backup og meta

Alcohol intoxication: एल्कोहल इनटॉक्सिकेशन क्या है?

के द्वारा एक्स्पर्टली रिव्यूड डॉ. पूजा दाफळ · Hello Swasthya


Bhawana Sharma द्वारा लिखित · अपडेटेड 25/08/2020

Alcohol intoxication: एल्कोहल इनटॉक्सिकेशन क्या है?

परिचय

एल्कोहल इनटॉक्सिकेशन क्या है?

एल्कोहल इनटॉक्सिकेशन उन लोगों को होता है जिन्हें नशा करने की आदत होती है। एल्कोहल इनटॉक्सिकेशन वो स्थिति है जिसमें व्यक्ति बहुत ज्यादा शराब पी लेता है। यह स्थिति अस्थायी होती है लेकिन कभी-कभी यह जानलेवा भी हो सकती है। ज्यादा शराब पीने से शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से नुकसान होता है। इसके लक्षण हल्के से लेकर गंभीर तक हो सकते हैं। शराब का नशा गंभीर होता है। यह आपके शरीर के तापमान, श्वास, हृदय गति और गैग रिफ्लेक्स को प्रभावित करता है। यह कभी-कभी कोमा या मृत्यु का कारण भी बन सकता है।

एल्कोहल इनटॉक्सिकेशन अस्थायी होने के साथ खतरनाक स्थिति भी है। इसके लिए तुरंत इलाज की जरूरत पड़ती है। अगर लोग ​संयमित रहकर शराब का सेवन करते हैं तो वो इतना नुकसानदायक नहीं होता है। लेकिन लंबे समय तक नियमित रूप से ज्यादा शराब ​पीना आपके ​जीवन को खतरे में डाल सकता है। युवा और वयस्क दोनों एल्कोहल इनटॉक्सिनेशन का अनुभव कर सकते हैं। एल्कोहल इनटॉक्सिनेशन एक मेडिकल इमरजेंसी माना जाता है।

डिपार्टमेंट ऑफ हेल्थ और ह्यूमन सर्विसेज ने शराब के नशे को दो वर्गों में विभाजितक किया है। ज्यादा शराब पीना कैंसर का कारण भी बन सकता है। इससे मुंह का कैंसर, स्वरयंत्र कैंसर और घेघा हो सकता है। एल्कोहल इनटॉक्सिकेशन के बारे में अधिक जानने के लिए इसके कारणों, लक्षणों और उपचार के बारे में जानें।

ये भी पढ़ें:  Alcohol Addiction: शराब की लत क्या है?

कारण

एल्कोहल इनटॉक्सिकेशन के कारण क्या है?

एल्कोहल इनटॉक्सिकेशन में शराब शरीर के स्वाभाविक रूप से होने वाले न्यूरोट्रांसमीटर GABA (गामा एमिनो ब्यूटिरिक एसिड) के प्रभाव को बढ़ा देती है। न्यूरोट्रांसमीटर ऐसे रासायनिक पदार्थ हैं जो तंत्रिकाओं तक संकेत पहुंचाते हैं। एल्कोहल इनटॉक्सिनेशन से दिमाग को मिलने वाले संकेत में बाधा आती है। ज्यादा शराब पीने से मानसिक और शारीरिक गतिविधियां बदल जाती हैं। लंबे समय से शराब पीने वालों में ही ये समस्या ज्यादा देखी गई है। ज्यादा शराब पीने वाले माउथवॉश और कुछ दवाएं भी लेते हैं। इस वजह से भी उन्हें एल्कोहल इनटॉक्सिनेशन की समस्या हो जाती है।

जो पुरुष दो घंटे में पांच या उससे ज्यादा गिलास शराब पी लेता है तो उसे एल्कोहल इनटॉक्सिकेशन हो जाता है। वहीं महिलाओं के साथ ये चार गिलास में ही हो जाता है। ज्यादा शराब पीने के बाद लोग अक्सर बेहोश हो जाते हैं। ऐसे में आपके पेट और आंतों से लगातार शराब रिसती रहती है और शरीर में शराब का स्तर बना रहता है।

जब भोजन पचने में ज्यादा समय लगे और शराब को शरीर जल्दी अवशोषित कर ले तो समझना चाहिए कि आपको एल्कोहल इनटॉक्सिकेशन हो गया है। अगर आप कम समय में ज्यादा शराब पी जाते हैं तो ये आपके लिए खतरनाक है।

ये भी पढ़ें:  शराब सिर्फ नशा ही नहीं, दवा का भी काम करती है कभी-कभी

लक्षण

एल्कोहल इनटॉक्सिकेशन के लक्षण क्या है?

जिसे एल्कोहल इनटॉक्सि​केशन की समसया होती है उसमें कई तरह के लक्षण दिखाई देते हैं। एक नजर डालते हैं लक्षणों पर-

  • लोगों से बातचीत करने और उनकी बात समझने में परेशानी।
  • चेहरे पर लालिमा
  • आंखें लाल रहना
  • सामान्य से ज्यादा बोलना
  • बोलने में लड़खड़ाना
  • त्वचा काली पड़ना
  • मूड में बदलाव या पर्सनालिटी में बदलाव आना
  • जल्दी गुस्सा आना और डिप्रेशन में रहना
  • उल्टी आना
  • वजन बढ़ जाना
  • सांस लेने में परेशानी होना
  • शरीर में शुगर की मात्रा कम हो जाती है जिससे दौरे पड़ सकते हैं।
  • आपके शरीर का तापमान इतना कम हो सकता है कि हृदय की गति रुक सकती है।
  • दिमाग को भी नुकसान पहुंचता है।
  • कुछ गंभीर मामलों में मृत्यु भी हो सकती है।

ये भी पढ़ें:  शराब ना पीने से भी हो सकती है नॉन एल्कोहॉलिक फैटी लिवर डिजीज

इलाज

एल्कोहल इनटॉक्सिकेशन का इलाज क्या है?

