बादाम प्रोटीन और एसेंशियल अमीनो एसिड्स (Amino Acids) का अच्छा सोर्स होते हैं। बेबी को दिन में दो बादाम खिलाएं। इन्हें पानी में भिगोकर रखें और फिर छिलका निकालकर बच्चे को दें। आप इन्हें घिसकर दूध में मिलाकर भी दे सकते हैं। इसके अलावा बालों की बादाम के तेल से मसाज भी कर सकते हैं। जब बच्चा थोड़ा बड़ा हो जाए और कुछ खाने लगे तो उसकी डायट में आयरन (Iron), विटामिन ए (Vitamin A), बी और डी के सोर्स वाले फूड शामिल करें। जिसमें गाजर, आम, कद्दू, आलू, बींस और एग को शामिल करें।
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4.बालों को बांधें नहीं (Avoid Hair Ties)
अगर पेरेंट्स छोटे बच्चों के बालों को बांधकर पोनीटेल बना देते हैं। इससे बच्चे भले ही दिखने में क्यूट लगे, लेकिन उनके बाल इससे कमजोर हो जाते हैं। इससे हेयर फॉलिकल्स कमजोर होने के साथ ही हेयर लॉस भी होता है। इसलिए बच्चों के बालों को बांधें नहीं।
5.बेबी हेयर ग्रोथ के लिए एलोवेरा (Aloe Vera For Baby Hair Growth)
बच्चे के बालों की ग्रोथ को बढ़ाने के लिए पेरेंट्स ऐलोवेरा का उपयोग भी कर सकते हैं। इसके लिए बाजार में उपलब्ध एलोवेरा जेल (Aloe Vera Jail) को यूज किया जा सकता है या प्लांट से डायरेक्ट निकाले गए जेल का। जेल को बेबी के स्कैल्प पर लगाएं और अच्छी तरह मसाज करें। 15-20 मिनट के लिए बालों में लगा रहने के बाद बालों को अच्छी तरह धोएं।
6.बालों को रोज धोने से पहले इस बात कर रखें ध्यान
बच्चों को क्रैडल कैप से बचाना चाहते हैं तो बालों को रोज धोना जरूरी है, लेकिन ऐसा तभी करें जब बच्चा थोड़ा बड़ा हो जाए। शुरुआत के कुछ दिनों तक बेबी को हफ्ते में एक बार इसके बाद वीक में दो से तीन बार सिर धोया जाता है। छोटे बच्चों के बाल धोते वक्त पेरेंट्स नर्वस फील कर सकते हैं, लेकिन इससे स्कैल्प क्लीन होने के साथ ही क्रेडल केप से छुटकारा मिलता है। स्कैल्प में धूल जमा होने के कारण ड्रायनेस होती है जिससे हेयर ग्रोथ स्लो हो जाती है। शैम्पू का चुनाव डॉक्टर की सलाह पर करें।
7.बेबी हेयर ग्रोथ के लिए जिलेटिन (Gelatin)