9. शारीरिक क्षमता को बढ़ाने में मदद
ब्लैक कॉफी में मौजूद कैफीन तंत्रिका प्रणाली को बॉडी फैट को नष्ट करने के लिए फैट सेल को संकेत भेजता है। जिसके साथ खून में एड्रेनालाईन के स्तर में भी बढ़ोतरी होती है। इससे आपका शरीर तीव्र शारीरिक गतिविधियों को करने के लिए तैयार हो पाता है।
ब्लैक कॉफी वसा को तोड़कर उसे फैटी एसिड में बदल देती है जिसे हमारा शरीर ऊर्जा की तरह इस्तेमाल करता है। शोध की मानें तो ब्लैक कॉफी शारीरिक क्षमताओं को 11 से 12 प्रतिशत तक बढ़ा देती है।
यही कारण है कि कई बॉडीबिल्डर और जिम जाने वाले लोग व्यायाम करने से आधा घंटा पहले ब्लैक कॉफी (Black coffee) का सेवन करना पसंद करते हैं।
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10. अल्जाइमर डिजीज (Alzheimer’s disease) से बचाव
अल्जाइमर रोग तंत्रिका प्रणाली का सबसे सामान्य रोग माना जाता है। विश्व भर में डिमेंशिया का मुख्य कारण भी यही बीमारी होती है। यह रोग 65 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को प्रभावित करता और इसका कोई इलाज नहीं है।
हालांकि, आप इसे रोकने के लिए कई प्रकार के उपाय अपना सकते हैं। जैसे कि स्वस्थ जीवनशैली का पालन करना, व्यायाम और खासतौर से ब्लैक कॉफी (Black coffee) का सेवन। कई अध्ययनों में यह पाया गया है कि कॉफी पीने वाले लोगों में अल्जाइमर रोग होने की आशंका 65 प्रतिशत तक कम होती है।
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11. पार्किंसन रोग (Parkinson) से बचती है ब्लैक कॉफी
अल्जाइमर रोग के बाद तंत्रिका संबंधी विकार में पार्किंसन डिजीज दूसरी सबसे सामान्य बीमारी है। अल्जाइमर की ही तरह इस रोग का भी कोई इलाज उपबद्ध नहीं है। हालांकि, कुछ रोकथाम की मदद से इसके खतरे को कम किया जा सकता है। स्टडी के अनुसार कॉफी पीने वाले व्यक्तियों में पार्किंसन रोग होने की आशंका 30 से 60 प्रतिशत तक कम पाई जाती है। ऐसे में अगर आपको अल्जाइमर या पार्किंसन रोग का खतरा है तो आप ब्लैक कॉफी की मदद से उसे कम कर सकते हैं।
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12. अवसाद (Depression) में है मददगार
अवसाद एक गंभीर मस्तिष्क संबंधी विकार है जो जीवन के खुशहाल समय को धीरे-धीरे खराब कर सकता है। यह इतना आम है कि भारत के 15 प्रतिशत युवा अवसाद से ग्रसित हैं। 2011 में हार्वर्ड (Harvard) द्वारा की गई एक स्टडी के मुताबिक जो महिलाएं प्रतिदिन 4 कप कॉफी पीती हैं उनमें डिप्रेशन होने का जोखिम 20 प्रतिशत तक कम होता है। 2 लाख से भी अधिक लोगों पर की गई एक अन्य स्टडी में यह पाया गया कि जो लोग प्रतिदिन 4 या उससे अधिक कॉफी का सेवन करते हैं उनमें आत्महत्या के कारण मृत्यु होने की आशंका 53 फीसदी तक कम होती है।
13. हृदय (Heart) को स्वस्थ बनाती है ब्लैक कॉफी
कई बार इस बात की पुष्टि की जाती है कि कैफीन के सेवन से हमारा रक्त प्रवाह बढ़ सकता है। यह बात सच है लेकिन ऐसा केवल तभी होता है जब कोई व्यक्ति रोजाना कॉफी का सेवन करता है। साथ ही इसके प्रभाव उच्च रक्तचाप पर केवल 3 से 4 एमएम प्रति एचजी तक प्रभावित करते हैं जो कि बेहद कम माना जाता है। यानी कॉफी पीने से व्यक्ति के रक्तचाप को अधिक प्रभाव नहीं पड़ता है।
हालांकि, कुछ लोगों के लिए यह हानिकारक हो सकता है। इसलिए अपने ब्लड प्रेशर की सही जानकारी प्राप्त करने के बाद ही कॉफी को अपने लाइफस्टाइल में शामिल करें। कोई भी शोध इस बात का दावा नहीं करता है कि कॉफी हृदय रोग के जोखिमों को बढ़ाती है।
इसके विपरीत कुछ मामलों में ऐसा देखा गया है कि जो महिलाएं कॉफी का सेवन करती हैं उनमें हृदय रोग होने की आशंका कम होती है। इसके साथ ही कुछ स्टडी में यह भी पाया गया है कि कॉफी पीने से स्ट्रोक का खतरा 20 प्रतिशत तक कम हो जाता है।
इसलिए, अगर आप भी चाहते हैं ब्लैक कॉफी (Black coffee) के ये लाभ उठाना, तो सीमित मात्रा में इसका सेवन कर सकते हैं। अगर आपको इसकी मात्रा को लेकर जरा भी कंफ्यूजन है, तो अपने डॉक्टर से इस बारे में सलाह ले सकते हैं।