  • एल्कोहल इनटॉक्सिकेशन एक अस्थायी समस्या है। इसमें शारीरिक उपचार से ज्यादा देखभाल की जरूरत होती है। एल्कोहल इनटॉक्सिकेशन होने पर सबसे पहले डॉक्टर को दिखाना चाहिए। वो तुरंत उपचार शुरू कर देगा और खतरे को कम करने की कोशिश करेंगे। इसके अलावा ऐसे व्यक्ति की जितनी अच्छी देखभाल होगी उतनी उसे मदद मिलेगी। कुछ उपचार घर पर ही किए जा सकते हैं।
  • जैसे अगर मरीज बेहोश है तो ये ध्यान देना चाहिए कि कहीं उल्टी से उनका गला चोक ना हो जाए।
  • अगर मरीज होश में है तो उसे आराम से लेटे रहने देना चाहिए और डॉक्टर को घर पर ही बुलाना चाहिए।
  • अगर वो कुछ खाने-पीने में सक्षम है तो उसे पानी पिलाने की कोशिश करें। इससे उसे राहत मिलेगी।
  • अक्सर ऐसा कहा जाता है कि अगर कोई व्यक्ति नशे में है तो उसे सोने से, ठंडे पानी से नहाने से, ब्लैक कॉफी पिलाने से और टहलने से राहत मिलती है। लेकिन ये सब सिर्फ मिथक हैं। ये चीजें करने से व्यक्ति को और ज्यादा समस्या हो सकती है।
  • ज्यादा समस्या होने पर तुरंत अस्पताल ले जाना चाहिए।

इसके अलावा कुछ अन्य सावधानियां भी बरतनी चाहिए। जो इस प्रकार हैं:

  • लक्षणों को ध्यान में रखकर ही मरीज की देखभाल की जानी चाहिए।
  • अगर श्वास नली में चोक की समस्या हो तो श्वास नली द्वारा वायुमार्ग को खोलने की कोशिश करें।
  • ऑक्सीजन थेरेपी दें।
  • डिहाईड्रेशन को रोकने के लिए ज्यादा से ज्यादा तरल पदार्थ दें।
  • जटिलताओं को रोकने के लिए विटामिन और ग्लूकोज दें।
  • एक कैथेटर फिट करें। जो मूत्र को एक बैग में निकाल सकें। जिससे वे खुद को गीला ना कर सकें।
  • शराब को शरीर से निकालने के लिए पेट को दबाएं।

ये भी पढ़ें:  क्या शराब पीने के फायदे भी हो सकते हैं ?

घरेलू उपचार

जीवनशैली और घरेलू उपचार क्या है?

  • एल्कोहल इनटॉक्सिकेशन के लिए घरेलू उपचार ज्यादा कारगर नहीं होते हैं । यह एक आपातकालीन स्थिति होती है। इसके लिए कुछ मिथक जरूर हैं। इनकी जानकारी आपको जरूर होनी चाहिए।
  • घरेलू उपचारों को एल्कोहल इनटॉक्सिकेशन के लक्षणों को कम नहीं किया जा सकता है। कभी-कभी इनका उल्टा असर भी होता है और स्थिति ज्यादा खतरनाक हो जाती है।
  • मरीज को सोने नहीं देना चाहिए। क्योंकि सोने से मरीज की मृत्यु भी हो सकती है।
  • ब्लैक कॉफी या कैफीन का सेवन बिल्कुल नहीं कराना चाहिए। यह एल्कोहल से मुकाबला नहीं कर सकता।
  • ठंडे पानी से नहलाने पर मरीज बेहोश हो सकता है।
  • एल्कोहल इनटॉक्सिकेशन में मरीज को पैदल चलाने की कोशिश नहीं करनी चाहिए।
  • एल्कोहल इनटॉक्सिकेशन को ठीक होने में समय लगता है। व्यक्ति को तब तक अस्पताल में रखा जाएगा जब तक उसके मुख्य लक्षण खत्म नहीं हो जाते। इसमें कुछ दिन, हफ्ते या इससे ज्यादा का समय लग सकता है। इलाज के दौरान व्यक्ति की मनोदशा उदास हो सकती है। उसे भूख नहीं लगेगी। ऐसा भी हो सकता है कि वो बार-बार चीजें भूलने लगे। ऐसे में मरीज की उचित देखभाल ही उसे ठीक कर सकती है। उसे सामान्य होने में कई महीने भी लग सकते हैं। अच्छा इलाज मिलने पर नशे की लत को छुड़ाया जा सकता है।
  • हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की कोई भी मेडिकल सलाह नहीं दे रहा है, अधिक जानकारी के लिए आप डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।

    Adrenalectomy : एड्रिनलक्टॉमी सर्जरी क्या है?

    बार्बी डॉल के नए फीचर में दिखी विटिलिगो बीमारी, विविधता और समानता दिखाना उद्देश्य

    नशे में सेक्स करना कितना सही है? जानिए स्मोक सेक्स और ड्रिंक सेक्स में अंतर

    स्टेज के मुताबिक कैसे होता है रेक्टल कैंसर का इलाज?

    आंख में लालिमा क्यों आ जाती है, कैसे करें इसका इलाज?

    डिस्क्लेमर

    हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।

    के द्वारा एक्स्पर्टली रिव्यूड

    डॉ. पूजा दाफळ

    · Hello Swasthya


    Bhawana Sharma द्वारा लिखित · अपडेटेड 25/08/2020

    advertisement iconadvertisement

    Was this article helpful?

    advertisement iconadvertisement
    advertisement iconadvertisement