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How To Manage Thin Skin: त्वचा को पतला होने से बचाएं, इन तरीकों को अपनाएं

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya


AnuSharma द्वारा लिखित · अपडेटेड 18/02/2022

    How To Manage Thin Skin: त्वचा को पतला होने से बचाएं, इन तरीकों को अपनाएं

    त्वचा हमारे शरीर का सबसे बड़ा अंग है, जो महत्वपूर्ण काम करता है। स्किन हमें हानिकारक एलिमेंट्स से बचाती है, शरीर के टेम्प्रेचर को संतुलित बनाए रखने में मदद करती है और इसके साथ ही इससे हमें टच, हीट और कोल्ड जैसे सेंसेशंस का अनुभव होता है, लेकिन खराब जीवनशैली, प्रदूषण और कई अन्य हानिकारक चीजों का हमारी त्वचा पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है। आज हम बात करेंगे थिन स्किन के बारे में और जानेंगे कि थिन स्किन को कैसे मैनेज करें (How To Manage Thin Skin)? थिन स्किन को कैसे मैनेज करें (How To Manage Thin Skin), इसके बारे में जानने से पहले थिंक स्किन किसे कहा जाता है, यह जान लेते हैं।

    थिन स्किन क्या है? (Thin Skin)

    उम्र के बढ़ने, सन डैमेज, दवाईयों और लाइफस्टाइल फैक्टर्स के कारण त्वचा थिन हो जाती है। अगर ऐसा होता है तो इसे रिवर्स तो नहीं किया जा सकता। लेकिन, कुछ तरीकों अपनी स्किन को प्रोटेक्ट किया जा सकता है और कॉम्प्लीकेशन्स से भी बचा जा सकता है। हाथों की थिन स्किन बेहद सामान्य है। लेकिन, जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, बाजु और टांगों की स्किन भी पतली हो जाती है। पतली स्किन में नील आसानी से पड़ जाते हैं। इस स्किन को थिन्निंग स्किन (Thinning skin) या फरजायल स्किन (Fragile skin) भी कहा जाता है। जब किसी को यह समस्या होती है, तो उसकी स्किन टिश्यू पेपर जैसी दिख सकती है, जिसे क्रेपी त्वचा के नाम से जाना जाता है।

    स्किन की यह समस्या बुजुर्गों में सामान्य है और इसे उनके चेहरे, बाजू और हाथों में आराम से नोटिस किया जा सकता है। ऐसे लोगों की स्किन से उनकी नसों, टेंडॉन्स, बोन्स आदि को भी देखा जा सकता है। दरअसल हमारी स्किन कई लेयर्स से बनी होती है और मिडिल लेयर को डर्मिस (Dermis) कहा जाता है। यह नब्बे प्रतिशत स्किन की थिकनेस में अपना योगदान देती है। डर्मिस के थिक और रेशेदार टिश्यू कोलेजन (Collagen) और इलास्टिन (Elastin) से बने होते हैं। डर्मिस हमारी स्किन को स्ट्रेंथ, फ्लेक्सिबिलिटी और इलास्टिसिटी प्रदान करते हैं। डर्मिस के पतले होने के परिणामस्वरूप हमारी स्किन थिन हो सकती है। ऐसे में इस समस्या को मैनेज करने बेहद जरूरी है। थिन स्किन को कैसे मैनेज करें (How To Manage Thin Skin), इससे पहले इस स्किन के लक्षणों और कारणों के बारे में जान लेते हैं।

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    थिन स्किन के लक्षण और कारण (Thin skin symptoms and causes)

    अगर बात की जाए इस समस्या के लक्षणों की, तो स्किन थिन होने पर व्यक्ति की त्वचा इतनी ट्रांसपेरेंट हो जाती है कि उनकी नसों, हड्डियों और टेंडॉन्स आदि को साफ-साफ देखा जा सकता है। यही नहीं, यह स्किन बहुत जल्दी डैमेज भी हो जाती है। छोटी सी चोट लगने पर भी त्वचा पर नील आदि देखे जा सकते हैं। थिन स्किन को कैसे मैनेज करें (How To Manage Thin Skin), इससे पहले इसके कारणों के बारे में भी पता होना चाहिए जो इस प्रकार हैं:

    एजिंग (Aging)

