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नेक्रोबायोसिस लिपिडिका (Necrobiosis lipoidica)
नेक्रोबायोसिस लिपिडिक एक रैश को कहा जाता है, जो लोयर लेग को प्रभावित करता है और महिलाओं में अधिक कॉमन है। हालांकि, यह बीमारी किसी को भी हो सकती है। लेकिन डायबिटीज से पीड़ित लोगों में अधिक सामान्य है। यह रैश दर्दभरा, ओवेल, राउंड या साइज में इर्रेगुलर हो सकता है। इस रैश में अक्सर प्रॉमिनेंट ब्लड वेसल्स के साथ एक सेंटर होता है। यह मामूली ट्रामा के कारण अल्सर बन सकता है। अल्सर से संक्रमण हो सकता है। इसके इलाज के लिए डॉक्टर टोपिकल स्टेरॉइड्स, स्टेरॉयड इंजेक्शंस या निकोटिनामाइड (Niacinamide) की सलाह दे सकते हैं। कई बार इस स्किन डिसऑर्डर में किसी भी तरह के उपचार की जरूरत नहीं होती।
एक्टिनिक प्रुरिगो (Actinic prurigo)
एक्टिनिक प्रुरिगो (Actinic prurigo) वो स्किन कंडिशन है, जो सनलाइट एक्सपोजर के रिस्पांस में एक्सट्रीम खुजली का कारण बन सकती है। इसके लक्षणों में इचि रैशेज, स्किन पर स्मॉल रेड नोडल आदि शामिल हैं। यह रेयर स्किन डिजीज (Rare Skin Diseases) अक्सर चेहरे, होंठों, गर्दन, छाती, बाजू और हाथों पर होती है। इसके कारण आइ इर्रिटेशन भी हो सकती है। इस स्थिति से शरीर के वो अंग भी प्रभावित हो सकते हैं, जो सीधेतौर पर सनलाइट के संपर्क में नहीं आते हैं। एक्टिनिक प्रुरिगो (Actinic prurigo) का कोई इलाज नहीं है। लेकिन, इसके लक्षणों को मैनेज किया जा सकता है। इससे बचाव के लिए सूरज की रोशनी जाना कम करें और घर से बाहर निकलते हुए खुद को सनलाइट के संपर्क में आने से बचाएं।
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रेयर स्किन डिजीज में एर्जिरिया (Argyria)
एर्जिरिया से पीड़ित लोग शरीर में सिल्वर सॉल्ट्स के बिल्डअप के कारण स्किन कलर में बदलाव महसूस कर सकते हैं। ऐसे में स्किन ब्लू-ग्रे रंग की हो सकती है। ऐसे तब भी हो सकता है जब रोगी अपनी मर्जी से सप्लीमेंट्स या अन्य किसी चीज का सेवन करें जिसमें सिल्वर हो। ऐसा उस स्थिति में भी हो सकता है, जब कोई व्यक्ति ऐसी जगह काम करता हो जहां वो सिल्वर के सम्पर्क में अधिक आता हो, जैसे मेटल एलाय मैन्युफैक्चरिंग। इसके लक्षण इस प्रकार हैं: