फ्री रेडिकल्स से बचाता है
पोषक तत्वों की कमी से कई बार बच्चों को कुपोषण (Malnutrition) की समस्या हो सकती है। जिससे फ्री रेडिकल्स का असर दिखने लगता है और इसकी वजह से डीएनए को हानि पहुंच सकती है। ऐसे में बच्चों की डायट में ऐसी चीजों को शामिल करना जरूरी है जिसमें एंटीऑक्सिडेंट होता है। बादाम में विटामिन ई होती है जो एक असरकारक एंटीऑक्सिडेंट है और फ्री रेडिकल्स के असर को कम करने में मदद कर सकता है।
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बच्चों के लिए बादाम का दूध उनके मानसिक विकास के लिए है जरूरी
बादाम खाने से दिमाग तेज होता है, यह बात तो आपने बहुत लोगों के मुंह से सुनी होगी, लेकिन क्या आपको पता है कि ऐसा क्यों है? दरअसल, बादाम में अन्य पोषक तत्वों के साथ-साथ बी-विटामिन्स (फोलेट, थियामिन, नियासिन, राइबोफ्लेविन, बायोटिन, पैंटोथैनिक एसिड, विटामिन बी-6) भरपूर मात्रा में होता है। रिसर्च के मुताबिक, बी विटामिन्स दिमाग को सही तरह से काम करने में मदद करता है। इसलिए, बच्चों के मानसिक विकास में बादाम की अहम भूमिका होती है। साथ ही बादाम में फैटी एसिड भी होता है जो दिमागी विकास के लिए जरूरी है।
पाचन दुरुस्त रहता है
बादाम के दूध में फाइबर (Fiber) की मात्रा अधिक होती है और फाइबर पाचन को ठीक रखने में मदद करता है। बच्चों को भी कब्ज (constipation in babies) और अपच (indigestion) जैसी समस्या बहुत होती है, इसलिए बादाम उनके लिए फायदेमंद होता है।
अच्छी नींद

बादाम के दूध में ट्रिप्टोफैन (Tryptophan) नामक तत्व होता है, जो बच्चों की नींद न आने की समस्या को दूर करने में मदद करता है। रिसर्च अनुसार, ट्रिप्टोफैन (Tryptophan) अनिद्रा की समस्या दूर करके बच्चों को अच्छी नींद लेने में मदद करता है।
त्वचा के लिए फायदेमंद
बादाम का दूध (Almond Milk) याददाश्त बढ़ाने और हड्डियों को मजबूत बनाने के साथ ही बालों को भी स्वस्थ बनाता है। इसमें विटामिन-डी और विटामिन-ई की भरपूर मात्रा होती है। विटामिन-डी त्वचा को यूवी किरणों से बचाने के साथ ही हानिकारक बैक्टीरिया से भी बचाता है। जबकि विटामिन-ई लिपिड पेरोक्सीडेशन (त्वचा की कोशिकाओं की क्षति की एक वजह) के प्रभाव से त्वचा को बचाता है। छोटी उम्र से बच्चों को बादाम खिलाने से उनकी त्वचा स्वस्थ बनी रहेगी।
खूबसूरत बाल
बादाम का दूध न सिर्फ सेहत और त्वचा के लिए फायदेमंद है, बल्कि यह आपके बालों को भी खूबसूरत और मजबूत बनाता है। बादाम के दूध में प्रोटीन (Protein) और आयरन (Iron) होता है जो बालों को बढ़ने में मदद करने के साथ ही उसे मजबूत बनाता है। बादाम का सेवन करने वाले बच्चों के बाल शुरुआत से ही स्वस्थ रहते हैं।
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मां के दूध का विकल्प नहीं हो सकता बादाम दूध

एक साल से अधिक उम्र के बच्चों को बादाम वाला दूध दिया जा सकता है, लेकिन यह कभी भी स्तनपान (Breastfeeding) का विकल्प नहीं हो सकता। क्योंकि मां के दूध में वह सारे पोषक तत्व होते हैं जो बच्चे के संपूर्ण विकास के लिए जरूरी है। 6 महीने तक बच्चे को सिर्फ मां का दूध ही दिया जाना चाहिए। इसके बाद ब्रेस्टफीडिंग के साथ ही उन्हें कुछ सॉलिड फूड दिया जा सकता है। हालांकि बच्चों को बादाम का दूध एक साल के बाद ही दिया जाना चाहिए।