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कॉन्जेनिटल हार्ट डिजीज में इस्तेमाल की जाती हैं ये बीटा ब्लॉकर्स दवाएं!

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. हेमाक्षी जत्तानी · डेंटिस्ट्री · Consultant Orthodontist


Bhawana Awasthi द्वारा लिखित · अपडेटेड 24/05/2022

    कॉन्जेनिटल हार्ट डिजीज में इस्तेमाल की जाती हैं ये बीटा ब्लॉकर्स दवाएं!

    अगर किसी बच्चे को जन्म से ही हार्ट संबंधी समस्या है, तो उसे कॉन्जेनिटल हार्ट डिजीज (Congenital heart disease) कहते हैं। ये एक प्रकार का बर्थ डिफेक्ट है, जो बच्चों में जन्म से ही बुरा प्रभाव डालता है। जन्मजात हृदय दोष में बीटा ब्लॉकर्स (Beta blockers in congenital heart disease) मरीज को दिया जाता है। जन्मजात हार्ट डिजीज का कोई निश्चित कारण नहीं है। ये बीमारी गर्भावस्था के दौरान मां के डायबिटीज या फिर रुबेला (Rubella) होने पर भी बच्चों को हो सकती है। वहीं प्रेग्नेंसी के दौरान कुछ बुरी आदतें जैसे कि स्मोकिंग और एल्कोहॉल का सेवन भी बच्चों में हार्ट डिजीज का कारण बनता है। बीटा ब्लॉकर्स मेडिसिन का प्रकार हैं, जिसका इस्तेमाल हाय ब्लड प्रेशर की समस्या को ठीक करने के लिए किया जाता है। बीटा ब्लॉकर्स का इस्तेमाल अनियमित हार्ट बीट (Irregular heart rhythms) को ठीक करने के लिए भी किया जाता है। बच्चों को बीटा ब्लॉकर्स देने पर उनकी दिल की धड़कन सामान्य हो जाती हैं। आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से जन्मजात हृदय दोष में बीटा ब्लॉकर्स (Beta blockers in congenital heart disease) के बारे में जानकारी देंगे।

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    जन्मजात हृदय दोष में बीटा ब्लॉकर्स (Beta blockers in congenital heart disease)

    जन्मजात हृदय दोष में बीटा ब्लॉकर्स (Beta blockers in congenital heart disease)

    जन्मजात हृदय दोष में बीटा ब्लॉकर्स (Beta blockers in congenital heart disease) के बारे में जानने से पहले आपको बीटा ब्लॉकर्स के बारे में जानकारी होना जरूरी है। बीटा ब्लॉकर्स (Beta blockers) दवाईयां न सिर्फ हाय बीपी को लो करने के काम में आती है, बल्कि ये हार्ट फेलियर, हार्ट रिदम डिसऑर्डर्स (Heart Rhythm Disorders) या फिर हार्ट अटैक की बीमारी के दौरान भी इस्तेमाल की जाती है। कॉन्जेनिटल हार्ट डिजीज में बीटा ब्लॉकर्स (Beta blockers in congenital heart disease) का अहम रोल होता है। ये दवाएं हार्ट रेट को नॉर्मल करने के साथ ही हार्ट को आराम पहुंचाती हैं और साथ ही हार्ट की बीमारी के कारण पैदा हुए हार्ट डिजीज संबंधी लक्षणों को सुधारने में भी मदद करती हैं। जानिए जन्मजात हृदय दोष में बीटा ब्लॉकर्स (Beta blockers in congenital heart disease) के बारे में।

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    जन्मजात हृदय दोष में बीटा ब्लॉकर्स का प्रयोग (Use of Beta blockers in congenital heart disease)

    नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन (National Center for Biotechnology Information) के अनुसार जन्मजात हृदय रोग (Congenital heart disease) के पेशेंट में हार्ट फेलियर की समस्या लार्ज लेफ्ट शंट (Shunts) के कारण 20% तक अधिक हो जाती है। हार्ट फेलियर न्यूरोडेवलपमेंट के साथ ही विकास पर बुरा प्रभाव डालता है। जानिए कुछ बीटा ब्लॉकर्स के बारे में।

    जन्मजात हृदय दोष में बीटा ब्लॉकर्स – एटेनोलॉल (Atenolol)

    जन्मजात हृदय दोष में बीटा ब्लॉकर्स के रूप में एटेनोलॉाल का इस्तेमाल किया जाता है। एटेनोलॉाल (Atenolol) का इस्तेमाल अन्य दवाईयों के साथ भी किया जा सकता है। ये दवा हाय ब्लड प्रेशर (High blood pressure) के साथ ही स्ट्रोक के खतरे को कम करने का काम करती है। इस दवा का इस्तेमाल हार्ट अटैक और किडनी की समस्याओं के लिए भी किया जाता है। जिन लोगों को चेस्ट पेन यानी एंजाइना (Angina) है, उन्हें इस समस्या में राहत पहुंचाती है। एटेनोलॉल बीटा ब्लॉकर्स हैं और ये ब्लड वैसल्स में कुछ कैमिकल जैसे एपीनेफरीन (Epinephrine) के एक्शन को ब्लॉक करते हैं। इस कारण से हार्ट रेट नॉर्मल हो जाती है और साथ ही ब्लड प्रेशर भी हाय से नॉर्मल हो जाता है। कॉन्जेनिटल हार्ट डिजीज में एटेनोलॉल को ब्रांड नेम टेनोर्मिन (Tenormin) के नाम से भी जाना जाता है।