    स्किन के पतले होने का सबसे सामान्य कारण है उम्र का बढ़ना। थिन स्किन उम्र के बढ़ने का नेचुरल पार्ट है। उम्र के बढ़ने पर त्वचा की इलास्टिसिटी कम हो जाती है और त्वचा जल्दी ड्राय और डैमेज हो जाती है।

    सनलाइट (Sunlight)

    समय के साथ सूरज की हानिकारक किरणें भी त्वचा पर बुरा प्रभाव डालती हैं। इससे निकलने वाली हानिकारक रेज स्किन सेल्स को डैमेज और नष्ट कर सकती हैं। इससे त्वचा पतली हो सकती है।

    स्मोकिंग एंड ड्रिंकिंग (Smoking and drinking)

    स्मोकिंग और ड्रिंक करने से स्किन जल्दी बूढ़ी होती है और त्वचा को थिन बना सकती है।

    स्टेरॉयड क्रीम्स (Steroid creams)

    स्टेरॉयड क्रीम्स एपिडर्मिस (Epidermis) में मौजूद सेल्स को छोटा कर सकती हैं। एपिडर्मिस (Epidermis) त्वचा की बाहरी लेयर होती है। यही नहीं, इनसे स्किन सेल्स से कनेक्ट होने वाले टिश्यू पर भी असर होता है। इससे त्वचा ढीली और झुर्रियों भरी हो सकती है। इसके अलावा अन्य कुछ दवाईयां भी स्किन को पतला बना सकती हैं। जैसे टोपिकल स्टेरॉयड (Topical steroids) से भी ऐसा हो सकता है जब इन्हें स्किन पर सीधे तौर पर लगाया जाता है। इसके अलावा त्वचा के पतला होने के अन्य कई कारण भी हो सकते हैं। अब जानते हैं कि थिन स्किन को कैसे मैनेज करें (How To Manage Thin Skin)?

    थिन स्किन को कैसे मैनेज करें, How To Manage Thin Skin
    थिन स्किन को कैसे मैनेज करें, How To Manage Thin Skin

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    थिन स्किन को कैसे मैनेज करें? (How To Manage Thin Skin)

    सामान्य एजिंग प्रोसेस का कोई इलाज नहीं है, जो स्किन के थिन होने का कारण बनती है। हालांकि, कुछ प्रीवेंटेटिव मेजर्स के साथ ही उन मेडिकल ट्रीटमेंट्स की मदद ली जा सकती है, जो लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं। अब जानते हैं कि थिन स्किन को कैसे मैनेज करें (How To Manage Thin Skin)?

    एट-होम ट्रीटमेंट (At-home treatment)

    अगर स्किन पतली हो जाए तो इसका रिवर्स संभव नहीं है। लेकिन स्किन को मॉइस्चराइज करने से यह फ्लेक्सिबल हो जाएगी और कम ब्रेक होगी। ऐसी कोई भी चीज जिससे स्किन रेड हो जाए या घाव हो, उसे खराब कर सकती है। थिन स्किन से पीड़ित लोगों के लिए उसे डैमेज से बचाना बेहद जरूरी है। इसके लिए अपनी त्वचा को हार्श केमिकल्स के सम्पर्क में आने से बचाएं। यही नहीं, अपनी त्वचा को कट और टीयर्स से बचाने के लिए इन चीजों का भी रखें ध्यान:

    • अपनी स्किन को बचाने के लिए फुल स्लीव्स की शर्ट और लॉन्ग पैंट पहनें।
    • घर के बाहर काम करते हुए अपनी स्किन को बचाने के लिए कपड़ों की डबल लेयर पहनें, ताकि त्वचा को कोई नुकसान न हो।
    • अगर आपकी त्वचा बेहद नाजुक है तो इसे प्रोटेक्ट करने के लिए कपड़ों के नीचे रोल्ड गॉज बेन्डेजेज rolled gauze bandages लगाएं।
    • घर से बाहर निकलते हुए कम से कम  30 SPF सनस्क्रीन को अवश्य अप्लाई करें।
    • अपनी त्वचा को अच्छे से मॉइस्चराइज्ड करना न भूलें।

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    थिन स्किन को कैसे मैनेज करें (How To Manage Thin Skin): जानिए इस समस्या से बचने के तरीकों के बारे में

