सोरायसिस ऑटोइम्यून डिजीज है, जो एक त्वचा संबंधी समस्या है। इससे पीड़ित व्यक्ति को त्वचा में जलन के साथ त्वचा पर लाल चकत्ते और सूजन जैसे लक्षण नजर आते हैं, जिसका इलाज ठीक तरह से नहीं करवाया जाए तो तकलीफ बढ़ सकती है। तकलीफ बढ़ने पर त्वचा पर अत्यधिक खुजली होना, जोड़ों में जकड़न महसूस होना या स्किन का अत्यधिक ड्राय पड़ना महसूस किया जा सकता है।
लाइम डिजीज (Lyme disease)
लाइम डिजीज बैक्टीरिया के कारण होने वाली स्किन डिजीज है। यह बीमारी बोरेलिया बर्गडोरफेरी बैक्टीरिया या इन्फेक्टेड ब्लैकलेग्ड टिक के काटने की वजह से फैलती है। इसके लक्षण काटने के 3 दिनों से लेकर 30 दिनों तक नजर आ सकते हैं। वैसे लक्षण इंफेक्शन पर भी निर्भर करता है कि शरीर में कितना बैक्टीरिया फैला है। लाइम रोग की वजह से बुखार, सिरदर्द, कमजोरी, बदन दर्द, लिंफ नोड्स में सूजन जैसी समस्याएं होती हैं।
ल्यूपस (Lupus)
ल्यूपस इम्यून सिस्टम से जुड़ी समस्या है। इस बीमारी में हमारा इम्यून सिस्टम अपने शरीर के तत्व और बाहरी एंटीजन के बीच अंतर नहीं कर पाता। इसकी वजह से इम्यून सिस्टम अपने ही शरीर की कोशिकाओं के ऊपर आक्रमण करने लगेगा जिससे शरीर को आंतरिक रूप से हानि हो सकती है।
फेस पर लाल चकत्ते होने पर ऊपर बताई गई स्किन डिजीज हो सकती है।
फेस पर लाल चकत्ते का इलाज कैसे किया जाता है? (Treatment for Red Circle On the Skin)
फेस पर लाल चकत्ते होने पर सबसे पहले इसके कारणों को ध्यान में रखकर इलाज किया जाता है और इलाज के दौरान निम्नलिखित दवाओं की मदद ली जा सकती है। जैसे:
- एमोलिएंट्स (Emollients) मॉइस्चराइजिंग ट्रीटमेंट की तरह इस्तेमाल किया जाता है, जो त्वचा को शांत और हाइड्रेट करने, खुजली को कम करने और सूजन को रोकने में मदद करते हैं।
- कॉर्टिकॉस्टेरॉइड्स (Corticosteroids) एवं एंटीबायोटिक (Antibiotics) मेडिसिन प्रिस्क्राइब की जा सकती है।
- त्वचा पर लाल चकत्ते के इलाज के लिए लाइट थेरिपी (Light therapy) जैसे अल्ट्रावॉयलेट लाइट थेरिपी (Ultraviolet light therapy) एवं क्रायोथेरिपि (Cryotherapy) की भी मदद ली जा सकती है।