कॉन्टैक्ट डर्मेटाइटिस की वजह से स्किन ड्राय हो जाती है और गंभीर मामलों में क्रेक हो सकती है। क्योंकि हाथ कई चीजों के संपर्क में आते हैं और यह सबसे कॉमन जगह है जहां पर कॉन्टैक्ट डर्मेटाइटिस विकसित हो सकती है।
मुख्य उपचार इस स्थिति के ट्रिगर्स की पहचान करना और उनसे बचना है। कौन सा पदार्थ प्रतिक्रिया पैदा कर रहा है यह निर्धारित करने के लिए एक डॉक्टर किसी पर पैच परीक्षण कर सकते हैं। कुछ लोगों को मॉश्चराइजर या कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स से भी फायदा हो सकता है।
हाइव्स (Hives)
हाइव्स भी पाम रैशेज का कारण बन सकते हैं। हाइव्स में स्किन पर लाल कलर रंग के चकत्ते बन जाते हैं। ये खुजली का कारण बनते हैं और बॉडी में कहीं पर भी हो सकते हैं जिसमें हाथ और पाम भी शामिल हैं। किसी सब्सटेंस का एलर्जिक रिएक्शन कंडिशन को ट्रिगर कर सकता है। इन सब्सटेंस में फूड, दवाएं या पोलन शामिल हैं।
इसके अलावा ये किसी इंफेक्शन, हीट या सन एक्सपोजर की प्रतिक्रिया के परिणामस्वरूप हो सकता है। हाइव्स के ज्यादातर मामले एक्यूट होते हैं और जब ट्रिगर एक्सपोजर नहीं होता है तो अपने आप ठीक हो जाते हैं। एंटीहिस्टामाइन सूजन और एलर्जी के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं। हालांकि कुछ लोगों को क्रोनिक हाइव्स की प्रॉब्लम होती है। एक एलर्जी स्पेशलिस्ट इस कंउिान का मैनेज करने में मदद कर सकते हैं।
हैंड, फुट और माउथ डिजीज (Hand, foot, and mouth disease)
हैंड, फुट और माउथ डिजीज का कारण बनने वाला वायरस ज्यादातर बच्चों को प्रभावित करता है, लेकिन यह एडल्ट को भी परेशान कर सकता है। इसके लक्षणों में फीवर, गले में खराश, सिर में दर्द, माउथ अल्सर, भूख में कमी, पाम रैशेज आदि शामिल हैं। कई बार लोग इस बीमारी को समझ नहीं पाते। हांलाकि, यह बीमारी गंभीर नहीं है और ट्रीटमेंट के बिना ही ठीक हो जाती है। ओटीसी पेन मेडिसिन लक्षणों को कम करने में मदद कर सकती हैं।
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फंगल इंफेक्शन (Fungal infection)
टिनिया मेनम (Tinea manuum) एक प्रकार का फंगल इंफेक्शन है जो हाथों को प्रभावित करते हैं। रिंगवॉर्म इस कंडिशन को ट्रिगर कर सकते हैं। यही फंगस एथलीट फुट का कारण बन सकता है। यह स्थिति संक्रामक होती है और टच करने से एक एरिया से दूसरे में फैल सकती है। जिसकी वहज से पाम में इंफेक्शन हो सकता है और पाम रैशेज का कारण बन सकता है। इसके लक्षणों में हाथ में छोटे-छोटे रैशेज जो बड़े होते जाते हैं। खुजली और स्किन पीलिंग शामिल है।
एक व्यक्ति दाद का इलाज ओटीसी टॉपिकल क्रीम से कर सकता है। एक फार्मासिस्ट हाथों पर उपयोग के लिए एंटीफंगल प्रोडक्ट रिकमंड कर सकता है। यदि संक्रमण बना रहता है या गंभीर है, तो डॉक्टर ओरल मेडिसिन लिख सकते हैं।
यदि किसी व्यक्ति को टिनिया मैन्युम है, तो उसे शरीर के अन्य क्षेत्रों, या अन्य लोगों को उसे छूने से बचना चाहिए, क्योंकि इससे संक्रमण फैल सकता है। यदि लोगों को शरीर के अन्य भागों में टॉपिकल क्रीम लगाने की आवश्यकता है, तो उन्हें डिस्पोजेबल दस्ताने पहनने चाहिए।
पाम रैशेज को डायग्नोस कैसे किया जाता है? (Palm rashes diagnosis)