6. कुछ तरह के एंटीबायोटिक्स
कुछ एंटीबायोटिक्स के साथ ग्रीन टी का सेवन करना सेहत के लिए हानिकारक साबित हो सकता है। इससे एंटीबायोटिक्स का असर शरीर पर कम हो सकता है। ग्रीन टी के साथ कुछ तरह की एंटीबायोटिक दवाओं को लेने से साइड इफेक्ट्स का खतरा बढ़ सकता है, जिसमें घबराहट, सिरदर्द, हृदय गति में वृद्धि और अन्य दुष्प्रभाव शामिल हैं। जैसे- सिप्रोफ्लोक्सासिन (ciprofloxacin), एनोक्सासिन (enoxacin), नॉरफ्लोक्सासिन (Chibroxin, Noroxin), स्पार्फ्लोक्सासिन (Zagam), ट्रॉवाफ़्लोक्सासिन (Trovan), और ग्रैफैफ्लोक्सासिन (Raxar)। ध्यान दें अगर आप इन एंटीबायोटिक दवाओं का सेवन क्र रहे हैं तो ग्रीन टी का सेवन भूलकर भी न करें।
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7. डिपिरिडामोल (पर्सेंटाइन)
ग्रीन टी में कैफीन होता है। ग्रीन टी में मौजूद कैफीन डिपाइरिडामोल (पर्सेंटाइन) के प्रभाव को अवरुद्ध कर सकता है। डिपिरिडामोल (पर्सेंटाइन) का उपयोग अक्सर डॉक्टर हृदय का परीक्षण करने के लिए करते हैं। इस परीक्षण को कार्डियक स्ट्रेस टेस्ट कहा जाता है। कार्डियक स्ट्रेस टेस्ट से कम से कम 24 घंटे पहले ग्रीन टी या अन्य कैफीन युक्त उत्पाद पीना बंद कर दें। इससे परीक्षण प्रभावित हो सकता है।
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8. सिमेटिडाइन (Tagamet)
ग्रीन टी में कैफीन होता है। ग्रीन टी के साथ सिमेटिडाइन (टैगामेट) लेने से कैफीन के दुष्प्रभाव की संभावना बढ़ सकती है जिसमें घबराहट, सिरदर्द, तेज़ दिल की धड़कन और अन्य साइड इफेक्ट्स शामिल हैं।
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9. दवाएं जो लिवर को पहुंचा सकती हैं नुकसान
दवा के साथ-साथ ग्रीन टी के अर्क का सेवन करने से लिवर को भी नुकसान पहुंच सकता है। जो दवाएं लिवर को नुकसान पहुंचा सकती हैं उन दवाओं के साथ ग्रीन टी का सेवन लिवर के लिए खतरा बढ़ा देती हैं। अगर आप लिवर को नुकसान पहुंचाने वाली किसी भी दवा को ले रहे हैं तो ग्रीन टी का सेवन न करें। कुछ दवाएं जो लिवर को नुकसान पहुंचा सकती हैं उनमें एसिटामिनोफेन (Tylenol and others), अमियोडेरोन (Cordarone), कार्बोराजेपाइन (Tegretol), आइसोनियाजिड (INH), मेथोट्रेक्सेट (Rheumatrex), मेथिल्डोपा (Aldomet), फ्लुकोनाज़ोल (Diflucan), इट्राकोनाज़ोल (Sporanox), इरिथ्रोमाइसिन (Erythrocin, Ilosone, अन्य), फेनिटोइन (Dilantin), लवस्टैटिन (Mevacor) आदि।
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10. एंटीडायबिटिक ड्रग्स
ग्रीन टी में कैफीन होता है। कैफीन रक्त शर्करा को बढ़ा सकता है। मधुमेह की दवाओं का उपयोग रक्त शर्करा को कम करने के लिए किया जाता है। कैफीन के साथ डायबिटीज के लिए कुछ दवाएं लेने से मधुमेह दवाओं की प्रभावशीलता कम हो सकती है। ग्रीन टी का सेवन करने के दौरान अपने ब्लड शुगर को बारीकी से मॉनिटर करें। डायबिटीज के लिए इस्तेमाल की जाने वाली कुछ दवाओं में ग्लिमेपीराइड (अमारिल), ग्लाइबुराइड (DiaBeta, Glynase PresTab, Micronase), इंसुलिन, क्लोरप्रोपामाइड (डायबीनीज) आदि शामिल हैं।
ग्रीन टी के फायदे जानकर कुछ लोग ग्रीन टी का सेवन ज्यादा मात्रा में करने लगते हैं। लेकिन, आपको बता दें ऐसा करना स्वास्थ को हानि पहुंचा सकता है। इससे पेट-दर्द, अनिद्रा की, जी-मिचलाना, एनीमिया, डायरिया, सिरदर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं। साथ ही ध्यान रखें कि ग्रीन-टी के स्वास्थ्य लाभ के लिए पहले अपने डॉक्टर से पहले सलाह जरूर लें।