अनाज के लिए भी एंटीसेप्टिक का काम करती हैं। नीम की पत्तियां तोड़ लें और उसे हवा में थोड़ा सूखने दें। इसके बाद अनाज में नीम की पत्तियों को मिला कर स्टोर कर लें।
साबूत नमक
साबूत नमक का मतलब यह है कि नमक का पाउडर फॉर्म न हो कर के वह खड़े-खड़े टुकड़ों के रूप में होता है। साबूत नमक को अनाज में मिला कर रखने से अनाज से नमी गायब हो जाती है और कीड़ों के पनपने की संभावना कम हो जाती है।