    बीटा ब्लॉकर्स के रूप में बिसोप्रोलोल (Bisoprolol)

    बिसोप्रोलोल (Bisoprolol) जबेटा (Zebeta) ब्रांड नेम से उपलब्ध है। ये दवा हायरपटेंशन, ब्लड प्रेशर को लो करने के लिए, स्ट्रोक से बचाने के लिए और हार्ट अटैक जैसी गंभीर स्थिति में इस्तेमाल की जाती है। किडनी प्रॉब्लम से बचाने के लिए भी इस दवा का इस्तेमाल कर सकते हैं। ये दवा भी ब्लड वैसल्स में एपिनेफ्रीन (Epinephrine) के प्रभाव को कम करने का काम करती है। जन्मजात हृदय दोष में बीटा ब्लॉकर्स का इस्तेमाल डॉक्टर की सलाह से ही करना चाहिए। बच्चों को जन्म के बाद हार्ट संबंधी समस्या है या फिर नहीं, ये डॉक्टर जांच के बाद बताते हैं। आपको ऐसे में अधिक सावधानी की जरूरत है।

    कार्वेडिलोल का इस्तेमाल जन्मजात हृदय दोष में बीटा ब्लॉकर्स (Beta blockers in congenital heart disease) के रूप में किया जाता है। इस दवा का ब्रांड कोरेग (Coreg) है। कार्वेडिलोल का इस्तेमाल हाय ब्लड प्रेशर (High Blood Pressure) की समस्या को ठीक करने में किया जाता है। साथ ही ये दवा हार्ट फेलियर (Heart Failure), हार्ट अटैक (Heart attack) के ट्रीटमेंट में भी इस्तेमाल की जाती है। इस दवा का सेवन कैसे करना है, आपको इस बारे में डॉक्टर से राय जरूर लेनी चाहिए। दवा का इस्तेमाल रोजाना समय पर करना चाहिए। हाय ब्लड प्रेशर पेशेंट में दवा का सेवन करने के दो हफ्तों बाद असर दिखने लगता है।

    कॉन्जेनिटल हार्ट डिजीज में टिमलोल (Timolol in congenital heart disease)

    टिमलोल का इस्तेमाल (Timolol) बीटा ब्लॉकर्स के रूप में किया जाता है। इस मेडिसिन को या तो माउथ से या फिर आय ड्रॉप के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। आय के अंदर ओकुलर हायपरटेंशन और ग्लॉकोमा (Glaucoma) के कारण प्रेशर बढ़ जाता है। इस कारण से इस मेडिसिन या ड्रॉप को लेने की सलाह दी जाती है। दवा के रूप में लेने से ये ब्लड वैसल्स में कुछ कैमिकल्स को ब्लॉक करने का काम करती है। ये दवा हाय ब्लड प्रेशर को भी कंट्रोल करती है और हार्ट डिजीज के गंभीर लक्षणों को कम करने का काम करती है। टिमलोल ब्लोकाड्रेन (Blocadren) ब्रांड से भी उपलब्ध है।

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    कॉन्जेनिटल हार्ट डिजीज में सोटोलोल (Sotalol)

    सोटोलोल (Sotalol) का इस्तेमाल जन्मजात हृदय दोष में बीटा ब्लॉकर्स (Beta blockers in congenital heart disease) के रूप में किया जाता है। इस दवा का सेवन अनियमित दिल की धड़कन (Irregular heartbeats) को नियंत्रित करने में किया जाता है। फास्ट हार्टबीट को सुस्टेंड वर्टिकुलर टैचीकार्डिया के नाम से जाना जाता है। सांस लेने में कमी या फिर सांस लेने में समस्या होने पर भी दवा का इस्तेमाल किया जाता है। ये दवा बीटा ब्लॉकर्स के साथ ही एंटी एरिथमिक के रूप में इस्तेमाल की जाती है। इस दवा का ब्रांड बेटापेस (Betapace) है।

    बीटा ब्लॉकर्स के सेवन से हो सकते हैं दुष्प्रभाव (Side-effects of Beta Blockers)

    जन्मजात हृदय दोष में बीटा ब्लॉकर्स (Beta blockers in congenital heart disease) का इस्तेमाल भले ही हार्ट की बीमारी के कई लक्षणों को कम करने में मदद करता है लेकिन इनका सेवन करने से कुछ साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं। बीटा ब्लॉकर्स का सेवन करने से थकावट (Fatigue), चक्कर आना, वेट गेन यानी वजन बढ़ना, मितली या उल्टी आना, कमजोरी का एहसास आदि साइड इफेक्ट्स दिख सकते हैं। आपको इस संबंध में डॉक्टर से जानकारी लेनी चाहिए।

    इस आर्टिकल में दिए गए दवाओं के नाम केवल आपकी जानकारी के लिए हैं। डॉक्टर से परामर्श के बाद ही कोई मेडिसिंस लें। हैलो हेल्थ किसी भी प्रकार की चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार उपलब्ध नहीं कराता। इस आर्टिकल में हमने आपको जन्मजात हृदय दोष में बीटा ब्लॉकर्स (Beta blockers in congenital heart disease) के संबंध में जानकारी दी है। उम्मीद है आपको हैलो हेल्थ की दी हुई जानकारियां पसंद आई होंगी। अगर आपको इस संबंध में अधिक जानकारी चाहिए, तो हमसे जरूर पूछें। हम आपके सवालों के जवाब मेडिकल एक्सर्ट्स द्वारा दिलाने की कोशिश करेंगे।

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