ऑफिस में करें डिस्कस
ऑफिस से जब भी मैटरनिटी लीव लेकर जा रही हों, इस बारे में अपने ऑफिस में जरूर चर्चा करें। हो सके तो ऑफिस में साफ तरीके से ये जरूर बता दें कि आप कब तक काम में वापसी करेंगी। आप इस बारे में लिखित जानकारी दे सकती हैं और ऑफिस के हेड के साइन भी ले सकती हैं। ऐसा करने से दो तरीके की बातें नहीं होंगी। भविष्य में आपको झूठा साबित नहीं किया जा सकेगा कि आप तय समय पर ऑफिस नहीं आईं। समय-समय पर अपने एप्लॉयर को इस बात के बारे में याद जरूर दिलाती रहें कि आप जल्द ही काम में वापसी करेंगी।
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मैटरनिटी लीव पॉलिसी पर दें ध्यान
हर कंपनी की अपनी पॉलिसी होती है। आप अपने ऑफिस में एचआर के पास जाकर मैटरनिटी लीव की पॉलिसी की कॉपी ला सकती हैं। आप चाहे तो मैटरनिटी लीव के बारे में एचआर से डिस्कस भी कर सकती हैं। ऐसा करने से पैरेंटल लीव में आने के बाद आपको ऑफिस में किसी भी प्रकार की दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा।
मैटरनिटी लीव के बाद ऑफिस वर्क: मैटरनिटी लीव लेने के बाद दिलाते रहें ध्यान
प्राइवेट संस्थानों में कई लोग आते-जाते रहते हैं। ऐसे में अगर महिला मैटरनिटी लीव में चली गई है तो हो सकता है कि एप्लॉयर कुछ समय बाद ये बात भूल जाए। आप चाहें तो 10 दिन या अधिक दिन के अंतर में मेल के माध्यम से उन्हें ये बात ध्यान दिला सकती हैं। साथ ही ऑफिस के कॉन्टेक्ट में रहने से महिला को ऑफिस में होने वाले परिवर्तनों के बारे में भी जानकारी मिलती रहेगी। मैटरनिटी लीव के बाद ऑफिस वर्क कि जिम्मेदारी संभालने के दौरान आपको कई प्रकार के चैलेंज को फेस करना पड़ सकता है।
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मैटरनिटी लीव खत्म होने से पहले
मैटरनिटी लीव के बाद ऑफिस वर्क अगर आप करना चाहती हैं तो पहले से ही आपको इस बारे में डिस्कस करना सही रहेगा। आप मैटरनिटी लीव खत्म होने के एक या दो महीने पहले अपनी सुविधा संबंधी किसी भी मुद्दे को लेकर ऑफिस में चर्चा कर सकते हैं। ऐसा करने से आपका ऑफिस में कॉन्टेक्ट बना रहेगा। अगर किसी भी प्रकार की समस्या है तो उसके लिए ऑफिस में एचआर से जाकर विशेष अनुबंध किया जा सकता है। अगर आपको फुल टाइम जॉब नहीं करनी है तो भी इस बारे में एचआर से जाकर संपर्क करें।