    कई फैक्टर्स स्किन की एजिंग प्रोसेस को बढ़ा सकती हैं जिसमें स्किन का पतला होना भी शामिल है। इन रिस्क फैक्टर्स में एनवायर्नमेंटल फैक्टर्स भी शामिल हैं। इसके साथ ही शरीर में अंदरूनी बदलाव भी इसका कारण बन सकते हैं जैसे हॉर्मोन लेवल फ्लक्चुएशन (Hormone level fluctuations)। इन रिस्क फैक्टर्स से त्वचा को बचाना बेहद जरूरी है। यह रिस्क फैक्टर्स इस प्रकार हैं:

  • सन एक्सपोजर (Sun exposure)
  • अल्ट्रावॉयलेट लाइट के आर्टिफिशियल सोर्सेज (Artificial sources of UV light)
  • एनवायर्नमेंटल पोल्यूटेंट्स (Environmental pollutants)
  • जेनेटिक्स (Genetics)
  • स्मोकिंग (Smoking)
  • मेनोपॉज (Menopause)
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    थिन स्किन को कैसे मैनेज करें (How To Manage Thin Skin): स्किन हेल्थ के लिए न्यूट्रिशन

    माना जाता है कि न्यूट्रिशन त्वचा की उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को प्रभावित करता है, जो बदले में उम्र बढ़ने के कारण पतली त्वचा की प्रक्रिया को धीमा करने में मदद कर सकता है। न्यूट्रिशन और स्किन हेल्थ के बारे में की गई स्टडी के अनुसार हेल्दी डायट से भी झुर्रियों, ड्रायनेस आदि समस्याओं को कम करने में मददगार हो सकती है। हेल्दी त्वचा के लिए अपने आहार में इन चीजों को शामिल करें:

    • सब्जियां (Vegetables)
    • ऑलिव ऑयल (Olive oil)
    • फलियां (Legumes)
    • फ्रेश और होल फ्रूट्स (Fresh, whole fruits)
    • विटामिन ए युक्त फूड और सप्लीमेंट्स (Vitamin A Foods or supplements)
    • फिश ऑयल सप्लीमेंट्स (Fish oil supplement)

    उम्मीद है कि थिन स्किन को कैसे मैनेज करें (How To Manage Thin Skin), इसके बारे में यह जानकारी आपको पसंद आ रही होगी। अब जानते हैं इसके मेडिकल ट्रीटमेंट के बारे में।

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    थिन स्किन को कैसे मैनेज करें (How To Manage Thin Skin): मेडिकल ट्रीटमेंट (Medical Treatment)

    थिन स्किन की समस्या उम्र के बढ़ने के कारण होती है। इसमें आमतौर पर मेडिकल अटैंशन की आवश्यकता नहीं होती है। लेकिन, कुछ मामलों में डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है। यह मामले इस प्रकार हैं:

    • स्किन का बहुत अधिक ड्राय या इचि होना
    • दर्द या परेशानी का अनुभव करना, जो प्रीवेंटेटिव मेजर्स से कम न हों
    • स्किन का बहुत जल्दी टियर (Tear) होना
    • त्वचा में ऐसी कोई भी समस्या होना, जो जल्दी ठीक न हों

    थिन स्किन के उपचार में रेटिनॉल क्रीम (Retinol cream) जो विटामिन ए युक्त होको प्रभावी माना जाता है। ऐसे में डॉक्टर आपको टोपिकल रेटिनॉल की सलाह भी दे सकते हैं। लेकिन, थिक स्किन की स्थिति में किसी भी मेडिकल ट्रीटमेंट या क्रीम आदि का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर की राय अवश्य लें।

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    यह तो थी थिन स्किन को कैसे मैनेज करें (How To Manage Thin Skin), इस बारे में जानकारी। उम्र के बढ़ने कर कई हेल्थ प्रॉब्लम्स हो सकती हैं, जिनमें थिन स्किन भी शामिल है। ऐसे में आपको यह जानकारी होनी चाहिए कि उम्र के बढ़ने पर क्या समस्याएं हो सकती हैं और उन्हें कैसे मैनेज किया जा सकता है? इसके साथ ही अपनी त्वचा की देखभाल करना भी आवश्यक है। आमतौर पर उम्र के बढ़ने पर स्किन के पतला होने पर मेडिकल ट्रीटमेंट की जरूरत नहीं होती है। लेकिन, अगर आप अपनी त्वचा संबंधी अधिक परेशानियों अनुभव करें, तो तुरंत मेडिकल हेल्प लें।

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