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न्यू मॉम के लिए टाइम मैनेजमेंट: शेड्यूलिंग है जरूरी
मैं चाहती हूं कि हफ्ते में रोजाना एक टाइम मैं बच्चे को अपने हाथ से खाना खिलाऊं। मेरे लिए ये तब बहुत मुश्किल हो जाता है जब मैं काम में व्यस्त होती हूं। सारे कामों की शेड्यूलिंग करने के बाद मेरे लिए काम आसान हो जाता है। न्यू मॉम के लिए टाइम मैनेजमेंट (Time management for new mom) के साथ ही जरूरी कामों को शेड्यूल करना भी बहुत जरूरी होता है।
वर्किंग मॉम के लिए काम के दौरान बच्चों की देखभाल करना भी महत्वपूर्ण मुद्दा हो सकता है। इसके लिए बेबी के सोने की टाइमिंग और अपने काम की शेड्यूलिंग करना बहुत जरूरी है। जब बच्चा सो रहा होता है तो मां को काम करने के लिए आसानी से समय मिल जाता है। हो सकता है कि रोजाना टाइमटेबल के अनुसार चलना आपको परेशान कर दें, लेकिन कुछ समय बाद आपको इसकी आदत हो जाएगी। न्यू मॉम के लिए टाइम मैनेजमेंट (Time management for new mom) करके किसी भी काम को करना आधी परेशानियों को दूर कर सकता है।
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काम के दौरान धैर्य बनाएं रखें
न्यू मॉम के लिए टाइम मैनेजमेंट (Time management for new mom) के दौरान एक और समस्या आती है, जो कि टाइट शेड्यूल की वजह से होती है। दिन में हर घंटे में कोई न कोई काम करना जरूरी होता है। ऐसे में मां बहुत ज्यादा थक जाती है। हो सकता है कि परेशान भी हो जाए। ऐसे समय में 10 मिनट का रिलैक्स लेकर लंबी सांस खींचे और फिर बाहर की ओर सांस छोड़े। आपको बहुत आराम मिलेगा और आसपास से नकारात्मक ऊर्जा भी चली जाएगी। काम के दौरान धैर्य बनाए रखना बहुत जरूरी है। न्यू मॉम के लिए टाइम मैनेजमेंट (Time management for new mom) के साथ ही खुद को इमोशनल तौर पर संभालना भी जरूरी होता है।